Maharashtra Board Class 11 Hindi व्याकरण मुहावरे

Balbharti Maharashtra State Board Hindi Yuvakbharati 11th Digest व्याकरण मुहावरे Notes, Questions and Answers.

Maharashtra State Board 11th Hindi व्याकरण मुहावरे

भाषा को स्पष्ट और प्रभावशाली बनाने के लिए मुहावरों का प्रयोग किया जाता है। मुहावरा ऐसा वाक्यांश होता है जो सामान्य अर्थ से भिन्न किसी विशेष अर्थ का बोध कराता है। उसके अंत में प्राय: किसी क्रिया का सामान्य रूप लगा होता है। इनके प्रयोग से भाषा में सरसता, सुंदरता और स्वाभाविकता आती है।

Maharashtra Board Class 11 Hindi व्याकरण मुहावर

मुहावरों की विशेषताएँ :

  1. मुहावरे लोक जीवन की धरोहर हैं।
  2. इनके अंत में प्राय: ‘ना’ होता है।
  3. मुहावरे पूर्ण वाक्य नहीं होते।
  4. मुहावरों के अर्थ प्रकट करने के लिए क्रियापद का विशेष महत्त्व होता है।
  5. मुहावरे भाषा में कलात्मक अभिव्यक्ति की एक शैली है।
  6. अन्य भाषा में मुहावरों का शाब्दिक अनुवाद नहीं हो सकता।
  7. वाक्य में प्रयुक्त होने पर मुहावरों के शब्दों में रूपांतर हो जाता है। क्रिया लिंग, वचन, कारक आदि के अनुसार बदल जाती है। मुहावरे वाक्य में सरसता, विलक्षणता, तीखापन और प्रवाह उत्पन्न करते हैं। इससे हमारी अभिव्यक्ति में निखार आता है।

मुहावरों के प्रयोग में सावधानी :

  • मुहावरों का वाक्यों में प्रयोग करते समय इनके लाक्षणिक अर्थ की पूर्ण जानकारी होनी चाहिए अन्यथा अर्थ के अनर्थ होने की संभावना रहती है।
  • मुहावरे ज्यों के त्यों वाक्य में प्रयुक्त नहीं होते इसलिए प्रयोग के अनुसार उसके लिंग, वचन, कारक के अनुसार क्रिया में परिवर्तन करना चाहिए।

पाठ में प्रयुक्त मुहावरे तथा उनके वाक्य प्रयोग :

अंकुर जमाना : प्रारंभ करना
वाक्य : भाई के मन में कपट का अंकुर ऐसा जम गया था कि अब वह वृक्ष बन गया था।

अपने पैरों पर खड़ा होना : आत्मनिर्भर होना।
वाक्य : पढ़-लिखकर सीया अपने पैरों पर खड़ा होना चाहती है।

Maharashtra Board Class 11 Hindi व्याकरण मुहावर

आँच न आने देना : संकट न आने देना।
वाक्य : गरीबी में भी माता-पिता ने अपने बच्चों पर आँच न आने दी

आँखों में सैलाब उमड़ना : फूट-फूटकर रोना।
वाक्य : पति की मृत्यु पर पत्नी की आँखों में सैलाब उमड़ आया था।

आँखें फटी रहना : आश्चर्यचकित रह जाना।
वाक्य : बालक कृष्ण के मुख में ब्रह्मांड को देखकर यशोदा मैया की आँखें फटी रह गईं।

आईने में मुँह देखना : अपनी योग्यता जाँचना।
वाक्य : आईने में मुँह देखकर काम करना चाहिए ताकि सफलता का फल प्राप्त हो।

आसमान के तारे तोड़ना : असंभव कार्य करना।
वाक्य : यह प्रतियोगिता जीतकर भार्गव ने आसमान के तारे तोड लाए हैं।

ईंट का जवाब पत्थर से देना : कड़ा जवाब देना।
वाक्य : हमारी टीम ने खेल जीतने के लिए ईंट का जवाब पत्थर से दिया

उधेड़ वुन में लगना : सोच-विचार करना।
वाक्य : पैसों की उधेड-बून में लगे लोग जीवन का मजा नहीं उठा पाते।

एक आँख से देखना : सामान्य रूप से देखना, पक्षपात न करना।
वाक्य : माँ अपने सभी बच्चों को एक आँख से देखती है

Maharashtra Board Class 11 Hindi व्याकरण मुहावर

एक और एक ग्यारह होना : एकता में बल होना।
वाक्य : जब दोनों भाई एक और एक ग्यारह हो गए तो उनका बुरा चाहने वाले उनका कुछ नहीं बिगाड़ सके।

कदम बढ़ाना : प्रगति करना।
वाक्य : समस्या को पीछे छोड़कर कदम बढाना जीवन का सही मार्ग है।

कमर कसना : पूरी तरह तैयार होना।
वाक्य : बरसाती समस्याओं से निपटने के लिए हमने बरसात आने से पहले ही कमर कस ली है।

कमर सीधी करना : आराम करना, सुस्ताना।
वाक्य : इतना पसीना बहाने के बाद कमर सीधी करने का मौका मिला तो नई समस्या खड़ी हो गई।

कलई खुलना : भेद प्रकट होना, राज या रहस्य खुलना।
वाक्य : कोई कितना भी धूर्त क्यों न हो एक न एक दिन उसकी कलई खुल जाती है।

कान देना : ध्यान से सुनना।
वाक्य : अध्यापक की बात पर विद्यार्थी कान देंगे तो सफलता अवश्य मिलेगी।

किस्मत खुलना : भाग्य चमकना।
वावय : आज तो मेरी किस्मत खुल गई जो आपके दर्शन हुए।

गले का हार होना : अत्यंत प्रिय होना।
वाक्य : छोटा शेख घर में सभी के गले का हार था।

Maharashtra Board Class 11 Hindi व्याकरण मुहावर

गागर में सागर भरना : थोड़े में बहुत कहना।
वाक्य : बिहारी जी ने अपने दोहों में गागर में सागर भर दिया है इस बात को सभी हिंदी प्रेमियों ने स्वीकारा है।

घी के दीये जलाना : खुशी मनाना।
वाक्य : जब श्रीराम जी 14 वर्ष के वनवास के बाद अयोध्या लौटे तो अयोध्या वासियों ने घी के दीये जलाए

चिकना घड़ा होना : निर्लज्ज होना, किसी बात का असर न होना।
वाक्य : रमेश को समझाना बेकार है क्योंकि वह तो चिकना घड़ा है।

चुटकी लेना : व्यंग्य करना।
वाक्य : चुटकी लेने की आदत कभी-कभी भारी पड़ जाती है।

जबान देना : वचन देना।
वाक्य : रमेश ने अगर जबान दी है तो वह जरूर निभाएगा।

झंडे गाड़ना : पूर्ण रूप से प्रभाव जमाना।
वाक्य : छोटी उम्र में ही शिवाजी महाराज ने 12 मावलों के साथ मुगलो के आधे किले पर झंडे गाड़ दिए थे।

डंका पीटना : प्रचार करना।
वाक्य : अपनी छोटी सी सफलता का भी डंका पीटने में सीया पीछे नहीं हटती।

तितर-बितर होना : बिखर जाना।
वाक्य : माँ की मृत्यु के बाद परिवार तितर-बितर हो गया।

Maharashtra Board Class 11 Hindi व्याकरण मुहावर

हजारों दीप जल उठना : आनंदित हो उठना।
वाक्य : विदेश जाने के लिए वीजा मिल गया तो रमेश के मन में हजारों दीप जल उठे

रुपये दाँत से पकड़ना : कंजूसी करना।
वाक्य : इस महँगाई के दौर में हर कोई रुपये दाँत से पकडकर जी रहा है।

दूध का दूध, पानी का पानी करना : इंसाफ करना, न्याय करना।
वाक्य : रंगे हाथ पकड़े जाने पर सच्चाई सबके सामने आ गई और दूध का दूध और पानी का पानी हो गया।

नाम कमाना : यश प्राप्त करना।
वाक्य : कड़ी मेहनत करके राज ने नाम कमाया इसलिए सब उसकी इज्जत करते हैं।

पाँचों उँगलियाँ घी में होना : हर तरफ से लाभ होना।
वाक्य : अब बेटा भी बराबरी से काम करने लगा तो लाला जी की पाँचो उँगलियाँ घी में है।

फला न समाना : अत्यधिक प्रसन्न होना।
वाक्य : मनोकामना पूरी होने पर सीया फूली न समाई

वीडा उठाना : किसी काम को करने की ठान लेना।
वाक्य : देश के नागरिकों को पर्यावरण सुरक्षा का बीड़ा उठाना होगा।

वाँछे खिलना : अत्यधिक प्रसन्न होना।
वाक्य : चुनाव जीतने के बाद नेता की बाँछे खिल उठीं।

मरजीवा होना : कठोर साधना से लक्ष्य तक पहुँचने वाला होना।
वाक्य : अलवर में सात नदियों को जीवित कर श्री राजेंद्र सिंह जी मरजीवा हो गए

Maharashtra Board Class 11 Hindi व्याकरण मुहावर

मल्हार गाना : आनंद मनाना।
वाक्य : समय पर बारिश होने से किसान मल्हार गाने लगे

राई का पहाड़ बनाना : बात को बढ़ा-चढ़ाकर कहना।
ताक्य : रमेश ने बात को इस ढंग से बताया कि राई का पहाड बन गया।

लोहा मानना : श्रेष्ठता स्वीकार करना।
वाक्य : औरंगजेब भी शिवाजी के युद्ध कौशल का लोहा मानता था।

सफेद झूठ बोलना : पूरी तरह से झूठ बोलना।
वाक्य : दुष्ट प्रवृत्ति के लोग सफेद झूठ बोलने से बाज नहीं आते।

सिर खपाना : ऐसे काम में समय लगाना जिसमें कोई लाभ नहीं।
वाक्य : सुबह से शाम तक सिर खपाते रहे लेकिन पिताजी ने दी पहेली हल नहीं कर पाए।

सिर पर सेहरा बाँधना : अधिक यश प्राप्त करना।
वाक्य : काव्य गायन प्रतियोगिता में रमेश केवल सफल ही नहीं हुआ बल्कि उसके सिर पर सेहरा बँधा।

सोना उगलना : बहुत अधिक लाभ होना।
वाक्य : मेरे देश की मिट्टी ऐसी उपजाऊ है कि सोना उगलती है।

सौ वात की एक वात : असली बात, निचोड़।
वाक्य : सौ बात की एक बात कहूँ, मुझे बेटा-बेटी में भेदभाव बिलकुल पसंद नहीं।

Maharashtra Board Class 11 Hindi व्याकरण मुहावर

हाथ-पैर मारना : बहुत प्रयत्न करना।
वाक्य : इधर-उधर हाथ-पैर मारने के बाद मेरा लोन सेंक्शन हुआ।

हौसले बुलंद होना : उत्साह बने रहना।
वाक्य : शरीर कमजोर हो गया है लेकिन अभी भी राय साहब के हौसले बुलंद हैं

श्रीगणेश करना : कार्य आरंभ करना।
वाक्य : दो पैसे जमा होते ही रमेश ने अपने व्यवसाय का श्रीगणेश किया

