Balbharti Maharashtra State Board Class 10 Hindi Solutions Hindi Lokvani Chapter 2 खोया हुआ आदमी Notes, Textbook Exercise Important Questions and Answers.
Maharashtra State Board Class 10 Hindi Lokvani Solutions Chapter 2 खोया हुआ आदमी
Hindi Lokvani 10th Std Digest Chapter 2 खोया हुआ आदमी Textbook Questions and Answers
सूचना के अनुसार कृतियाँ कीजिए :
(१) कृति पूर्ण कीजिए :
Answer:
(२) उत्तर लिखिए :
Answer:
(३) ऐसे प्रश्न तैयार कीजिए जिनके उत्तर निम्नलिखित शब्द हों :
भविष्यवाणी
Answer:
गाँव वालों को मुसीबत से बचाने के लिए खोया हुआ आदमी क्या बताता था?
झमाझम बारिश
Answer:
बच्चे-बड़े सभी किसमें भीगने का भरपूर आनंद लेने लगे?
खुशहाली
Answer:
खोए हुए आदमी की मदद गाँव वालों के लिए क्या लेकर आई?
गंधक
Answer:
जिस रात मौसम बौराया उस रात किसकी तेज गंध पूरे गाँव में फैल गई?
(४) दिए गए निर्देश के अनुसार परिवर्तन कीजिए
Answer:
अभिव्यक्ति
‘मानवता ही सच्चा धर्म है।’ पर अपने विचार लिखिए।
Answer:
मानवता शब्द का सरल शब्दों में मतलब है – मनुष्यता मानवता
मनुष्य का धर्म होता है। आज मानवीय मूल्यों का पतन हो रहा है। इंसान स्वार्थ की पट्टी के कारण अंधा होता जा रहा है। इंसान को स्वार्थ, लोभ, मोह आदि से परहेज करना चाहिए। प्रत्येक मनुष्य की सहायता करनी चाहिए। मानवता के बदले हम सुख, शांति और समृद्धि प्राप्त कर सकते हैं। मानवता से भरा जीवन जीने से व्यक्ति के अंदर सहज रूप से शक्ति और स्फूर्ति आ जाती है।
एक-दूसरे की मदद करने से हम एक-दूसरे की पीड़ा, व्यथा, वेदना को दूर कर सकते हैं। इससे बढ़कर कोई अन्य धर्म नहीं हो सकता। जीवन में जो महापुरूष हुए हैं, उन्होंने अपने जीवन में मानवता के धर्म को ही अपनाया था। महाकवि गुप्त जी ने ठीक ही लिखा है – ‘वही मनुष्य है जो मनुष्य के लिए मरे।’ मानवता का धर्म मानव जाति को एक-दूसरे से प्रेम करना सिखाता है।
भाषा बिंदु
(१) निम्नलिखित वाक्यों में आए हुए अव्ययों को रेखांकित करते हुए उनके भेद लिखिए :
उसके जहन से उसका नाम और पता पूरी तरह खो चुके थे। —–
Answer:
परंतु
ओह ! दिव्या मैं ठीक हूँ। —–
Answer:
अरेरे!
उसकी भविष्यवाणी के कारण गाँववाले मुसीबतों से बच जाते । —-
Answer:
के समान
वहाँ से तुलसीनगर पास पड़ता है । —–
Answer:
धीरे-धीरे
काश, अपने गाँव-शहर में हमें भी ‘खोया हुआ आदमी’ मिल जाता ! —–
Answer:
इसलिए
कभी-कभी मेरा मन उच्चाकाश में उड़ने वाले पक्षियों के साथ अनंत के ओर-छोर नापना चाहता है। —————
Answer:
छि !
ब्लडप्रेशर भी ज्यादा है पर चिंता की कोई बात नहीं । ——–
Answer:
ऊपर
इतनी जल्दी लौट जाते हैं । —–
Answer:
के अलावा
(२) निम्नलिखित अव्ययों का सार्थक वाक्य में प्रयोग कीजिए।
परंतु :
Answer:
मैं तुम्हें मिलने आने ही वाला था परंतु कुछ कारण वश नहीं आ सका।
अरेरे! :
Answer:
अरेरे! यह क्या हो गया?