दाँतों तले उँगली दबाना : आश्चर्यचकित होना।
वाक्य : रणभूमि में अभिमन्यु की वीरता देखकर कौरवों ने दाँतों तले उँगली दबाई

अंधे की लाठी होना : निराधार का सहारा बनाना।
वाक्य : मदर टेरेसा भारत आकर अंधे की लाठी बनकर अपना कार्य करने लगी।

आग से खेलना : मुसीबत मोल लेना।
वाक्य : आज़ादी की लड़ाई लड़ते समय आग से खेलकर कई देशवासियों ने अपना घर-परिवार दाँव पर लगा दिया था।

मुट्ठी गर्म करना : रिश्वत देना।
वाक्य : भ्रष्टाचार की जड़ें इतनी गहराई तक पहुँच गई हैं कि जब तक मुट्ठी गर्म न करो कोई काम ही नहीं करता।

इतिश्री होना : समाप्त होना।
वाक्य : 15 अगस्त 1947 को देश आज़ाद हुआ और अंग्रेज शासन की इतिश्री हुई

उड़ती चिड़िया पहचानना : तीक्ष्ण बुद्धि वाला होना।
वाक्य : बीरबल उडती चिडिया पहचान लेते थे और हर समस्या को सुलझाने में अकबर की सहायता करते है।

Maharashtra Board Class 11 Hindi व्याकरण मुहावर

हथेली पर सरसों जमाना : कठिन कार्य करना।
वाक्य : दुश्मनों की छावनी में जाकर उनके भेद जानना मतलब हथेली पर सरसों जमाना है।

कंचन बरसना : धन-दौलत से परिपूर्ण होना।
वाक्य : कभी हमारे देश में कंचन बरसता था परंतु विदेशी आक्रमण ने इसे खोखला कर दिया।

कानों कान खबर न होना : बिल्कुल पता न चलना।
वाक्य : सेठ जी ने बेटी का विवाह कर दिया लेकिन किसी को कानों कान खबर न हुई

गाल बजाना : अपनी प्रशंसा आप करना।
वाक्य : मोहन अपनी सफलता पर खूब गाल बजाता था परंतु परिणाम सामने आने पर शर्मिंदा हुआ।

घड़ों पानी पड़ना : बहुत लज्जित होना।
वाक्य : बेटे की करतूतों का भेद खुलते ही पिता पर घडों पानी पड़ गया।

चिकनी-चुपड़ी बातें करना : चापलूसी करना, मीठी-मीठी बातें बोलना।
वाक्य : अब चिकनी-चुपड़ी बातें करने से कोई लाभ नहीं, सच्चाई सब जान गए हैं।

छाती पर साँप लोटना : ईर्ष्या होना।
वाक्य : गीता के कक्षा में प्रथम आने की खबर सुनते ही मीता की छाती पर साँप लोटने लगा।

तूती बोलना : प्रभाव होना।
वाक्य : मंत्री महोदय के खास आदमी होने की वजह से उसकी तूती बोलती है।

Maharashtra Board Class 11 Hindi व्याकरण मुहावर

दो टुक जवाब देना : स्पष्ट बोलना।
वाक्य : मैंने आपसे दो टुक बात कर ली है, आगे आपकी मर्जी।

नुक्ताचीनी करना : आलोचना करना।
वाक्य : हर बात में नुक्ताचीनी करने की आदत के चलते रमेश के दोस्त कम और दुश्मन ही अधिक है।

Maharashtra Board Class 11 Hindi व्याकरण काल परिवर्तन

Balbharti Maharashtra State Board Hindi Yuvakbharati 11th Digest व्याकरण काल परिवर्तन Notes, Questions and Answers.

Maharashtra State Board 11th Hindi व्याकरण काल परिवर्तन

काल परिवर्तन के लिए सबसे पहले क्रिया का जानना अनिवार्य है।
क्रिया : वाक्य में जिस शब्द से किसी कार्य का करना या होना ज्ञात होता है। उसे क्रिया कहते हैं।
जैसे : पढ़ना, लिखना, बोलना, कहना, सुनना, जानना आदि। क्रिया हमेशा काल से जुड़ी रहती है।
काल : काल क्रिया के उस रूपांतरण को कहते हैं जिससे कार्य का समय और उसके पूर्ण अथवा अपूर्ण अवस्था का बोध हो।
जैसे : राम खाता है, राम जाएगा, मोहन ने किताब पढ़ा आदि।

Maharashtra Board Class 11 Hindi व्याकरण काल परिवर्तन 1

काल के भेद : क्रिया के मुख्यत: तीन काल है।

  • वर्तमान काल
  • भूतकाल
  • भविष्यत् काल

Maharashtra Board Class 11 Hindi व्याकरण रस वात्सल्य, वीर, करुण, हास्य, भयानक

  1. सामान्य वर्तमान काल (Simple Present Tense)
  2. अपूर्ण वर्तमान काल (Present Continuous Tense)
  3. पूर्ण वर्तमान काल (Present Perfect Tense)
  4. सामान्य भूतकाल (Simple Past Tense)
  5. अपूर्ण भूतकाल (Past Continuous Tense)
  6. पूर्ण भूतकाल (Past Perfect Tense)
  7. सामान्य भविष्यत् काल (Simple Future Tense)

विशेष : हिंदी में अपूर्ण और पूर्ण भविष्यत् काल नहीं होता है।

(1) सामान्य वर्तमान काल : सामान्य वर्तमान काल उसे कहते हैं जिसमें क्रिया के होने का बोध होता है। सामान्य वर्तमान काल में कर्ता के लिए ‘ने’ विभक्ति नहीं लगती। क्रिया कर्ता के लिंग-वचन के अनुसार होती है। यदि क्रिया के अंत में ता / ती / ते + है / हैं / हो / हूँ लगा हो तो वह वाक्य सामान्य वर्तमान काल का होता है।
जैसे –

  • मोनिका विद्यालय जाती है।
  • मैं चलता हूँ।
  • तुम बहुत सोते हो।
  • बच्चे खेलते हैं।

कभी-कभी है / हैं / हो / हूँ अपने आप में क्रिया होते हैं जो सामान्य वर्तमान काल में होते हैं। जैसे –

  • वह मेधावी छात्र है।
  • वे राजनीतिज्ञ हैं।
  • तुम बहुत शरारती हो।
  • मैं मूर्ख नहीं हूँ।

(2) अपूर्ण वर्तमान काल : क्रिया के जिस रूप से इस बात का बोध होता है कि कार्य वर्तमान में जारी है या हो रहा है वह अपूर्ण वर्तमान काल कहलाता हैं। जब क्रिया के साथ रहा / रही / रहे + है / हैं / हो / हूँ लगा हो तो वह वाक्य अपूर्ण वर्तमान काल का कहलाता है।

Maharashtra Board Class 11 Hindi व्याकरण रस वात्सल्य, वीर, करुण, हास्य, भयानक

जैसे –

  • भीड़ जमा हो रही है।
  • लोग मतदान कर रहे हैं।
  • माँ खाना पका रही है।
  • मैं शहर जा रहा हूँ।
  • तुम किसे डाँट रहे हो?

(3) पूर्ण वर्तमान काल : क्रिया के जिस रूप से वर्तमान काल में कार्य के पूर्ण होने का ज्ञान होता है वह वाक्य पूर्ण वर्तमान काल कहलाता हैं।
प्राय: सामान्य भूतकाल के वाक्य में आगे है / हैं / हो / हूँ लगाकर पूर्ण वर्तमान काल बनाते हैं। क्रिया के साथ चुका / चुकी / चुके या / यी / ये / + है / हैं / हो / हूँ लगाकर भी पूर्ण वर्तमान काल बनाते हैं।

जैसे –

  • यह गीत लताजी ने गाया है।
  • माँ तीर्थ यात्रा पर गई है।
  • महात्मा गाँधी जी असहयोग आंदोलन का मार्ग सिखा गए हैं।
  • मैं सबकुछ जान चुका हूँ।
  • तुम कहाँ से आए हो?
  • अब सबकुछ खत्म हो चुका है।
  • सभी सदस्य खाना खा चुके हैं।

(4) सामान्य भूतकाल : क्रिया के जिस रूप से कार्य के बीते हुए समय में होने का बोध होता है वह सामान्य भूतकाल कहलाता है। इसमें प्राय: क्रिया का भूतकालिक रूप लगता है। लिंग, वचन के अनुसार क्रिया के मूल रूप में आ / ए / ई / ईं जोड़ने से सामान्य भूतकाल के रूप बनते हैं। जैसे – खाया, पढ़ा, सोया, विचारा, सोए, गाए, निकले, पूछे, नाची, चढ़ी, पाई, सोची आदि।

Maharashtra Board Class 11 Hindi व्याकरण रस वात्सल्य, वीर, करुण, हास्य, भयानक

उदाहरणार्थ :

  • रमा कार्यालय गई।
  • बच्चे परीक्षा देने गए।
  • इतने प्रयास पर भी बात नहीं बनी।

विशेष: कभी-कभी था / थी / थे भी जब क्रिया का रूप लेते हैं तो वाक्य सामान्य भूतकाल में होता है।

  • रानी लक्ष्मीबाई बहुत महान थीं।
  • वह एक शरारती छात्र था।
  • जनक जी सीता के पिता थे।

(5) अपूर्ण भूतकाल : क्रिया के जिस रूप से यह बोध हो कि कार्य भूतकाल में हो रहा था तो वह वाक्य अपूर्ण भूतकाल कहलाता है। इसमें प्राय: क्रिया के साथ रहा / रही / रहे + था / थी / थे लगाकर अपूर्ण भूतकाल बनाते हैं।
जैसे –

  • आजादी की लड़ाई चल रही थी।
  • सारे खिलाड़ी अच्छा खेल रहे थे।.
  • अरुण परीक्षा की तैयारी कर रहा था।

विशेष : यदि क्रिया के अंत में ता / ती / ते के साथ था / थी / थे लगा हो तो वाक्य अपूर्ण भूतकाल में होता है।
जैसे –

  • वह हमेशा पढता था।
  • उसे सबकी सेवा करनी पड़ती थी।
  • वे जंगल में घूमते थे।

Maharashtra Board Class 11 Hindi व्याकरण रस वात्सल्य, वीर, करुण, हास्य, भयानक

(6) पूर्ण भूतकाल : जिस वाक्य में क्रिया के बीते हुए समय में पूर्ण होने का आभास हो वह पूर्ण भूतकाल कहलाता है। सामान्य भूतकाल के आगे था / थी / थे लगाकर पूर्ण भूतकाल बनाते हैं। कभी-कभी क्रिया के साथ चुका / चुकी / चुके + या / ई / ए / या / + था / थी / थे लगाकर भी पूर्ण भूतकाल बनाते हैं।
जैसे –

  • मोहन पर्वतारोहण के लिए गया था।
  • माँ ने कई बार बेटे को समझाया था।
  • सारे छात्रों ने कहानी लिखी थी।
  • रमा खाना बना चुकी थी।
  • देव देश के लिए कई बार जेल जा चुका था।
  • पुलिस के जवान मोर्चे पर डॅट चुके थे।

(7) सामान्य भविष्यत्काल : इसमें क्रिया के भविष्य में होने का ज्ञान होता है। क्रिया के अंत में गा / गी / गे जोड़कर सामान्य भविष्यत काल बनाते हैं।
जैसे –

  • माँ तीर्थ यात्रा पर जाएगी।
  • वह खेल प्रतियोगिता में भाग लेगा।
  • इस खबर से सभी चौकन्ने हो जाएँगे।

विशेष : भविष्य में क्रिया की केवल सामान्य, संभाव्य तथा हेतु भविष्यत् अवस्थाएँ होती हैं। इसमें अपूर्ण और पूर्ण की बात नहीं होती है।

प्रश्न 1.
कोष्ठक की सूचना के अनुसार निम्न वाक्यों का काल परिवर्तन करके वाक्य फिर से लिखिए :

(1) उषा की आँखों में हजारों दीप जल उठे। (सामान्य वर्तमानकाल)
उत्तर :
उषा की आँखों में हजारों दीप जल उठते हैं।

(2) दुकानदार ने रद्दी तौलकर किनारे रखी। (अपूर्ण वर्तमानकाल)
उत्तर :
दुकानदार रद्दी तौलकर किनारे रख रहा है।

Maharashtra Board Class 11 Hindi व्याकरण रस वात्सल्य, वीर, करुण, हास्य, भयानक

(3) वे मुझे योगा के फायदे समझाते हैं। (पूर्ण वर्तमानकाल)
उत्तर :
उन्होंने मुझे योगा के फायदे समझाए हैं।

(4) मैं मनोरंजन के लिए टी. वी. ऑन करता हूँ। (सामान्य भूतकाल)
उत्तर :
मैंने मनोरंजन के लिए टी.वी. ऑन किया।

(5) चिल्ला-चिल्लाकर स्पीकर पर सूचना दी गई। (अपूर्ण भूतकाल)
उत्तर :
चिल्ला-चिल्लाकर स्पीकर पर सूचना दी जा रही थी।

(6) वे सामाजिक और आर्थिक समस्याओं को प्रमुखता देते हैं। (पूर्ण भूतकाल)
उत्तर :
उन्होंने सामाजिक और आर्थिक समस्याओं को प्रमुखता दी थी।

(7) वहाँ एक बड़े पेड़ की छाँह में उन्होंने वास किया। (सामान्य भविष्यकाल)
उत्तर :
वहाँ एक बड़े पेड़ की छाँह में वे वास करेंगे।

(8) तुमने यह कैसे जाना कि कोई वन है। (सामान्य वर्तमानकाल)
उत्तर :
तुम यह कैसे जानते हो कि कोई वन है।

Maharashtra Board Class 11 Hindi व्याकरण रस वात्सल्य, वीर, करुण, हास्य, भयानक

(9) मछुवी रानी बनकर महल में घूम रही है। (अपूर्ण भूतकाल)
उत्तर :
मछुवी रानी बनकर महल में घूम रही थी।

(10) मल्लिका ने देखा तो आँखें फटी रह गईं। (सामान्य भविष्यकाल)
उत्तर :
मल्लिका देखेगी तो आँखें फटी रह जाएँगी।

Maharashtra Board Class 11 Hindi व्याकरण वाक्य शुद्धिकरण

Balbharti Maharashtra State Board Hindi Yuvakbharati 11th Digest व्याकरण वाक्य शुद्धिकरण Notes, Questions and Answers.

Maharashtra State Board 11th Hindi व्याकरण वाक्य शुद्धीकरण

वाक्य में लिंग, वचन, कारक तथा मानकवर्तनी की गलतियाँ सही करने हेतु यह प्रश्न पूछा जाता है। वाक्य में गलतियाँ ढूँढ़कर उन्हें सही करते समय इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि अन्य गलतियाँ न करते हुए शुद्ध वाक्य ही लिखना है।

Maharashtra Board Class 11 Hindi व्याकरण वाक्य शुद्धिकरण

प्रश्न 1.
निम्नलिखित वाक्य शुद्ध करके फिर से लिखिए :

(1) घर पकवान के खुशबू में तरबतर था।
उत्तर :
घर पकवान की खुशबू से तरबतर था।

(2) बबन के आँखों में खुशी के आँसू छलक आएँ।
उत्तर :
बबन की आँखों में खुशी के आँसू छलक आए

(3) बबलू की नजर उन किताबों पे थी जो रद्दी में बेचा जा रहा था।
उत्तर :
बबलू की नजर उन किताबों पर थी जो रद्दी में बेची जा रही थी

(4) वह ने जगह बताकर मेरा हस्ताक्षर करवा लिया।
उत्तर :
उसने जगह बताकर मेरे हस्ताक्षर करवा लिए

(5) एक लम्बी कतार ने मेरा ध्यान आकर्शित कर लिया।
उत्तर :
एक लंबी कतार ने मेरा ध्यान आकर्षित कर लिया।

(6) व्यस्तता का यह आलम है कि आदमी सड़क पे चलते चलते फोन कर रहा है।
उत्तर :
व्यस्तता का यह आलम है कि आदमी सड़क पर चलते-चलते फोन कर रहा है।

(7) प्रेमचंद किसी अक धारा या वाद से बँध कर नहीं चले।
उत्तर :
प्रेमचंद किसी एक धारा या वाद में बँधकर नहीं चले।

Maharashtra Board Class 11 Hindi व्याकरण वाक्य शुद्धिकरण

(8) उनका मूल उद्देश समाज के क्रमिक विकास का दर्शन कराना है।
उत्तर :
उनका मूल उद्देश्य समाज के क्रमिक विकास के दर्शन कराना है।

(9) वह भयावने वन को तो मैं ने भी नहीं देखी।
उत्तर :
उस भयावने वन को तो मैंने भी नहीं देखा

(10) गुस्से से कही ग्यान हासिल होता है?
उत्तर :
गुस्से में कहीं ज्ञान हासिल होता है?

(11) दो नए पत्तों का जोड़ी आसमान के तरफ मुस्कराती हुई देख रही थी।
उत्तर :
दो नए पत्तों की जोड़ी आसमान की तरफ मुस्कराती हुई देख रही थी।

(12) तुम रोज उसी एक घाट पे क्यों जाता है?
उत्तर :
तुम रोज उसी एक घाट पर क्यों जाते हो?

(13) इच्चाओं की क्या कुछ सीमा है?
उत्तर :
इच्छाओं की क्या कोई सीमा है?

Maharashtra Board Class 11 Hindi व्याकरण वाक्य शुद्धिकरण

(14) वह ने मछुवे को यह क्यों नहीं कहा।
उत्तर :
उसने मछुवे से यह क्यों नहीं कहा।

(15) वेणी प्रसाद भी उसी को जा मिला और स्कूल घर में ही उठवा लाए।
उत्तर :
वेणी प्रसाद भी उसी से जा मिला और स्कूल घर पर ही उठवा लाए।

(16) उन्होंने नारी के उध्दार के लिए अपना स्वर्वस्व न्यौछावर कर दिया था।
उत्तर :
उन्होंने नारी के उद्धार के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया था।

(17) आज भी बच्चों को र्सिफ पाणी पिला कर सुलाना पड़ेगा।
उत्तर :
आज भी बच्चों को सिर्फ पानी पिलाकर सुलाना पड़ेगा।

(18) रेगिस्थान में बर्फ पड़ रहा है।
उत्तर :
रेगिस्तान में बर्फ पड़ रही है।

Maharashtra Board Class 11 Hindi व्याकरण वाक्य शुद्धिकरण

(19) आप तो ठीक-ठाक काम-धंदेवाले लगते हो।
उत्तर :
आप तो ठीक-ठाक काम-धंधे वाले लगते हैं।

(20) हिन्दी में निपुणता प्राप्त व्यक्ति सफल हो सकती है।
उत्तर :
हिंदी में निपुणता प्राप्त व्यक्ति सफल हो सकता है।

(21) इंग्रजी से हिंदी अनुवादक की माँग तेजी से बडी।
उत्तर :
अंग्रेजी से हिंदी अनुवादक की माँग तेजी से बढ़ी

(22) कुछ महत्त्वपूर्ण घटना की जानकारी देने के लिए पर्लेख तैयार किए जाते हैं।
उत्तर :
कोई महत्त्वपूर्ण घटना की जानकारी देने के लिए प्रलेख तैयार किया जाता है।

(23) आज विश्वीकरण के युग में समाचार का बहोत महत्व है।
उत्तर :
आज वैश्वीकरण के युग में समाचार का बहुत महत्त्व है।

(24) मुद्रित शोधण के कई विशिष्ट संकेत होते हैं।
उत्तर :
मुद्रित शोधन के कुछ विशिष्ट संकेत होते हैं।

Maharashtra Board Class 11 Hindi व्याकरण वाक्य शुद्धिकरण

(25) यह ध्यान रखे की घोड़दौड़ में खुदका घोड़ा सब के आगे रहे।
उत्तर :
यह ध्यान रखे कि घुडदौड़ में खुद का घोड़ा सबसे आगे रहे।

(26) इस क्शेत्र में रोजगार का विपुल औसर उपलब्द है।
उत्तर :
इस क्षेत्र में रोजगार के विपुल अवसर उपलब्ध हैं।

(27) कम्प्यूटर को तो ज्ञान के श्रोत के रूप में देख रहे हैं।
उत्तर :
कंप्यूटर को तो ज्ञान के स्त्रोत के रूप में देख रहे हैं।

(28) भारत में इंटरनेट का कार्य और महत्त्व निरन्तर वढ़ रहे हैं।
उत्तर :
भारत में इंटरनेट का कार्य और महत्त्व निरंतर बढ़ रहा है।

(29) जवाब में आपको एक ई-मेल आती है जिसमें एक ‘लिंक’ दिया जाता है।
उत्तर :
जवाब में आपको एक ई-मेल आता है जिसमें एक ‘लिंक’ दी जाती है।

Maharashtra Board Class 11 Hindi व्याकरण वाक्य शुद्धिकरण

(30) उज्वल भविष्य के लिए सव को ई-अद्ययन का उपयोग करना चाहिए।
उत्तर :
उज्ज्वल भविष्य के लिए सभी को ई-अध्ययन का उपयोग करना चाहिए।

Maharashtra Board Class 11 Hindi व्याकरण अलंकार (शब्दालंकार)

Balbharti Maharashtra State Board Hindi Yuvakbharati 11th Digest व्याकरण अलंकार (शब्दालंकार) Notes, Questions and Answers.