के सामान :
Answer:
उसके समान कोई भी बहादुर नहीं है।
धारे-धीरे :
Answer:
गाड़ी धीरे-धीरे जा रही थी।
इसलिए :
Answer:
वह बीमार है इसलिए आज स्कूल नहीं गया।
छि! :
Answer:
छि! कितनी गंदगी है।
ऊपर :
Answer:
उसके ऊपर एक किताब है।
के अलावा :
Answer:
मुझे इसके अलावा और कुछ नहीं अच्छा लगता।
उपयोजित लेखन
‘विश्व बंधुता : वर्तमान युग की माँग’ इस विषय पर अस्सी से सौ शब्दों में निबंध लिखिए।
Answer:
संस्कृत में एक सुभाषित है – सर्वे भवन्तु सुखिन। सर्वे सन्तु निरामयाः । इसका अर्थ यह है कि संसार में सब सुखी रहें, सब निरोग रहें और विश्व में कोई दुखी न हो। इसे ही विश्व बंधुत्व कहते है। ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ ऐसा जो कहा गया है, वह शत-प्रतिशत उचित है। जब तक व्यक्ति विश्व बंधुत्व को नहीं अपनाएगा; तब तक मानवता अधूरी रहेगी, मानव अधूरा रहेगा, राष्ट्र अधूरा रहेगा और विश्व भी अधूरा ही रहेगा। आज हमारे देश में ही नहीं बल्कि विश्व के कई देशों में अशांति, अराजकता, हिंसा आदि प्रवृत्तियाँ दिखाई दे रही हैं। इनके कारण व्यक्ति, समाज और राष्ट्र की हानि हो रही है।
आज हमारे समाज में ईर्ष्या, द्वेष, नफरत की भावनाएँ बढ़ रही हैं। इस कारण समाज में दुश्मनी का भाव पनपने लगा है। ये दशा राष्ट्र की भी है। एक राष्ट्र दूसरे राष्ट्र की सीमा पर आए दिन हमला कर रहा है। इस कारण अशांति निर्माण हो रही है। इसी कारण ‘विश्व-बंधुत्व’ वर्तमान युग की माँग है। विश्व बंधुत्व की भावना मानव अधिकारों की सुरक्षा की कुंजी है। विश्व-बंधुत्व की भावना को अपनाने से सभ्य मानवी समाज विकसित होगा।
गरीबी, जाति, धर्म, ऊंच-नीच आदि समस्याओं का समाज से निर्मूलन होगा। विश्व-बंधुत्व की भावना को अपनाने से विश्व में अहिंसा का प्रचार होगा। विश्व में शांति निर्माण होगी। युद्ध व हिंसा खत्म हो जाएगी। सर्वत्र समानता दिखाई देगी। सर्वत्र भाईचारा निर्माण होगा। मानवीय मूल्यों का संवर्धन होगा। आखिर, प्रत्येक मानव को श्रेष्ठ समाज के निर्माण के लिए विश्व बंधुत्व की भावना को आत्मसात करना ही होगा।
लेखनीय
प्रतिभा जन्मजात होती है; परंतु उसके पल्लवन हेतु उचित वातावरण की आवश्यकता होती है।
Answer:
प्रतिभा ईश्वर से मिलती है। प्रत्येक मानव के पास प्रतिभा होती है। फर्क सिर्फ इतना ही होता है कि वह किसी व्यक्ति में अत्यधिक रूप से विकसित होती है, तो किसी व्यक्ति में वह विकसित नहीं होती। प्रतिभा का पल्लवन एक उचित वातावरण में ही होता है। उदाहरण के तौर पर देखिए – बचपन में इंदिरा गांधी को रवींद्रनाथ टैगोर व महात्मा गांधी का साथ मिला। उनके साथ वह पली-बढ़ीं। उनके विचार एवं सिद्धांतों से प्रभावित हुई। तब जाकर उनकी प्रतिभा रग लाई। प्रतिभा वृद्धि की कोई सीमा नहीं होती।
टाटा और अंबानी जैसे व्यक्ति उद्योगपतियों के रूप में सफल हुए हैं, तो सचिन तेंदुलकर व पी. टी. ऊषा जैसे खिलाड़ी क्रीडा क्षेत्र में सफल हुए हैं। ये सब अद्भुत प्रतिभा के ही उदाहरण हैं। व्यक्ति को अपने भीतर की प्रतिभा को पहचानकर मनचाहे क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहिए। किसी ने ठीक ही कहा है – ‘जीवन का आनंद स्वयं को जानने में है।’ अत: हर व्यक्ति को स्वयं का निरीक्षण करके अपनी प्रतिभा का पता लगाना चाहिए और उसके विकास के लिए निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए। व्यक्ति को स्वयं की प्रतिभा के पल्लवन हेतु स्वयं ही अग्रसर होकर उचित माहौल या परिस्थिति निर्माण करनी जाहिए। आखिर जहाँ चाह होती है, वहाँ राह भी होती है।
Hindi Lokvani 10th Std Textbook Solutions Chapter 2 खोया हुआ आदमी Additional Important Questions and Answers
निम्नलिखित पद्यांश पढ़कर दी गई सूचनाओं के अनुसार कृतियाँ कीजिए।
कृति अ (१): आकलन कृति
कृति पूर्ण कीजिए।
Question 1.
Answer:
समझकर लिखिए।
Question 1.
Answer:
किसने, किससे कहा?
Question 1.
“शायद मैं खो गया हूँ।”
Answer:
गाँव में आए एक आदमी ने गाँव के एक भले आदमी से कहा।
सही विकल्प चुनकर लिखिए।
Question 1.
गाँव में आया हुआ आदमी कुत्तों को पागल लगा क्योंकि ……….
(क) वह चीथड़ों में लिपटा था।
(ख) उसका शरीर रेशमी कपड़ों में लिपटा था।
(ग) उसका शरीर कंबल में लिपटा था।
Answer:
गाँव में आया हुआ आदमी कुत्तों को पागल लगा क्योंकि वह चीथड़ों में लिपटा था।
कृति अ (२) : शब्द संपदा
निम्नलिखित शब्दों के अर्थ गद्यांश में से ढूँढ़कर लिखिए।
- प्रतिष्ठा
- निशान
- बड़ी तेजी से
- देहात
Answer:
- गरिमा
- चिह्न
- बेतहाशा
- गाँव
अनेक शब्दों के लिए एक शब्द लिखिए।
Question 1.
अचानक आ जाने वाला
Answer:
आंगतुक
निम्नलिखित शब्द के अनेकार्थी शब्द लिखिए।
Question 1.