Maharashtra State Board 11th Hindi व्याकरण अलंकार (शब्दालंकार)

अलंकार का अर्थ है – आभूषण, गहने, सजावट आदि। सुंदर वस्त्र, आभूषण जैसे मानव शरीर की शोभा बढ़ाते हैं वैसे ही काव्य में अलंकार काव्य की शोभा बढ़ाते हैं। शब्द और अर्थ के माध्यम से अलंकार कविता का आकर्षण बढ़ाते हैं।

Maharashtra Board Class 11 Hindi व्याकरण अलंकार (शब्दालंकार)

अलंकार के भेद : अलंकार के मुख्य भेद तीन हैं।

  1. शब्दालंकार
  2. अर्थालंकार
  3. उभयालंकार

शब्दालंकार : जहाँ पर काव्य के सौंदर्य में शब्दों के माध्यम से वृद्धि होती है वहाँ शब्दालंकार होता है।
शब्दालंकार के भेद : शब्दालंकार के चार भेद हैं।

  1. अनुप्रास
  2. यमक
  3. श्लेष
  4. वक्रोक्ति

1. अनप्रास : जहाँ काव्य में किसी वर्ण की या अनेक वर्षों की दो या दो से अधिक बार आवृत्ति होती है, वहाँ अनुप्रास अलंकार होता है।
उदा. :
लाली मेरे लाल की जित देखो तित लाल।
लाली देखन मैं चली मैं भी हो गई लाल।।

– कबीर

मुदित महापति मंदिर आए।
सेवक सचिव सुमंत्रु बोलाए।।

– तुलसीदास

विमल वाणी ने वीणा ली
कमल कोमल कर में सप्रीत।

– जयशंकर प्रसाद

रघुपति राघव राजा राम
पतित पावन सीता राम।

– लक्ष्मणाचार्य

Maharashtra Board Class 11 Hindi व्याकरण अलंकार (शब्दालंकार)

2. यमक : काव्य में किसी शब्द की आवृत्ति हो और हर बार उस शब्द का अर्थ भिन्न हो वहाँ यमक अलंकार होता है। काव्य का सौंदर्य बढ़ाने हेतु यहाँ शब्द की बार-बार आवृत्ति होती है।
उदा. :
तो पर बारों उरबसी, सुनि राधिके सुजान।
तू मोहन के उर बसी, हवै उरबसी समान।। – बिहारी

  • उरबसी = अप्सरा
  • उर्वशी उरबसी = हृदय में बसी हुई।

माला फेरत जग मुआ, गया न मन का फेर।
कर का मनका डारि के, मन का मनका फेर।। – कबीर

  • मन का = हृदय से
  • मनका = माला का मोती।

काली घटा का घमंड घटा, नभ मंडल तारक वृंद बुझे

  • घटा = बादलों का समूह,
  • घटा = कम हुआ।

जगती जगती की मूक प्यास
रूपसि, तेरा घन केश पाश। – महादेवी वर्मा

  • जगती = जाग जाती है।
  • जगती = जगत या संसार

Maharashtra Board Class 11 Hindi व्याकरण अलंकार (शब्दालंकार)

3. श्लेष : श्लेष का शाब्दिक अर्थ है – मिलना अथवा चिपकना। जहाँ अनेकार्थक शब्दों के प्रयोग से चमत्कार उत्पन्न होता है, वहाँ श्लेष अलंकार होता है। अर्थात एक ही शब्द के अनेक अर्थ होते हैं।

उदा. :
मधुबन की छाती को देखो,
सूखी कितनी इसकी कलियाँ – हरिवंशराय बच्चन

  • कलियाँ = फूल की कलियाँ
  • कलियाँ = यौवन से पहले की अवस्था

चरण धरत चिंता करत, चितवत चारहु ओर।
सुबरन को ढूँढ़त फिरत, कवि, व्यभिचारी, चोर।। – केशवदास

  • सुवरन = अच्छा वर्ण (शब्द) (कवि के लिए)
  • सुबरन = सुंदर रंग (व्यभिचारी के लिए)
  • सुबरन = स्वर्ण (चोर के लिए)

रो-रोकर, सिसक-सिखककर कहता मैं करूण कहानी
तुम सुमन नोचते, सुनते करते जानी अनजानी।

  • सुमन = सुंदर मन
  • सुमन = फूल

यह दीप अकेला स्नेह भरा
है गर्व भरा मदमाता पर
इसको भी पंक्ति को दे दो – अज्ञेय

  • स्नेह = तैल
  • स्नेह = प्रेम

Maharashtra Board Class 11 Hindi व्याकरण अलंकार (शब्दालंकार)

4. वक्रोक्ति : वक्रोक्ति शब्द वक्र + उक्ति से बना है जिसका सहज अर्थ है टेढ़ा कथन। वक्ता के कथन का श्रोता द्वारा अभिप्रेत आशय से भिन्न अर्थ लगाया जाता है। वहाँ वक्रोक्ति अलंकार होता है।
उदा. :
‘एक कबूतर देख हाथ में पूछा कहाँ अपर है?
कहाँ अपर कैसा? वह उड़ गया सपर है।’

यहाँ अपर का अर्थ दूसरा कबूतर के संबंध में पूछा गया था पर जवाब में अपर का अर्थ बिना पंख वाला लिया गया है।

पर्वतजा ! पशुपाल कहाँ है?
कमला ! जमुना तट ले धेनु।

पार्वती और लक्ष्मी में हास-परिहास हो रहा है। लक्ष्मी जी ने पूछा पशुपाल (पशुओं के स्वामी – शिव) कहाँ है? पार्वती जी ने परिहास करते हुए कहा यमुना नदी के तट पर गायों को चराने गए हैं (विष्णु जी का कृष्णावतार)

आने को मधुमास, न आएँगे प्रियतम !
आने को मधुमास, न आएँगे प्रियतम?

Maharashtra Board Class 11 Hindi व्याकरण अलंकार (शब्दालंकार)

यहाँ प्रथम पंक्ति में प्रियतम के न आने की बात कही है तो द्वितीय पंक्ति में प्रश्नचिह्न लगाकर प्रियतम के अवश्य आने की (कैसे नहीं आएंगे, अवश्य आएँगे) बात कही है।

Maharashtra Board Class 11 Hindi व्याकरण रस वात्सल्य, वीर, करुण, हास्य, भयानक

Balbharti Maharashtra State Board Hindi Yuvakbharati 11th Digest व्याकरण रस वात्सल्य, वीर, करुण, हास्य, भयानक Notes, Questions and Answers.

Maharashtra State Board 11th Hindi व्याकरण रस वात्सल्य, वीर, करुण, हास्य, भयानक

रस का शाब्दिक अर्थ है – निचोड़। रस काव्य की आत्मा है। काव्य को पढ़ने या सुनने से जिस आनंद की अनुभूति होती है उसे रस कहा जाता है। विभाव, अनुभाव तथा संचारी भावों के संयोग से रस की निष्पत्ति होती है।

रस के चार अंग या अवयव हैं :

  1. स्थायी भाव
  2. विभाव
  3. अनुभाव
  4. संचारी भाव

Maharashtra Board Class 11 Hindi व्याकरण रस वात्सल्य, वीर, करुण, हास्य, भयानक

स्थायी भाव : स्थायी भाव का तात्पर्य है प्रधान भाव। जो भावना स्थिर और सार्वभौम होती है उसे स्थायी भाव कहते हैं। स्थायीं भाव से ही रस का जन्म होता है। स्थायी भाव 11 माने गए हैं और रसों की संख्या भी 11 मानी जाती हैं। वे इस प्रकार हैं :

रस स्थायी भाव
1. शृंगार रति (प्रेम)
2. शांत निर्वेद
3. करूण शोक
4. हास्य हास
5. वीर उत्साह
6. रौद्र क्रोध
7. भयानक भय
8. बीभत्स घृणा, जुगुप्सा
9. अद्भुत आश्चर्य
10. वात्सल्य ममत्व
11. भक्ति अनुराग

विभाव : जो व्यक्ति, वस्तु अन्य व्यक्ति के हृदय में भाव जगाते हैं उन्हें विभाव कहते हैं। इनके आश्रय से ही रस प्रकट होते हैं। ये दो तरह के होते हैं – आलंबन विभाव तथा उद्दीपन विभाव। जिसका सहारा पाकर स्थायी भाव जगते हैं उसे आलंबन विभाव कहते हैं और जिन वस्तुओं या परिस्थितियों को देखकर स्थायी भाव उद्दीप्त होते हैं उन्हें उद्दीपन विभाव कहते हैं।

अनुभाव : वे गुण और क्रियाएँ जिनसे रस का बोध होता है अनुभाव कहलाते हैं। इनकी संख्या 8 मानी गई हैं – स्तंभ, स्वेद, रोमांच, स्वर भंग, कंप, विवर्णता (रंगहीनता), अश्रु, प्रलय। वाणी और अभिनय द्वारा इनसे अर्थ प्रकट होता है।

संचारी भाव : मन में संचरण करने वाले अर्थात आने-जाने वाले भावों को संचारी भाव कहते हैं। ये भाव पानी के बुलबुलों की तरह उठते और विलीन हो जाते हैं। इनकी संख्या 33 मानी गई है। हर्ष, विषाद, भय, लज्जा, ग्लानी, चिंता, शंका, मोह, गर्व, उत्सुकता, उग्रता, निद्रा, स्वप्न, आलस्य, मद, उन्माद आदि।

वात्सल्य रस : जब काव्य में अपनों से छोटों के प्रति स्नेह या ममत्व का भाव अभिव्यक्त होता है, वहाँ वात्सल्य रस का निर्माण होता है। माता का पुत्र के प्रति स्नेह, बड़ों का बच्चों के प्रति प्रेम, गुरु का शिष्य के प्रति प्रेम, भाई का भाई के प्रति या बहन का भाई के प्रति स्नेह आदि की परिपुष्टि होकर वात्सल्य रस का निर्माण होता है।

Maharashtra Board Class 11 Hindi व्याकरण रस वात्सल्य, वीर, करुण, हास्य, भयानक

वात्सल्य रस के अंग (अवयव)

  • स्थायी भाव : ममत्व, वत्सलता।
  • अवलंबन : पुत्र, शिशु, शिष्य आदि।
  • उद्दीपन : बाल लीलाएँ, बाल हठ आदि।
  • अनुभाव : बालक को गोद में लेना, थपथपाना, सिर पर हाथ फेरना आदि।

संचारी भाव : हर्ष, गर्व, मोह, चिंता, आवेश आदि।
उदा. :
मैया मोहिं दाऊ बहुत खिझायो।
मोसो कहत मोल को लीन्हों तू जसुमति कब जायो।।

– सूरदास

मधुरता मय था मृदु बोलना।
अमृत सिंचित सी मुस्कान थी।
समद थी जनमानस मोहती।
कमल लोचन की कमनीयता।।

– अयोध्यासिह उपाध्याय ‘हरिऔध’

वीर रस : किसी पद में वर्णित प्रसंग हमारे हृदय में ओज, उमंग, उत्साह का भाव उत्पन्न करते हैं, तब वीर रस का निर्माण होता है। ये भाव शत्रुओं के प्रति विद्रोह, अधर्म, अत्याचार का विनाश असहायों को कष्ट से मुक्ति दिलाने में व्यंजित होते हैं।

वीर रस के अंग (अवयव)

  • स्थायी भाव : उत्साह।
  • अवलंबन : अत्याचारी शत्रु।
  • उद्दीपन : शत्रु का पराक्रम, शत्रु का अहंकार, रणभेरी, यश की इच्छा आदि।
  • अनुभाव : गर्वपूर्ण उक्ति, प्रहार, रोमांच आदि।
  • संचारी भाव : आवेग, उग्रता, गर्व, चपलता आदि।

Maharashtra Board Class 11 Hindi व्याकरण रस वात्सल्य, वीर, करुण, हास्य, भयानक

उदा. :
आजादी की राह चले तुम,
सुख से मुख को मोड़ चले तुम,
“नहीं रहूँ परतंत्र किसी का’
तेरा घोष अति प्रखर है
राजा तेरा नाम अमर है।

– डॉ. जयंत निर्वाण

बुझी राख मत हमें समझना, अंगारों के गोले हैं।
देश आन पर मिटने वाले, हम बारूदी शोले हैं।

– सुरेंद्रनाथ सिंह

करूण रस : किसी प्रियजन या इष्ट के कष्ट, शोक, दुख, मृत्युजनित प्रसंग के कारण अथवा किसी प्रकार की अनिष्ट आशंका के कारण हृदय में पीड़ा या क्षोभ का भाव उत्पन्न होता है, वहाँ करूण रस की अभिव्यंजना होती है।

करूण रस के अंग (अवयव)

  • स्थायी भाव : शोक।
  • आलंबन : विनष्ट व्यक्ति अथवा वस्तु आदि।
  • उद्दीपन : आलंबन का दाहकर्म, इष्ट के गुण तथा उससे संबंधित वस्तुओं का वर्णन आदि।
  • अनुभाव : भूमि पर गिरना, नि:श्वास, छाती पीटना, रूदन, प्रलाप, मूर्छा, कंप आदि।
  • संचारी भाव : निर्वेद, मोह, व्याधि, ग्लानि, स्मृति श्रम, विषाद, जड़ता, दैन्य, उन्माद आदि।

उदा. :
हाय राम कैसे झेलें हम अपनी लज्जा अपना शोक,
गया हमारे ही हाथों से अपना राष्ट्र पिता परलोक

– अज्ञात

मरते कोमल वत्स यहाँ
बचती न जवानी परदेशी!
माया के मोहक वन की
क्या कहूँ कहानी परदेशी?