बेतहाशा
Answer:
अचानक, वेगपूर्वक, बिना सोचे-समझे
Question 2.
‘ग्राम’ तत्सम शब्द का तद्भव रूप लिखिए।
Answer:
गाँव
दिए गए निर्देश के अनुसार परिवर्तन कीजिए।
कृति अ (३) : स्वमत अभिव्यक्ति
Question 1.
‘खोया हुआ आदमी’ इस संकल्पना से आप क्या समझते हैं? अपने विचार लिखिए।
Answer:
‘खोया हुआ आदमी’ वह है जिसके चेहरे पर खोने के भाव मौजूद होते हैं। जिस व्यक्ति को अपनी जाति एवं धर्म के बारे में कुछ भी ज्ञात नहीं होता है, वह खोए हुए आदमी की श्रेणी में आता है। इतना ही नहीं, जो व्यक्ति अपने घर, परिवार एवं रिश्तेदारों को भूल गया हो और अकेले यत्र-तत्र घुमक्कड़ की भाँति भटकता-फिरता हो, वह खोया हुआ आदमी होता है। जीवनकाल में व्यक्ति के हृदय पर भारी आघात हो जाने पर या गहरा सदमा पहुँचने पर व्यक्ति की दशा खोए हुए आदमी के जैसी हो जाती है। जीवन की आपाधापी में जिन लोगों के मन में भावों का ऊहापोह मचना शुरू हो जाता है, ऐसे लोग मेरे मतानुसार खोए हुए आदमी की श्रेणी में आते हैं।
प्रश्न २ (आ) गद्यांश पढ़कर दी गई सूचनाओं के अनुसार कृतियाँ कीजिए।
कृति आ (१): आकलन कृति
संजाल पूर्ण कीजिए।
Question 1.
Answer:
निम्नलिखित विधान सत्य है या असत्य लिखिए।
Question 1.
गाँव के लोगों को खोया हुआ आदमी बेहद अपना-सा लगा।
Answer:
सत्य
Question 2.
खोया हुआ आदमी गाँव में रहने के लिए राजी नहीं हुआ।
Answer:
असत्य
कृति आ (२) : शब्द संपदा
निम्नलिखित शब्दों के पर्यायवाची लिखिए।
- जहन
- लिहाजा
- स्मृति
- लोप
Answer:
- दिमाग
- इसलिए
- याद
- अभाव
अनेक शब्दों के लिए एक शब्द लिखिए।
Question 1.
गायब या खत्म हो जाने का भाव
Answer:
लोप
विलोम शब्द लिखिए।
- परिचित x ………….
- अपना x …………
Answer:
- परिचित x अपरिचित
- अपना x पराया
वचन बदलिए।
- जाति
- तैयारी
- स्मृति
- फैसला
Answer:
- जातियाँ
- तैयारियाँ
- स्मृतियाँ
- फैसले
उपसर्ग व प्रत्यय लगाकर शब्द लिखिए।
Question 1.
धर्म
Answer:
उपसर्ग : अधर्म, प्रत्यय : धार्मिक
निम्नलिखित वाक्यों में विरामचिह्न का उचित प्रयोग कीजिए।
Question 1.
गाँव के लोगों ने कहा अरे बह खोया हुआ आदमी तो बेहद अपना-सा लग रहा है।
Answer:
गाँव के लोगों ने कहा, “अरे, यह खोया हुआ आदमी तो बेहद अपना-सा लग रहा है।”
कृति आ (३) : स्वमत अभिव्यक्ति
Question 1.
स्मृति का लोप हो जाने वाले व्यक्ति के साथ आप किस प्रकार का व्यवहार करेंगे? अपने विचार लिखिए।
Answer:
हम स्मृति का लोप हो जाने वाले व्यक्ति के साथ मित्रवत व्यवहार करेंगे। उनके साथ आवश्यकता से अधिक बात नहीं करेंगे। उन्हें ईश्वर के प्रति ध्यान करने के लिए कहेंगे, जिससे उनके मन को परिवर्तित किया जा सके। ऐसे व्यक्ति के साथ हर परिस्थिति में संतोष व सहनशीलता दिखाएँगे। उन्हें दूध, ग्लूकोज, नारियल पानी और तरल पदार्थ पीने के लिए देंगे। हम इस बात की सावधानी बरतेंगे कि ऐसे व्यक्ति अत्यधिक क्रोधित एवं अत्यधिक भावुक न बनें। उन्हें प्रतिदिन बगीचे में सैर के लिए लेकर जाएँगे; ताकि उनका मन सदैव प्रसन्न रहे। उनसे यदि कोई गलती हो जाती है, तो उन्हें बड़े प्यार से समझाएँगे।
गद्यांश पढ़कर दी गई सूचनाओं के अनुसार कृतियाँ कीजिए।
कृति इ (१)आकलन कृति
ऐसे प्रश्न तैयार कीजिए जिनके उत्तर निम्नलिखित शब्द हो –
Question 1.
मधुर
Answer:
खोए हुए आदमी की आवाज कैसी थी?
Question 2.
गाय-भैंसें
Answer:
खोए हुए आदमी के गीत से कौन मंत्रमुग्ध होते थे?
कृति इ (२) : शब्द संपदा
Question 1.
गद्यांश में से शब्द-युग्म ढूँढकर लिखिए।
Answer:
गाय-भैंसें
स्वर-लहरियों
बड़े-बुजुर्गों
कभी-कभी
लिंग बदलिए।
- गाय
- कुत्ता
- भैंस
Answer:
- बैल
- कुतिया
- भैंसा
वचन बदलिए।
- तितलियाँ
- भैंसा
Answer:
- तितली.
- भैंसें
निम्नलिखित शब्दों के विलोम शब्द लिखिए।
- सगा x …..
- पुराना x ……….
- सुरीला x …..
- गाँव x ……..
Answer:
- सगा x सौतेला
- पुराना x नया
- सुरीला x बेसुरा
- गाँव x शहर
नीचे दिए हुए शब्द के अनेकार्थी शब्द लिखिए।
Question 1.
कमाल
Answer:
चमत्कारिक कार्य, निपुणता, सर्वोत्तम
कृति इ (३) : स्वमत अभिव्यक्ति
Question 1.
‘सुरीली आवाज किसी भी व्यक्ति की पहचान होती है।’ विषय पर अपने विचार लिखिए।
Answer:
सुरीली आवाज किसी भी व्यक्ति की पहचान होती है। वाणी व्यक्ति के व्यक्तित्व की भी पहचान होती है। सुरीली और मधुर आवाज हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करती है। सुरीली आवाज लोगों पर अपना प्रभाव निर्माण करती है। लता मंगेशकर, मोहम्मद रफी, किशोर कुमार आदि महान गायकों की आवाज ने आज भी लोगों को अपना दीवाना बनाए रखा है। इसलिए स्वर कोकिला लता दीदी बड़े शान से कहती हैं – ‘मेरी आवाज ही मेरी पहचान है।’ सुरीली आवाज के कारण कई व्यक्तिओं को सफलता मिली है। कई लोगों को यश, नाम, कीर्ति, धन आदि सुरीली आवाज के कारण प्राप्त हुआ है। इसलिए कहा गया है कि व्यक्ति की आवाज उस व्यक्ति की पहचान होती है।
गद्यांश पढ़कर दी गई सूचनाओं के अनुसार कृतियाँ कीजिए।
कृति ई (१): आकलन कृति
कृति पूर्ण कीजिए।
Question 1.
Answer:
निम्नलिखित गलत विधान सही करके लिखिए।
Question 1.
खोए हुए आदमी ने गरीब वृद्धा की बात नहीं मानी।
Answer:
खोए हुए आदमी ने खुशी-खुशी गरीब वृद्धा की बात मान ली।
Question 2.
खोए हुए आदमी ने गरीब वृद्धा की देखभाल नहीं की।
Answer:
खोए हुए आदमी ने गरीब वृद्धा की इतनी सेवा की कि वृद्धा को लगा कि उसका जीवन धन्य हो गया।
संजाल पूर्ण कीजिए।
Question 1.
Answer:
कृति ई (२) : शब्द संपदा
निम्नलिखित वाक्य में विरामचिह्नों का उचित प्रयोग कीजिए।
Question 1.
खोया हुआ आदमी आँधी तूफान चक्रवात व ओले पड़ने से पहले सबको आगाह कर देता था
Answer:
खोया हुआ आदमी आँधी, तूफान, चक्रवात व ओले पड़ने से पहले सबको आगाह कर देता था।
दिए गए निर्देशानुसार परिवर्तन कीजिए।
Question 1.
Answer:
निम्नलिखित शब्द में उचित उपसर्ग व प्रत्यय लगाकर नए शब्द तैयार कीजिए।
Question 1.
जीवन
Answer:
उपसर्ग : आजीवन, प्रत्यय : जीवनदीप
गद्यांश में से शब्द-युग्म ढूँढकर लिखिए।
Answer:
धीरे-धीरे
पशु-पक्षियों
पेड़-पौधों
बच्चे-बड़े
कृति ई (३) : स्वंमत अभिव्यक्ति
Question 1.
‘गुणी व्यक्ति के लिए संसार में कोई भी कार्य असाध्य नहीं होते।’ अपने विचार लिखिए।
Answer:
गुणी व्यक्ति के पास अद्भुत गुण होते हैं। वह अपने गुणों के द्वारा समाज में अपना प्रभाव स्थापित करता है। जिसके पास सदबुद्धि होती है वही इंसान गुणी व्यक्ति कहलाता है। महात्मा गांधी, लोकमान्य तिलक, नेल्सन मंडेला आदि महापुरुषों का व्यक्तित्व गुणी था। वे हमेशा समय के अनुसार चलते रहे और दूरदृष्टा भी रहें। उन्होंने सिर्फ अपने मन की आवाज को महत्त्व दिया था और अपनी ऊर्जा सकारात्मक कार्य के लिए ही प्रयोग की थी।
गुणी व्यक्ति जीवन में संकटों को देखकर विचलित नहीं होता; बल्कि आने वाले संकट से स्वयं को बाहर निकालने के लिए और उनका सामना करने के लिए तैयार हो जाता है। गुणी व्यक्ति एक बार कार्य स्वीकार करने पर उसे पूरा करके ही दम लेते हैं। गुणी व्यक्ति के पास प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करते हुए सफल होने की इच्छा शक्ति होती है। उनके लिए कोई भी कार्य असाध्य नहीं होता।
गद्यांश पढ़कर दी गई सूचनाओं के अनुसार कृतियाँ कीजिए।
कृति उ (१): आकलन कृति
निम्नलिखित विधान सत्य है या असत्य लिखिए।
Question 1.