– रामधारी सिंह ‘दिनकर’

Maharashtra Board Class 11 Hindi व्याकरण रस वात्सल्य, वीर, करुण, हास्य, भयानक

हास्य रस : जब काव्य में किसी की विचित्र वेशभूषा, अटपटी आकृति, क्रिया कलाप, रूप-रंग, वाणी एवं व्यवहार को देखकर, सुनकर, पढ़कर हृदय में हास्य का भाव उत्पन्न होता है, वहाँ हास्य रस की निर्मिति होती है। स्वभावत: सबसे अधिक सुखात्मक रस है यह।

हास्य रस के अंग (अवयव)

  • स्थायी भाव : हास
  • आलंबन : विकृत वेशभूषा, आकार एवं चेष्टाएँ
  • उद्दीपन : आलंबन की अनोखी आकृति, बातचीत, चेष्टाएँ आदि।
  • अनुभाव : आश्रय की मुस्कान, नेत्रों का मिचमिचाना, अट्टाहास आदि।
  • संचारी भाव : हर्ष, आलस्य, निद्रा, चपलता, कंपन, उत्सुकता

उदा. :
मच्छर, खटमल और चूहे घर मेरे मेहमान थे,
मैं भी भूखा और भूखे ये मेरे भगवान थे।
रात को कुछ चोर आए, सोचकर चकरा गए
हर तरफ चूहे ही चूहे, देखकर घबरा गए।

– हुल्लड़ मुरादाबादी

सुबह से शाम तक पप्पू जप रहा भगवान का नाम।
खा रहा बार-बार बादाम, लगा रहा कोई बाम।।
घर वाले समझ गए कि आ गया है एग्जाम।
आ गया है एग्जाम अत: पप्पू का सिर है जाम।।

– सुरेंद्र रघुवंशी

भयानक रस : जब काव्य में भयानक वस्तुओं या दृश्यों के प्रत्यक्षीकरण के फल स्वरूप हृदय में भय का भाव उत्पन्न होता है, तब भयानक रस की अभिव्यंजना होती है। इसके अंतर्गत कंपन, पसीना छूटना, मुँह सूखना, चिंता आदि भाव उत्पन्न होते हैं।

भयानक रस के अंग (अवयव)

  • स्थायी भाव : भय
  • आलंबन : भयंकर पशु, स्थान, वस्तु के दर्शन आदि।
  • उद्दीपन : भयानक वस्तु का स्वर, भयंकर स्वर, ध्वनि, चेष्टाएँ, डरावना पन आदि।
  • अनुभाव : कंपन, पसीना छूटना, मुँह सूखना, चिंता होना, रोमांच, मूर्छा, पलायन, रूदन आदि।
  • संचारी भाव : दैन्य, सभ्रम, चिंता, सम्मोह आदि।

Maharashtra Board Class 11 Hindi व्याकरण रस वात्सल्य, वीर, करुण, हास्य, भयानक

उदा. :
चिंग्घाड भगा भय से हाथी,
लेकर अंकुश पिलावन गिरा।
झटका लग गया, फटी झालर
हौदा गिर गया, निशान गिरा।।

– अज्ञात

आगे पहाड़ को पा धारा रूकी हुई है।
बल-पुंज केसरी की ग्रीवा झुकी हुई है।
अग्निस्फुलिंग रज का बुझ ढेर हो रहा है।
है रो रही जवानी, अंधेर हो रहा है।

– रामधारी सिंह ‘दिनकर’

Maharashtra Board 11th Maths Solutions Chapter 5 Straight Line Ex 5.4

Balbharti Maharashtra State Board Class 11 Maths Solutions Pdf Chapter 5 Straight Line Ex 5.4 Questions and Answers.

Maharashtra State Board 11th Maths Solutions Chapter 5 Straight Line Ex 5.4

Question 1.
Find the slope, x-intercept, y-intercept of each of the following lines, i. 2x + 3y-6 = 0 ii. 3x-y-9 = 0 iii. x + 2y = 0
Solution:
i. Given equation of the line is 2x + 3y – 6 = 0.
Comparing this equation with ax + by + c = 0,
we get
a = 2, b = 3, c = -6
Maharashtra Board 11th Maths Solutions Chapter 5 Straight Line Ex 5.4 1

ii. Given equation of the line is 3x – y – 9 = 0.
Comparing this equation with ax + by + c = 0,
we get
a = 3, b = – 1, c = – 9
Maharashtra Board 11th Maths Solutions Chapter 5 Straight Line Ex 5.4 2

Maharashtra Board 11th Maths Solutions Chapter 5 Straight Line Ex 5.4

iii. Given equation of the line is x + 2y = 0.
Comparing this equation with ax + by + c = 0,
we get
a = 1, b = 2, c = 0
Maharashtra Board 11th Maths Solutions Chapter 5 Straight Line Ex 5.4 3

Question 2.
Write each of the following equations in ax + by + c = 0 form.
i. y = 2x – 4
ii. y = 4
iii. \(\frac{x}{2}+\frac{y}{4}=1\)
iv. \(\frac{x}{3}-\frac{y}{2}=0\)
i. y = 2x – 4
∴ 2x – y – 4 = 0 is the equation in ax + by + c = 0 form.

ii. y = 4
∴ 0x + 1y – 4 = 0 is the equation in ax + by + c = 0 form.

iii. \(\frac{x}{2}+\frac{y}{4}=1\)
∴ \(\frac{2 x+y}{4}\)
∴ 2x + y – 4 = 0 is the equation in ax + by + c = 0 form.

iv. \(\frac{x}{3}-\frac{y}{2}=0\)
∴ 2x – 3y = 0
∴ 2x – 3y + 0 = 0 is the equation in ax + by + c = 0 form.
[Note: Answer given in the textbook is ‘2x – 3y – 6 = 0’. However, as per our calculation it is ‘2x-3y + 0 = 0’.]

Question 3.
Show that the lines x – 2y – 7 = 0 and 2x – 4y + 15 = 0 are parallel to each other.
Solution:
Let m1 be the slope of the line x – 2y – 7 = 0.
∴ m1 = \(\frac{-\text { coefficient of } x}{\text { coefficient of } y}=\frac{-1}{-2}=\frac{1}{2}\)
Let m2 be the slope of the line 2x – 4y + 15 = 0.
∴ m2 = \(\frac{-\text { coefficient of } x}{\text { coefficient of } y}=\frac{-2}{-4}=\frac{1}{2}\)
Since m1 = m2
the given lines are parallel to each other.

Question 4.
Show that the lines x – 2y – 7 = 0 and 2x + y + 1 = 0 are perpendicular to each other. Find their point of intersection.
Solution:
Let m1 be the slope of the line x – 2y – 7 = 0.
∴ m1 = \(\frac{-\text { coefficient of } x}{\text { coefficient of } y}=\frac{-1}{-2}=\frac{1}{2}\)
Let m2 be the slope of the line 2x + y + 1 = 0.
∴ m2 = \(\frac{-\text { coefficient of } x}{\text { coefficient of } y}=\frac{-2}{1}=-2\)
Since m1 x m1 = \(\frac{1}{2}\) x (- 2) = -1,
the given lines are perpendicular to each other. Consider,
x – 2y – 7 = 0 …(i)
2x + y + 1 =0 …(ii)
Multiplying equation (ii) by 2, we get
4x + 2y + 2 = 0 …(iii)
Adding equations (i) and (iii), we get
5x – 5 = 0
∴ x = 1
Substituting x = 1 in equation (ii), we get
2 + y + 1 = 0
∴ y = – 3
∴ The point of intersection of the given lines is (1,-3).

Maharashtra Board 11th Maths Solutions Chapter 5 Straight Line Ex 5.4

Question 5.
If the line 3x + 4y = p makes a triangle of area 24 square units with the co-ordinate axes, then find the value of p.
Solution:
Let the line 3x + 4y = p cuts the X and Y axes at points A and B respectively.
3x + 4y = p
Maharashtra Board 11th Maths Solutions Chapter 5 Straight Line Ex 5.4 4
This equation is of the form \(\frac{x}{a}+\frac{y}{b}=1\),
where a = \(\frac{p}{3}\) and b = \(\frac{p}{4}\)
∴ A (a, 0) ≡ (\(\frac{p}{3}\), 0) and B ≡ (0, b) = (0, \(\frac{p}{4}\))
∴ OA = \(\frac{p}{3}\) and OB = \(\frac{p}{4}\)
Given, A (∆OAB) = 24 sq. units
∴ \(\left|\frac{1}{2} \times \mathrm{OA} \times \mathrm{OB}\right|=24\)
∴ \(\left|\frac{1}{2} \times \frac{\mathrm{p}}{3} \times \frac{\mathrm{p}}{4}\right|=24\)
∴ p2 = 576
∴ p = ± 24

Question 6.
Find the co-ordinates of the foot of the perpendicular drawn from the point A(- 2,3) to the line 3x-y -1 = 0.
Solution:
Let M be the foot of perpendicular drawn from
point A(- 2,3) to the line
3x-y- 1 = 0 …(i)
Slope of the line 3x-y – 1 = 0 is \(\frac{-3}{-1}\) =3.
Since AM ⊥ to line (i),
slope of AM = \(\frac{-1}{3}\)
∴ Equation of AM is
y – 3 = \(\frac{-1}{3}\)(x + 2)
Maharashtra Board 11th Maths Solutions Chapter 5 Straight Line Ex 5.4 5
∴ 3(y – 3) = – 1(x + 2)
∴ 3y – 9 = -x – 2
∴ x + 3y – 7 = 0 …………(ii)
The foot of perpendicular i.e., point M, is the point of intersection of equations (i) and (ii).
By (i) x 3 + (ii), we get 10x -10 = 0
∴ x = 1
Substituting x = 1 in (ii), we get
1 + 3y – 7 = 0
∴ 3y = 6
∴ y = 2
∴ The co-ordinates of the foot of the perpendicular Mare (1,2).

Question 7.
Find the co-ordinates of the circumcentre of the triangle whose vertices are A(- 2, 3), B(6, -1), C(4,3),e
Solution:
Here, A(-2, 3), B(6, -1), C(4, 3) are the vertices of ∆ABC.
Let F be the circumcentre of AABC.
Let FD and FE be the perpendicular bisectors of the sides BC and AC respectively.
∴ D and E are the midpoints of side BC and AC respectively.
Maharashtra Board 11th Maths Solutions Chapter 5 Straight Line Ex 5.4 6
Since FD passes through (5, 1) and has slope 1/2 equation of FD is
y – 1 = \(\frac{1}{2}\)(x-5)
∴ 2 (y – 1) = x – 5
∴ 2y – 2 = x – 5
∴ x – 2y – 3 = 0 …(i)
Since both the points A and C have same y co-ordinates i.e. 3,
the given points lie on the line y = 3.
Since the equation FE passes through E(1, 3),
the equation of FE is x = 1. .. .(ii)
To find co-ordinates of circumcentre, we have to solve equations (i) and (ii).
Substituting the value of x in (i), we get
1 – 2y -3 = 0
∴ y = -1
∴ Co-ordinates of circumcentre F ≡ (1, – 1).

Question 8.
Find the co-ordinates of the orthocentre of the triangle whose vertices are A(3, – 2), B(7,6), C (-1,2).
Solution:
Let O be the orthocentre of ∆ABC.
Let AD and BE be the altitudes on the sides BC and AC respectively.
Maharashtra Board 11th Maths Solutions Chapter 5 Straight Line Ex 5.4 7
Slope of side BC = \(\frac{2-6}{-1-7}=\frac{-4}{-8}=\frac{1}{2}\)
∴ Slope of AD = – 2 [∵ AD ⊥ BC]
∴ Equation of line AD is
y – (-2) = (- 2) (x – 3)
∴ y + 2 = -2x + 6
∴ 2x + y -4 = 0 …(i)
Slope of side AC = \(\frac{-2-2}{3-(-1)}=\frac{-4}{4}\) = -1
∴ Slope of BE = 1 …[ ∵ BE ⊥ AC]
∴ Equation of line BE is
y – 6 = 1(x – 7)
∴ y – 6 = x – 1
∴ x = y + 1 …(ii)
Substituting x = y + 1 in (i), we get
2(y + 1) + y – 4 = 0
∴ 2y + 2 + y – 4 = 0
∴ 3y – 2 = 0
∴ y = \(\frac{2}{3} in (ii), we get
Substituting y = [latex]\frac{2}{3}\) in (ii), we get
x = \(\frac{2}{3}+1=\frac{5}{3}\)
∴ Co-ordinates of orthocentre, O = \(\left(\frac{5}{3}, \frac{2}{3}\right)\)

Maharashtra Board 11th Maths Solutions Chapter 5 Straight Line Ex 5.4

Question 9.
Show that the lines 3 – 4y + 5 = 0, lx – 8y + 5 = 0 and 4JC + 5y – 45 = 0 are concurrent. Find their point of concurrence.
Solution:
The number of lines intersecting at a point are called concurrent lines and their point of intersection is called the point of concurrence. Equations of the given lines are
3x – 4y + 5 = 0 …(i)
7x-8y + 5 = 0 …(ii)
4x + 5y – 45 = 0 …(iii)
By (i) x 2 – (ii), we get
– x + 5 = 0
∴ x = 5
Substituting x = 5 in (i), we get
3(5) – 4y + 5 = 0
∴ -4y = – 20
∴ y = 5
∴ The point of intersection of lines (i) and (ii) is given by (5, 5).
Substituting x = 5 and y = 5 in L.H.S. of (iii), we get
L.H.S. = 4(5) + 5(5) – 45
= 20 + 25 – 45
= 0
= R.H.S.
∴ Line (iii) also passes through (5, 5).
Hence, the given three lines are concurrent and the point of concurrence is (5, 5).

Question 10.
Find the equation of the line whose x-intercept is 3 and which ¡s perpendicular to the line 3x – y + 23 = 0.
Solution:
Slope of the line 3x – y + 23 = 0 is 3.
∴ Slope of the required line perpendicular to
3x – y + 23 = 0 is \(\frac{-1}{3}\)
Since the x-intercept of the required line is 3, it passes through (3, 0).
∴ The equation of the required line is ‘
y – 0 = \(\frac{-1}{3}\)(x – 3)
∴ 3y = x + 3
∴ x + 3y = 3

Question 11.
Find the distance of the origin from the line 7x + 24y – 50 = 0.
Solution:
Let p be the perpendicular distance of origin
fromtheline7x + 24y – 50 = 0
Here, a = 7, b = 24, c = -50
Maharashtra Board 11th Maths Solutions Chapter 5 Straight Line Ex 5.4 8

Question 12.
Find the distance of the point A(- 2, 3) from the line 12x – 5y – 13 = 0.
Solution:
Let p be the perpendicular distance of the point A(- 2, 3) from the line 12x – 5y – 13 = 0
Here, a = 12, b = – 5, c = – 13, x1 = -2, y1 = 3
Maharashtra Board 11th Maths Solutions Chapter 5 Straight Line Ex 5.4 9

Question 13.
Find the distance between parallel lines 4x – 3y + 5 = 0 and 4xr – 3y + 7 = 0.
Solution:
Equations of the given parallel lines are 4x – 3y + 5 = 0 and 4x – 3y + 1 = 0
Here, a = 4, b = – 3, c1 = 5 and c2 = 7
∴ Distance between the parallel lines
Maharashtra Board 11th Maths Solutions Chapter 5 Straight Line Ex 5.4 10

Question 14.
Find the distance between the parallel lines 9x + 6y – 7 = 0 and 3x + 2y + 6 = 0.
Solution:
Equations of the given parallel lines are 3x + 2y + 6 = 0 and
9x + 6y – 1 = 0 i.e., 3x + 2y – \(\frac{7}{3}\) =0
Here, a = 3, b = 2, c1 = 6 and c2 = \(\frac{-7}{3}\)
∴ Distance between the parallel lines
Maharashtra Board 11th Maths Solutions Chapter 5 Straight Line Ex 5.4 11

Maharashtra Board 11th Maths Solutions Chapter 5 Straight Line Ex 5.4

Question 15.
Find the points on the line x + y – 4 = 0 which are at a unit distance from the line 4JC + 3y = 10.
Solution:
Let P(x1, y1) be a point on the line x + y – 4 = o.
∴ x1 + y1 – 4 = 0
∴ y1 = 4 – x1 …(i)
Also, distance of P from the line 4x + 3y- 10 = 0 is 1
Maharashtra Board 11th Maths Solutions Chapter 5 Straight Line Ex 5.4 12
∴ 5 = | x1 + 2 |
∴ x1 + 2 = ± 5
∴ x1 + 2 = 5 or x1 + 2 = – 5
∴ x1 = 3 or x1 = – 7
From (i), when x1 = 3, y1 = 1
and when x1 = -7, y1 = 11
∴ The required points are (3, 1) and (-7, 11).
[Note: The question has been modified]

Question 16.
Find the equation of the line parallel to the X-axis and passing through the point of intersection of lines x + y – 2 = 0 and 4x + 3y = 10.
Solution:
Let u = x + y – 2 = 0 and v = 4x + 3y – 10 = 0
Equation of the line passing through the point of intersection of lines u = 0 and v = 0 is given by u + kv = 0.
∴ (x + y – 2) + k(4x + 3y – 10) = 0 …(i)
∴ x + y – 2 + 4kx + 3ky – 10k = 0
∴ x + 4kx + y + 3ky – 2 – 10k = 0
∴ (1+ 4k)x + (1 + 3k)y – 2 – 10k = 0
But, this line is parallel to X-axis.
∴ Its slope = 0
∴ \(\frac{-(1+4 k)}{1+3 k}\) = 0
∴ 1 + 4k = 0
∴ k = \(\frac{-1}{4}\)
Substituting the value of k in (i), we get
(x + y – 2) + (4x + 3y – 10) = 0
∴ 4(x +y – 2) – (4x + 3y -10 ) = 0
∴ 4x + 4y – 8 – 4x – 3y + 10 = 0
∴ y + 2 = 0, which is the equation of the required line.
[Note: Answer given in the textbook is 5y – 8= 0. However, as per our calculation it is y + 2 = 0.]

Question 17.
Find the equation of the line passing through the point of intersection of lines x + y – 2 = 0 and 2xr – 3y + 4 = 0 and making intercept 3 on the X-axis.
Solution:
Let u ≡ x + y – 2 = 0 and v ≡ 2x – 3y + 4 = 0
Equation of the line passing through the point of intersection of lines u = 0 and v = 0 is given by u + kv = 0.
∴ (x +y – 2) + k(2x – 3y + 4) = 0 …(i)
But, x-intercept of line is 3.
∴ It passes through (3, 0).
Substituting x = 3 and y = 0 in (i), we get
(3 + 0 – 2) + k(6 – 0 + 4) = 0
∴ 1 + 10k = 0
k = \(\frac{-1}{10}\)
Substituting the value of k in (i), we get (x + y – 2) + \(\left(\frac{-1}{10}\right)\) (2x – 3y + 4) = 0
∴ 10(x + y – 2) – (2x – 3y + 4) = 0
∴ 10x + 10y -20 — 2x + 3y-4 = 0
∴ 8x + 13y – 24 = 0, which is the equation of the required line.

Question 18.
If A(4, 3), B(0, 0) and C(2, 3) are the vertices of ΔABC, then find the equation of bisector of angle BAC.
Solution:
Let the bisector of ∠ BAC meets BC at point D.
∴ Point D divides seg BC in the ratio l(AB) : l(AC)
Maharashtra Board 11th Maths Solutions Chapter 5 Straight Line Ex 5.4 13
∴ 18 (y – 3) = 6 (x – 4)
∴ 3(y – 3) = x – 4
∴ 3y – 9 = x – 4
∴ x – 3y + 5 = 0

Maharashtra Board 11th Maths Solutions Chapter 5 Straight Line Ex 5.4

Question 19.
D(- 1, 8), E(4, – 2), F(- 5, – 3) are midpoints of sides BC, CA and AB of AABC. Find
i. equations of sides of ΔABC.
ii. co-ordinates of the circumcentre of ΔABC.
Solution:
Let A(x1, y1), B(x2, y2) and C(x3, y3) be the vertices of ΔABC.
Given, points D, E and F are midpoints of sides BC, CA and AB respectively of ΔABC.
Maharashtra Board 11th Maths Solutions Chapter 5 Straight Line Ex 5.4 14
∴ x1 + x2 = -10 …………. (v)
and y1 + y2 = – 6 …………(vi)
For x-coordinates:
Adding (i), (iii) and (v), we get
2x1 + 2x2 + 2x3 = – 4
∴ x1 + x2 + x3 = -2 …………..(vii)
Solving (i) and (vii), we get x1 = 0
Solving (iii) and (vii), we get x2 = – 10
Solving (v) and (vii), we get x3 = 8