खोए हुए आदमी के कारण दलितों में परिवर्तन हुआ।
Answer:
सत्य
Question 2.
खोए हुए आदमी के कारण गाँव में सांप्रदायिकता व जातिवाद की भावना पनपने लगी।
Answer:
असत्य
संजाल पूर्ण कीजिए।
Question 1.
Answer:
समझकर लिखिए।
Question 1.
Answer:
कृति पूर्ण कीजिए।
Question 1.
Answer:
गद्यांश से ऐसे प्रश्न तैयार कीजिए जिनके उत्तर निम्न शब्द हों –
Question 1.
स्त्रियाँ
Answer:
कौन पुरुषों की ज्यादतियों के खिलाफ एकजुट हो गईं?
Question 2.
अधिकार
Answer:
खोए हुए आदमी ने किसके लिए स्त्रियों को लड़ना सिखाया?
कृति उ (२) : शब्द संपदा
निम्नलिखित शब्दों के पर्यायवाची लिखिए।
- मित्रता
- कर्तव्य
- दशा
- विरुद्ध
Answer:
- दोस्ती
- कार्य
- अवस्था
- खिलाफ
अनेक शब्दों के लिए एक शब्द लिखिए।
Question 1.
दूसरे के श्रम का अनुचित लाभ उठाना
Answer:
शोषण
Question 2.
धर्म को लेकर विवाद या झगड़ा
Answer:
सांप्रदायिकता
Question 3.
आपस में बंधु और भाई होने का भाव
Answer:
भाईचारा
Question 4.
अपनी जाति को सर्वश्रेष्ठ मानने का सिद्धांत
Answer:
जातिवाद
नीचे दिए हुए शब्द के अनेकार्थी शब्द लिखिए।
Question 1.
विरुद्ध
Answer:
बाधित, अवरुद्ध
Question 2.
गद्यांश में प्रयुक्त प्रत्यययुक्त शब्द ढूंडकर लिखिए।
Answer:
मित्रता
भाईचारा
सांप्रदायिकता
जातिवाद
निम्नलिखित तत्सम शब्द का तद्भव रूप लिखिए।
Question 1.
कर्तव्य
Answer:
कार्य
कृति उ (३) : स्वमत अभिव्यक्ति
Question 1.
‘परिवर्तन संसार का नियम है’ क्या आप इस कथन से सहमत हैं? अपने विचार लिखिए।
Answer:
जी हाँ, मैं इस कथन से सहमत हूँ। छोड़ो कल की बातें, कल की बात पुरानी। नए दौर में लिखेंगे हम, मिलकर नई कहानी। कितनी सच्चाई है इस गीत में। इस संसार में कुछ भी अपरिवर्तनशील नहीं है। व्यक्ति को समय के अनुसार बदलना पड़ता है। समय व परिस्थिति के सामने नतमस्तक होकर व्यक्ति को अपनी पुरानी परंपरा एवं रीति-रिवाजों का त्याग करना ही पड़ता है।
आज विज्ञान व तकनीकी के इस युग में सर्वधर्म समभाव, भाईचारा व स्त्री-पुरुष समानता आदि मूल्यों का प्रचार-प्रसार होता दिखाई दे रहा है। आज शिक्षा का सर्वत्र प्रसार हो गया है। इस कारण लोगों की मानसिकता में सकारात्मक बदलाव होता दिखलाई दे रहा है। आज गाँव में रहने वाली लड़कियाँ एवं स्त्रियाँ भी स्कूल-कॉलेज जाकर आत्मनिर्भर हो रही हैं। सर्वत्र परिवर्तन की धूम मची हुई है।
गद्यांश पढ़कर दी गई सूचनाओं के अनुसार कृतियाँ कीजिए।
कृति ऊ (१): आकलन कृति
गद्यांश से ऐसे प्रश्न तैयार कीजिए कि जिनके उत्तर निम्नलिखित शब्द हों –
Question 1.
खुशहाली
Answer:
खोए हुए आदमी की मदद गाँव वालों के लिए क्या लेकर आई?
Question 2.
मछलियों
Answer:
गाँव का तालाब किससे भर गया?
Question 3.
प्रश्नवाचक
Answer:
शुरू-शुरू में कुछ लोग खोए हुए आदमी को किस निगाहों से देखते थे?
कृति पूर्ण कीजिए।
Question 1.
Answer:
संजाल पूर्ण कीजिए।
Question 1.
Answer:
उचित विकल्प चुनकर उत्तर लिखिए।
Question 1.
खोए हुए आदमी के अनुसार सफलता का मंत्र है –
(क) गाँववालों के विश्वसनीय व्यवहार में हैं।
(ख) गाँववालों के सहज और सरल व्यवहार के परिणाम में है।
(ग) गाँववालों के कठिन परिश्रम के परिणाम में छिपा हैं।
Answer:
खोए हुए आदमी के अनुसार सफलता का मंत्र है गाँववालों के कठिन परिश्रम के परिणाम में।
कृति ऊ (२) : शब्द संपदा
Question 1.
गद्यांश में से शब्द-युग्म ढूँढकर लिखिए।
Answer:
शुरू-शुरू
धीरे-धीरे
खेती-बाड़ी
Question 2.
गद्यांश में प्रयुक्त विलोम शब्द की जोड़ी ढूँढ़कर लिखिए।
Answer:
आलोचक x प्रशंसक
वचन बदलिए।
- सफलता
- निगाह
Answer:
- सफलताएँ
- निगाहें
निम्नलिखित शब्दों के विलोम शब्द लिखिए।
- सगा x ……….