For y-coordinates:
Adding (ii), (iv) and (vi), we get 2y1 + 2y2 + 2y3 = 6
y1 + y2 + y3 = 3 …….(viii)
Solving (ii) and (viii), we get y1 = -13
Solving (iv) and (viii), we get y2 = 7
Solving (vi) and (viii), we get y3 = 9
∴ Vertices of AABC are A(0, – 13), B(- 10, 7), C(8, 9)
Maharashtra Board 11th Maths Solutions Chapter 5 Straight Line Ex 5.4 15
∴ 8(y + 13) = 22x
∴ 4(y + 13) = 11x
∴ 11x – 4y – 52 = 0

ii. Here, A(0, – 13), B(- 10, 7), C(8, 9) are the vertices of ΔABC.
Let F be the circumcentre of AABC.
Let FD and FE be perpendicular bisectors of the sides BC and AC respectively.
D and E are the midpoints of side BC and AC.
Maharashtra Board 11th Maths Solutions Chapter 5 Straight Line Ex 5.4 16
∴ Slope of FD = -9 … [ ∵ FD ⊥ BC]
Since FD passes through (-1, 8) and has slope -9, equation of FD is
y – 8 = -9 (x +1)
∴ y – 8 = -9x – 9
∴ y = -9x – 1
Also, slope of AC = \(\frac{-13-9}{0-8}=\frac{11}{4}\)
∴ Slope of FE = \(\frac{-4}{11}\) [ ∵ FE ⊥ AC]
Since FE passes through (4, -2) and has slope -4
\(\frac{-4}{11}\), equation of FE is
(y + 2) = \(\frac{-4}{11}\) (x – 4)
∴ 11(y + 2) = -4(x – 4)
∴ 11y + 22 = – 4x + 16
∴ 4x + 11y = -6 …………(ii)
To find co-ordinates of circumcentre, we have to solve equations (i) and (ii).
Substituting the value ofy in (ii), we get
4x + 11(-9x- 1) = – 6
∴ 4x – 99x -11 = – 6
∴ -95x = 5
∴ x = \(\frac{-1}{19}\)
Substituting the value of x in (i), we get
y = -9(\(\frac{-1}{19}\)) – 1 = \(\frac{-10}{19}\)
∴ Co-ordinates of circumcentre F ≡ \(\left(\frac{-1}{19}, \frac{-10}{19}\right)\)

Question 20.
0(0, 0), A(6, 0) and B(0, 8) are vertices of a triangle. Find the co-ordinates of the incentre of ∆OAB.
Solution:
Let bisector of ∠O meet AB at point D and bisector of ∠A meet BO at point E
∴ Point D divides seg AB in the ratio l(OA): l(OB)
and point E divides seg BO in the ratio l(AB): l(AO)
Let I be the incentre of ∠OAB.
Maharashtra Board 11th Maths Solutions Chapter 5 Straight Line Ex 5.4 17
∴ Point D divides AB internally in 6 : 8
i.e. 3 :4
Maharashtra Board 11th Maths Solutions Chapter 5 Straight Line Ex 5.4 18
∴ y = x …(i)
Now, by distance formula,
l(AB) = \(\begin{aligned}
&=\sqrt{(6-0)^{2}+(0-8)^{2}} \\
&=\sqrt{36+64}=10
\end{aligned}\)
l(AO) = \(\sqrt{(6-0)^{2}+(0-0)^{2}}\) = 6
∴ Point E divides BO internally in 10 : 6 i.e. 5:3
Maharashtra Board 11th Maths Solutions Chapter 5 Straight Line Ex 5.4 19
∴ -2y = x – 6
∴ x + 2y = 6 …(ii)
To find co-ordinates of incentre, we have to solve equations (i) and (ii).
Substituting y = x in (ii), we get
x + 2x = 6
∴ x = 2
Substituting the value of x in (i), we get
y = 2
∴ Co-ordinates of incentre I ≡ (2, 2).

Maharashtra Board 11th Maths Solutions Chapter 5 Straight Line Ex 5.4

Alternate Method:
Let I be the incentre.
I lies in the 1st quadrant.
OPIR is a square having side length r.
Since OA = 6, OP = r,
PA = 6 – r
Since PA = AQ,
AQ = 6 – r …(i)
Since OB = 8, OR = r,
BR = 8 – r
∴ BR = BQ
∴ BQ = 8 – r …(ii)
Maharashtra Board 11th Maths Solutions Chapter 5 Straight Line Ex 5.4 20
AB = BQ + AQ
Also, AB = \(\begin{aligned}
&=\sqrt{\mathrm{OA}^{2}+\mathrm{OB}^{2}} \\
&=\sqrt{6^{2}+8^{2}} \\
&=\sqrt{100}=10
\end{aligned}\)
∴ BQ + AQ= 10
∴ (8 – r) + (6 – r) = 10
∴ 2r = 14- 10 = 4
∴ r = 2
∴ I = (2,2)

Maharashtra Board 11th Maths Solutions Chapter 4 Determinants and Matrices Ex 4.2

Balbharti Maharashtra State Board Class 11 Maths Solutions Pdf Chapter 4 Determinants and Matrices Ex 4.2 Questions and Answers.

Maharashtra State Board 11th Maths Solutions Chapter 4 Determinants and Matrices Ex 4.2

Question 1.
Without expanding, evaluate the following determinants.
i. \(\left|\begin{array}{ccc}
1 & a & b+c \\
1 & b & c+a \\
1 & c & a+b
\end{array}\right|\)
ii. \(\left|\begin{array}{ccc}
2 & 3 & 4 \\
5 & 6 & 8 \\
6 x & 9 x & 12 x
\end{array}\right|\)
iii. \(\left|\begin{array}{lll}
2 & 7 & 65 \\
3 & 8 & 75 \\
5 & 9 & 86
\end{array}\right|\)
Solution:
i. Let D = \(\left|\begin{array}{ccc}
1 & a & b+c \\
1 & b & c+a \\
1 & c & a+b
\end{array}\right|\)
Applying C3 → C3 + C2, we get .
D = \(\left|\begin{array}{lll}
1 & a & a+b+c \\
1 & b & a+b+c \\
1 & c & a+b+c
\end{array}\right|\)
Taking (a + b + c) common from C3, we get
D = (a + b + c) \(\left|\begin{array}{lll}
1 & a & 1 \\
1 & b & 1 \\
1 & c & 1
\end{array}\right|\)
= (a + b + c)(0)
… [∵ C1 and C3 are identical]
= 0

Maharashtra Board 11th Maths Solutions Chapter 4 Determinants and Matrices Ex 4.2

ii. \(\left|\begin{array}{ccc}
2 & 3 & 4 \\
5 & 6 & 8 \\
6 x & 9 x & 12 x
\end{array}\right|\)
Taking (3x) common from R3, we get
D = 3x \(\left|\begin{array}{lll}
2 & 3 & 4 \\
5 & 6 & 8 \\
2 & 3 & 4
\end{array}\right|\)
= (3x)(0) = 0
… [∵ R1 and R3 are identical]
= 0

iii. Let D = \(\left|\begin{array}{lll}
2 & 7 & 65 \\
3 & 8 & 75 \\
5 & 9 & 86
\end{array}\right|\)
Applying Cx3 → C3 – 9C2, we get
D = \(\left|\begin{array}{lll}
2 & 7 & 2 \\
3 & 8 & 3 \\
5 & 9 & 5
\end{array}\right|\)
= 0 …[∵ C1and C3 are identical]

Question 2.
Prove that \(\left|\begin{array}{lll}
{x}+y & y+\mathbf{z} & \mathbf{z}+{x} \\
\mathbf{z}+{x} & {x}+y & y+\mathbf{z} \\
{y}+\mathbf{z} & \mathbf{z}+{x} & {x}+{y}
\end{array}\right|=2\left|\begin{array}{ccc}
{x} & y & \mathbf{z} \\
\mathbf{z} & {x} & y \\
y & \mathbf{z} & {x}
\end{array}\right|\)
Solution:
Maharashtra Board 11th Maths Solutions Chapter 4 Determinants and Matrices Ex 4.2 1

Question 3.
Using properties of determinant, show that
i. \(\left|\begin{array}{ccc}
a+b & a & b \\
a & a+c & c \\
b & c & b+c
\end{array}\right|=4 a b c\)
ii. \(\left|\begin{array}{ccc}
1 & \log _{x} y & \log _{x} z \\
\log _{y} x & 1 & \log _{y} z \\
\log _{2} x & \log _{x} y & 1
\end{array}\right|=0\)
Solution:
i. L.H.S. = \(\)
Applying C1 → C1 – (C2 + C3), we get
L.H.S. = \(\left|\begin{array}{ccc}
0 & a & b \\
-2 c & a+c & c \\
-2 c & c & b+c
\end{array}\right|\)
Taking (-2) common from C1, we get
L.H.S. = -2\(\left|\begin{array}{ccc}
0 & a & b \\
c & a+c & c \\
c & c & b+c
\end{array}\right|\)
Applying C2 → C2 – C1 and C3 → C3 – C1, we get
L.H.S. = -2\(\left|\begin{array}{lll}
0 & a & b \\
c & a & 0 \\
c & 0 & b
\end{array}\right|\)
= -2[0(ab – 0) – a(bc – 0) + b(0 – ac)]
= -2(0 – abc – abc)
= -2(-2abc)
= 4abc = R.H.S.

ii.
Maharashtra Board 11th Maths Solutions Chapter 4 Determinants and Matrices Ex 4.2 2

Maharashtra Board 11th Maths Solutions Chapter 4 Determinants and Matrices Ex 4.2

Question 4.
Solve the following equations.
i. \(\left|\begin{array}{lll}
x+2 & x+6 & x-1 \\
x+6 & x-1 & x+2 \\
x-1 & x+2 & x+6
\end{array}\right|=0\)
ii. \(
Solution:
i. [latex\left|\begin{array}{lll}
x+2 & x+6 & x-1 \\
x+6 & x-1 & x+2 \\
x-1 & x+2 & x+6
\end{array}\right|=0\)
Applying R2 → R2 – R1 and R3 → R3 – R1, we get
\(\left|\begin{array}{ccc}
x+2 & x+6 & x-1 \\
4 & -7 & 3 \\
-3 & -4 & 7
\end{array}\right|\) =0
∴ (x + 2)(- 49 + 12) – (x + 6)(28 + 9) + (x- 1)(- 16 – 21) = 0
∴ (x + 2) (-37) – (x + 6) (37) + (x – 1) (-37) = 0
∴ -37(x + 2+ x + 6 + x – 1) = 0
∴ 3x + 7 = 0
∴ x = \(\frac{-7}{3}\)

ii. \(\left|\begin{array}{ccc}
x-1 & x & x-2 \\
0 & x-2 & x-3 \\
0 & 0 & x-3
\end{array}\right|=0\)
Applying R2 → R2 – R3, we get
\(\left|\begin{array}{ccc}
x-1 & x & x-2 \\
0 & x-2 & 0 \\
0 & 0 & x-3
\end{array}\right|=0\)
∴ (x – 1)(x – 2)(x – 3) – 0] – x(0 – 0) + (x – 2)(0 – 0) =
∴ (x – 1)(x – 2)(x – 3) = 0
∴ x — 1 = 0 or x-2 = 0 or x-3 = 0
∴ x = 1 or x = 2 or x = 3