- पुराना x ………
- सुरीला x ………
- गाँव x …………
Answer:
- सगा x सौतेला
- पुराना x नया
- सुरीला x बेसुरा
- गाँव x शहर
अनेक शब्दों के लिए एक शब्द लिखिए।
- आलोचना करने वाला –
- प्रशंसा करने वाला –
- लोगों में प्रिब
Answer:
- आलोचक
- प्रशंसक
- लोकप्रिय
पर्यायवाची शब्द लिखिए।
- बरकत
- मछली
Answer:
- बढ़ती या लाभ
- मीन या मत्स्य
निम्नलिखित शब्द के अनेकार्थी शब्द लिखिए।
Question 1.
निगाह
Answer:
दृष्टि, राय
कृति ऊ (३) : स्वमत अभिव्यक्ति
Question 1.
‘परिश्रम सफलता की कुंजी है।’ विषय पर अपने विचार लिखिए।
Answer:
मनुष्य जीवन में सफलता और परिश्रम एक-दूसरे से सिक्के के दो पहलू की तरह जुड़े हुए हैं। जीवन में सफलता हर व्यक्ति चाहता है। हर व्यक्ति के पास जीतने की इच्छा होती है। लेकिन जीतना इतना आसान नहीं होता। जीतने के लिए व्यक्ति को अपने जीवन में परिश्रम करना पड़ता है। एक चीज को लक्ष्य बनाकर उस दिशा में सतत प्रयास करना होता है।
नियमित रूप से लगातार परिश्रम करने से व्यक्ति में गुणों की वृद्धि होने लगती है और वह अपने मनचाहे लक्ष्य की ओर अग्रसर होना शुरू कर देता है। एकाग्रता से किया हुआ परिश्रम मानव को सफलता दिला सकता है। हमारा इतिहास इस बात का साक्षी है कि मनुष्य ने कठोर परिश्रम द्वारा असंभव को संभव कर दिखाया है। जीवन में कुछ पाना है या सफल होना है, तो व्यक्ति को कठोर परिश्रम करने पड़ेंगे। परिश्रम करने से साधारण व्यक्ति भी बड़ा और महान बन सकता है।
गद्यांश पड़कर दी गई सूचनाओं के अनुसार कृतियाँ कीजिए।
कृति ए (१): आकलन कृति
कृति पूर्ण कीजिए।
Question 1.
Answer:
संजाल पूर्ण कीजिए।
Question 1.
Answer:
निम्नलिखित गलत विधान सही करके लिखिए।
Question 1.
खोए हुए आदमी ने लोगों को गुमराह करने का कार्य किया।
Answer:
खोए हुए आदमी ने विश्वास, नया जोश व नया उत्साह भर दिया।
Question 2.
सारी रात मौसम खुशनुमा रहा।
Answer:
सारी रात मौसम बौराया रहा।
ऐसे प्रश्न तैयार कीजिए जिनके उत्तर निम्न शब्द हों –
Question 1.
गंधक
Answer:
जिस रात मौसम बौराया उस रात किसकी तेज गंध पूरे गाँव में फैल गई?
Question 2.
बिजली
Answer:
भयावह गड़गड़ाहट के साथ गाँव में क्या गिरी?
कृति ए (२) : शब्द संपदा
निम्नलिखित वाक्य में विराम चिह्नों का उचित प्रयोग कीजिए।
Question 1.
खोए हुए आदमी ने लोगों से कहा आप अपनी ऊर्जा को रचनात्मक और सकारात्मक कामों में लगाओ
Answer:
खोए हुए आदमी ने लोगों से कहा, “आप अपनी ऊर्जा को रचनात्मक और सकारात्मक कामों में लगाओ।”
Question 2.
दिए गए गद्यांश में से देशज शब्द ढूँढ़कर लिखिए।
Answer:
गड़गड़ाहट
धुक-धुकी
झिर्रियों
चौंधिया
निम्नलिखित शब्द में उचित उपसर्ग व प्रत्यय लगाकर नए शब्द बनाइए।
Question 1.
विश्वास
Answer:
उपसर्ग – अविश्वास, प्रत्यय – विश्वासपात्र
Question 2.
गद्यांश में से शब्द-युग्म ढूँढकर लिखिए।
Answer:
खिड़कियों-दरवाजों
अपने-अपने
धुक-धुकी
अनेक शब्दों के लिए एक शब्द लिखिए।
Question 1.
सहसा होने वाला बहुत बड़ा अनिष्ट
Answer:
वज्रपात
कृति ए (३): स्वमत अभिव्यक्ति
Question 1.
प्रेरणादायी व्यक्ति दूसरों के जीवन बदल देने का सामर्थ्य रखता है।’ अपने विचार लिखिए।
Answer:
‘प्रेरणादायी व्यक्ति सच्चे दोस्त की तरह होते हैं। वे दूसरों को जीवन में आगे बढ़ने का रास्ता दिखाते हैं। वे नकारात्मक स्थिति एवं मुश्किल दौर से निकलने में दूसरों की मदद करते हैं। वे हमें सकारात्मकता की ओर ले जाते हैं। ऐसे लोगों के संपर्क में आने के कारण व्यक्ति की सोच बदल जाती है और अंत में उनका जीवन भी पूरी तरह से बदल जाता है। प्रेरणादायी व्यक्ति के व्यक्तित्व में ऊर्जा, लगन, जोश, उमंग व उत्साह होता है। वह अपने परिपूर्ण व्यक्तित्व से दूसरों के जीवन में आशाएँ निर्माण करता है। इस प्रकार प्रेरणादायी व्यक्ति आम लोगों के जीवन में नया विश्वास भर देता है।
गद्यांश पढ़कर दी गई सूचनाओं के अनुसार कृतियाँ कीजिए।
कृति ऐ (१): आकलन कृति
संजाल पूर्ण कीजिए।
Question 1.
Answer:
निम्नलिखित विधान सत्य है या असत्य लिखिए।
Question 1.
खोए हुए आदमी को किसी ने गायब करवाया था।
Answer:
असत्य
Question 2.
खोए हुए आदमी के चले जाने पर लोग दुखी हो गए।
Answer:
सत्य
समझकर लिखिए।
Question 1.
Answer:
ऐसे प्रश्न तैयार कीजिए जिनके उत्तर निम्न शब्द हों –
Question 1.
पंचायत
Answer:
किसकी बैठक मूर्ति के नीचे हुआ करती थीं?
Question 2.
सुबह
Answer:
मौसम कब साफ हुआ?
कृति ऐ (२): शब्द संपदा
निम्नलिखित शब्दों के पर्यायवाची लिखिए।
- मूर्ति
- कुत्ता
- प्रण
- गायब
Answer:
- प्रतिमा
- श्वान
- प्रतिज्ञा
- नदारद
अनेक शब्दों के लिए एक शब्द लिखिए।
Question 1.
जन समूह के बारे में विधिवत रूप से सूचना प्राप्त करना एवं उसे रेकार्ड करना
Answer:
जनगणना
Question 2.
पंचों की सभा
Answer:
पंचायत
नीचे दिए हुए शब्द के अनेकार्थी शब्द लिखिए।
Question 1.
पंचायत
Answer:
पंचों की सभा, निरर्थक पूछताछ
Question 2.
गद्यांश में से शब्द-युग्म ढूँढ़कर लिखिए।
Answer:
आस-पास
गाँव-शहर
Question 3.
गद्यांश में से कोई भी दो तत्सम शब्द ढूँढकर लिखिए।
Answer:
सदा
धर्म
कृति ऐ (३) : स्वमत अभिव्यक्ति
Question 1.
‘असाधारण प्रतिभा के लोग या असामान्य व्यक्ति हमारे पथ-प्रदर्शक होते हैं।’ उनके चले जाने के बाद भी हम उनका अनुसरण करते रहते हैं। अपने विचार लिखिए।
Answer:
असाधारण प्रतिभा के लोग या असामान्य व्यक्ति हमार पथ-प्रदर्शक होते हैं। उनके चले जाने के बाद भी हम उनका अनुसरण करते रहते हैं। महात्मा गांधी, स्वामी विवेकानंद, मदर टेरेसा, बाबा आमटे आदि असामान्य लोग आज हमारे बीच नहीं हैं; फिर भी उनके विचार एवं सिद्धांत आज भी हमारे साथ हैं। आज भी हम उनके बताए हुए मार्ग पर चल रहे हैं। पूज्य बापूजी को स्वर्ग सिधारे पचहत्तर साल हो गए हैं।
फिर भी आज हमारे देश में सत्य व अहिंसा जैसे विचार कायम हैं। आज हमने जो भी उपलब्धि पाई है; वह सब हमारे महापुरुषों के महान विचारों व कार्यों की ही देन है। हम तो सिर्फ उनके बताए हुए मार्ग पर चलकर उनका अनुसरण कर रहे हैं और करते रहेंगे। इसलिए कहा भी गया है कि पथ प्रदर्शक के बिना जीवन में सफलता मिलना मुश्किल ही; नहीं बल्कि असंभव भी है।
खोया हुआ आदमी Summary in Hindi
खोया हुआ आदमी लेखक – परिचय
जीवन–परिचय : सुशांत सुप्रिय जी का जन्म २८ मार्च, १९६८ में बिहार राज्य के पटना शहर में हुआ। इन्होंने पंजाब व अमृतसर से शिक्षा ग्रहण की। इनकी रचनाएँ भाषा विभाग (पंजाब) तथा प्रकाशन विभाग (भारत सरकार) द्वारा पुरस्कृत हो चुकी हैं। इनकी रचनाएँ जीवन की सच्चाइयों और विडंबनाओं का सहज रूप से साक्षात्कार करवाती हैं। आप हिंदी, अंग्रेजी व पंजाबी भाषा में लेखन करते आ रहे हैं।
प्रमुख कृतियाँ : ‘एक बूँद यह भी’ (कविता संग्रह), ‘हत्यारे तथा हे राम’ (कथा संग्रह), ‘इन गांधीजीज कंट्री’ (अंग्रेजी कविता संग्रह) आदि।
खोया हुआ आदमी गद्य – परिचय
वर्णनात्मक : साहित्य की सभी विधाओं में कहानी सबसे पुरानी विधा है। जनजीवन में यह सबसे अधिक लोकप्रिय है। कहानी का मुख्य
कहानी : उद्देश्य जीवन की विभिन्न समस्याओं एवं संवेदनाओं को सहज रूप से व्यक्त करना है।
प्रस्तावना : ‘खोया हुआ आदमी’ इस कहानी के माध्यम से लेखक सुशांत सुप्रिय जी ने यह संदेश दिया है कि समाज में व्याप्त सांप्रदायिकता, जातीयता, संकीर्णता आदि कुरीतियों को भुला देने में ही मानव समाज की भलाई है। व्यक्ति की पहचान उसके कार्य से होती है, जो व्यक्ति अपने जीवन में अच्छा कार्य करेगा; वह समाज में पूजनीय बन जाएगा।
खोया हुआ आदमी सारांश
‘खोया हुआ आदमी’ एक वर्णनात्मक कहानी है। इस कहानी को कहानीकार ने निवेदन की शैली में लिखा है। इसलिए कहानी के पात्र आपस में वार्तालाप करते हुए दिखलाई नहीं देते। ‘खोया हुआ आदमी’ कहानी का प्रमुख पात्र है। वह एक गाँव में कहीं से आ जाता है। उसे गाँव का एक भला आदमी देखता है। उस भले आदमी को उसके चेहरे पर गरिमा के चिह्न दिखाई देते हैं। भले आदमी द्वारा पूछने पर वह कहता है कि वह शायद से खो गया है। इस कारण उसका नाम ‘खोया हुआ आदमी’ पड़ जाता है। उसके गाँव में आने से गाँव का कायापलट हो जाता है।
खोया हुआ आदमी प्रतिभा का धनी है। उसकी आवाज मधुर है। सुरीली आवाज के कारण गाँव के जानवर एवं बच्चे उसकी ओर आकर्षित हो जाते हैं। गाँव की एक वृद्धा उसे अपना बचपन में खोया हुआ बेटा मान लेती है। वह भी उस वृद्धा की पूरी निष्ठा से सेवा करता है। वह गाँववालों को परिश्रम का महत्त्व समझाता है। गाँव वाले परिश्रम करना शुरू कर देते हैं। इस प्रकार गाँव के खेतों में फसलें लहलहाने लगती हैं और गाँव का तालाब भी पानी से भर जाता है। धीरे–धीरे गाँव के सभी लोग उसके प्रशंसक बन जाते हैं।
उसके द्वारा गाँव वालों को समझाने के कारण गाँव में आपसी भाईचारा बढ़ने लगा और दलितों का शोषण बंद हो गया। गाँव के सभी जाति–धर्म के लोग एक–दूसरे के साथ मिल–जुलकर रहने लगे और मिलकर त्योहार मनाने लगे। इस कारण गाँव से सांप्रदायिकता एवं जातिवाद की भावना दूर हो गई। गाँव की स्त्रियों की दशा में सुधार आया और उन्हें भी सम्मान मिलने लगा। उन पर होने वाले अत्याचार खत्म हो गए। एक रात गाँव में मौसम खराब हो गया। भीषण गड़गड़ाहट के साथ बिजली गिरी। जब दूसरे दिन सुबह मौसम साफ हुआ तो खोए हुए आदमी का कहीं पता नहीं था।
सभी लोगों ने उसे बहुत ढूँढ़ा; परंतु उसका कोई पता नहीं चला। इससे गाँव के सभी लोग दुखी हुए। गाँववाले उस आदमी की याद में गाँव के बीचोंबीच उसकी मूर्ति स्थापित करते हैं और अब पंचायत की सभी बैठक उसी मूर्ति के पास होने लगती है। वे उसके द्वारा दिखाए मार्ग पर चलने की ठान लेते हैं। कुछ समय बाद जनगणना अधिकारी गाँव में जनगणना के लिए आते हैं तो किसी को भी न अपनी जाति याद होती है और न ही धर्म; जैसे जाति और धर्म के बारे में उनकी स्मृतियाँ खोए हुए आदमी के साथ सदा के लिए खो चुकी थीं। अंत में कहानीकार कहते हैं – ‘काश, हमें भी अपने गाँव और शहर में ऐसा ही ‘खोया हुआ आदमी’ मिल जाता।।
खोया हुआ आदमी शब्दार्थ
- दूर–दराज – दूर तक फैला हुआ
- तंग – परेशान
- जहन – दिमाग, मन
- लिहाजा – इसलिए
- स्मृति – याद, याददाश्त, स्मरण शक्ति
- लोप – अभाव, नाश
- मित्रता – दोस्ती
- कर्तव्य – कार्य
- दशा – अवस्था
- विरुद्ध – खिलाफ
- मूर्ति – प्रतिमा
- कुत्ता – श्वान
- प्रण – प्रतिज्ञा
- गायब – नदारद
- बरकत – लाभ, समृद्धि, संपन्नता
- बेतहाशा – बड़ी तेजी से, बहुत घबराकर और बिना सोचे समझे
- गरिमा – गौरव
- फैसला – निर्णय, निपटारा
- ज्यादतियाँ – अन्याय, परेशान करने की वृत्ति
- चीथड़ा – गंदे और फटे हुए कपड़े
- अतीत – पुरानी, बीती हुई
- तृप्त – संतुष्ट
- कस्बा – छोटा शहर
- प्रण – सौगंध
- वज्रपात – सहसा होनेवाला बहुत बड़ा अनिष्ट, आघात
खोया हुआ आदमी मुहावरे
- आगाह कर देना – सचेत करना।
- खाली हाथ लौटना – कुछ भी न पाना।
- जमीन का निगल जाना – लापता हो जाना।
- आसमान का खा जाना – लापता हो जाना।
- मंत्रमुग्ध होना – आकर्षित होना।