Question 5.
If \(\left|\begin{array}{lll}
4+x & 4-x & 4-x \\
4-x & 4+x & 4-x \\
4-x & 4-x & 4+x
\end{array}\right|\) = 0, then find the values of x.
Solution:
Maharashtra Board 11th Maths Solutions Chapter 4 Determinants and Matrices Ex 4.2 3
(12 -x)[1(4x2 – 0) – (4 – x)(0 – 0) + (4 – x)(0 – 0)] = 0
∴ (12 – x)(4x2) = 0
∴ x2(12 – x) = 0
∴ x = 0 or 12 – x = 0
∴ x = 0 or x = 12

Maharashtra Board 11th Maths Solutions Chapter 4 Determinants and Matrices Ex 4.2

Question 6.
Without expanding determinant, show that
\(\left|\begin{array}{lll}
1 & 3 & 6 \\
6 & 1 & 4 \\
3 & 7 & 12
\end{array}\right|+4\left|\begin{array}{lll}
2 & 3 & 3 \\
2 & 1 & 2 \\
1 & 7 & 6
\end{array}\right|=10\left|\begin{array}{lll}
1 & 2 & 1 \\
3 & 1 & 7 \\
3 & 2 & 6
\end{array}\right|\)
Solution:
L.H.S. = \(\left|\begin{array}{ccc}
1 & 3 & 6 \\
6 & 1 & 4 \\
3 & 7 & 12
\end{array}\right|+4\left|\begin{array}{lll}
2 & 3 & 3 \\
2 & 1 & 2 \\
1 & 7 & 6
\end{array}\right|\)
In 1st determinant, taking 2 common from C3 we get
Maharashtra Board 11th Maths Solutions Chapter 4 Determinants and Matrices Ex 4.2 4
Interchanging rows and columns, we get
L.H.S. = \(\left|\begin{array}{ccc}
10 & 20 & 10 \\
3 & 1 & 7 \\
3 & 2 & 6
\end{array}\right|\)
Taking 10 common from R1, we get
L.H.S = 10\(\left|\begin{array}{lll}
1 & 2 & 1 \\
3 & 1 & 7 \\
3 & 2 & 6
\end{array}\right|\) = R.H.S.

Maharashtra Board Class 11 Hindi परिशिष मुद्रित शोधन चिह्नदर्शक तालिका

Balbharti Maharashtra State Board Hindi Yuvakbharati 11th Digest परिशिष मुद्रित शोधन चिह्नदर्शक तालिका Notes, Questions and Answers.

Maharashtra State Board 11th Hindi परिशिष मुद्रित शोधन चिह्नदर्शक तालिका

मुद्रण सही ढंग से न हो तो अशुद्धियाँ रह जाती हैं। इससे मुद्रित सामग्री की रोचकता तथा सहजता कम हो जाती है। कभी–कभी किसी शब्द के अशुद्ध रहने से अर्थ बदल जाता है या किसी शब्द के रह जाने से अर्थ का अनर्थ हो जाता है। इस दृष्टि से मुद्रण प्रक्रिया में मुद्रित शोधन का अत्यधिक महत्त्व है।

जिस प्रकार मन की सुंदरता न हो तो तन की सुंदरता अर्थहीन हो जाती है। उसी प्रकार पुस्तक बाहर से भले ही कितनी ही आकर्षक हो; भाषा की अशुद्धता के कारण वह प्रभावहीन हो जाती है।

मुद्रित शोधन के लिए आवश्यक योग्यताएँ :

मुद्रित शोधन का कार्य अत्यंत दायित्वपूर्ण ढंग से निभाया जाने वाला कार्य है। अत: इस कार्य के लिए मुद्रित शोधक में कतिपय योग्यताओं का होना आवश्यक है। जैसे –

  • मुद्रित शोधक को संबंधित भाषा एवं व्याकरण की समग्र और भली–भाँति जानकारी होनी चाहिए।
  • उसे प्रिंटिंग मशीन पर होने वाले कार्य का परिचय होना चाहिए।
  • उसे टाइप के प्रकारों, संकेत चिह्नों और अक्षर विन्यास की पूर्ण जानकारी होनी चाहिए।
  • मुद्रित शोधक को पांडुलिपि में स्वयं कोई परिवर्तन नहीं करना चाहिए। यदि कहीं उसे अशुद्धियाँ लगें या वाक्य सही/शुद्ध न लगे तो इसकी ओर लेखक का ध्यान आकृष्ट करना चाहिए।

मुद्रित शोधन चिह्नदर्शक तालिका : –
Maharashtra Board Class 11 Hindi परिशिष मुद्रित शोधन चिह्नदर्शक तालिका 1

Maharashtra Board Class 11 Hindi Yuvakbharati Solutions Chapter 14 हिंदी में उज्ज्वल भविष्य की संभावनाएँ

Balbharti Maharashtra State Board Hindi Yuvakbharati 11th Digest Chapter 14 हिंदी में उज्ज्वल भविष्य की संभावनाएँ Notes, Textbook Exercise Important Questions and Answers.

Maharashtra State Board 11th Hindi Yuvakbharati Solutions Chapter 14 हिंदी में उज्ज्वल भविष्य की संभावनाएँ

11th Hindi Digest Chapter 14 हिंदी में उज्ज्वल भविष्य की संभावनाएँ Textbook Questions and Answers

पाठ पर आधारित

प्रश्न 1.
मनोरंजन के क्षेत्र में हिंदी भाषा के माध्यम से रोजगार की संभावनाएँ लिखिए।
उत्तर :
आधुनिक जमाने में मनोरंजन एक उद्योग के रूप में उभरकर आया है। टी. वी. ने असंख्य कलाकारों, संगीतकारों, गायकों के लिए रोजगार का महाद्वार खोला है। इसके अलावा हिंदी रचनाकारों, संवाद-लेखकों, पटकथा-लेखकों और गीतकारों के लिए भी नए-नए अवसर प्राप्त हो रहे हैं।

कई प्रसिद्ध धारावाहिकों के अनुवाद में भी रोजगार की संभावनाएँ हैं। कार्टून फिल्मों में भी डबिंग (पार्श्व आवाज) के लिए अनेक संभावनाएँ हैं।

फिल्म क्षेत्र में पटकथा लेखन, संवाद-लेखन, गीत लेखन, कलाकारों के लिए हिंदी का सही उच्चारण सिखाने के लिए प्रशिक्षक के रूप में रोजगार की संभावनाएँ हैं।

रेडियो एक पुराना माध्यम है। रेडियो में रूपक, नाटक, धारावाहिक, समाचार-लेखन, भाषण, वाचन इन क्षेत्रों में अवसर प्राप्त हैं। इसके अलावा रेडियो जॉकी का काम भी आज के जमाने की माँग है।

प्रकाशन क्षेत्र में भी पुस्तकों के लिए मुद्रित शोधन, समाचार पत्रों में संपादक, पत्रकार, अनुवादक, स्तंभ लेखक इन जैसे विविध रोजगार को पाने के लिए हिंदी भाषा पर अधिकार होना जरूरी है।

Maharashtra Board Class 11 Hindi Yuvakbharati Solutions Chapter 14 हिंदी में उज्ज्वल भविष्य की संभावनाएँ

प्रश्न 2.
‘अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हिंदी रोजगार की भाषा बनती जा रही है’, इसपर अपने विचार लिखिए।
उत्तर :
भूमंडलीकरण (globalization) के इस युग में आज दुनिया बिल्कुल नजदीक आ गई है। भारत जैसी बड़ी आबादी वाले देश में अनेक विदेशी कंपनियाँ व्यापार के लिए इच्छुक हैं। यही कारण है कि दुनिया के 127 देशों के विश्वविद्यालयों में हिंदी पढ़ाई जाती है।

इन देशो में हिंदी अध्यापक का कार्य करना एक सुअवसर है। दुनिया के लगभग सभी देशों में हमारे दूतावास हैं। इसी तरह दुनिया के तमाम देशों के दूतावास हमारे देश में भी हैं। इनमें से कई दूतावासों में अब हिंदी विभाग की स्थापना हो चुकी है। इस विभाग में हिंदी अधिकारी, हिंदी अनुवादक, हिंदी सहायक जैसे पद उपलब्ध होते हैं। इन विभागो द्वारा पत्राचार, समाचार, रिपोर्ट हिंदी में भेजने के लिए हिंदी विशेषज्ञों का विशेष महत्त्व है।

अन्य देशों के पर्यटक हमारे देश में आते हैं। बहुभाषी लोगों के लिए ‘टुरिस्ट गाइड’ का काम यह एक नया रोजगार है। विदेशी कंपनियों की वस्तुएँ भारत में बेचने के लिए भी मैनेजर से लेकर विक्रेता तक अनेक प्रकार के पदों पर रोजगार पाना समय की माँग है।

प्रश्न 3.
निम्नलिखित मुद्दों के आधार पर हिंदी में रोजगार की संभावनाओं का वर्गीकरण करते हुए तालिका बनाइए।
(१) मनोरंजन
(२) विज्ञापन
(३) अनुवाद
(४) अंतर्राष्ट्रीय
उत्तर :
Maharashtra Board Class 11 Hindi Yuvakbharati Solutions Chapter 14 हिंदी में उज्ज्वल भविष्य की संभावनाएँ 1

व्यावहारिक प्रयोग
प्रश्न 1.
‘जिंदगी के साथ भी, जिंदगी के बाद भी’ यह विज्ञापन आप रेडियो के लिए नए तरीके से तैयार कीजिए।
उत्तर :
Maharashtra Board Class 11 Hindi Yuvakbharati Solutions Chapter 14 हिंदी में उज्ज्वल भविष्य की संभावनाएँ 2

Maharashtra Board Class 11 Hindi Yuvakbharati Solutions Chapter 14 हिंदी में उज्ज्वल भविष्य की संभावनाएँ

प्रश्न 2.
‘उच्च माध्यमिक हिंदी शिक्षक पद’ का विज्ञापन पढ़कर उसे ऑनलाईन भरने की आवश्यक प्रक्रिया की जानकारी लिखिए।
उत्तर :

  • उम्मीदवार विज्ञप्ति के अनुसार अंतिम तारीख से पहले ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर लिंक ओपन करें।
  • लिंक ओपन होने के बाद यूजर आई. डी. पासवर्ड देकर रजिस्ट्रेशन करें।
  • इसके बाद आधिकारिक सूचनाओं को ध्यान से पढ़ें।
  • फिर ऑनलाइन आवेदन पर क्लिक करें। फिर सभी आवश्यक और महत्त्वपूर्ण विवरण को भरें। (उदा. वैयक्तिक जानकारी, उम्र, शैक्षणिक योग्यता आदि)
  • सभी दस्तावेज, फोटो तथा हस्ताक्षर अपलोड करें।
  • फिर आवेदन शुल्क का भुगतान करें।
  • इसके बाद ऑनलाइन आवेदन फॉर्म सबमिट करें। (सबमिट करने से पहले जानकारी भरने में गलती न हो इसलिए एक बार जाँच लें।)
  • इसके बाद आवेदन पत्र का प्रिंट आऊट लें, जो आपको भविष्य में काम आएगा।

हिंदी में उज्ज्वल भविष्य की संभावनाएँ Summary in Hindi

हिंदी में उज्ज्वल भविष्य की संभावनाएँ लेखक परिचय :

डॉ. दामोदर खड़से जी हिंदी जगत् में एक प्रख्यात कवि, कथाकार, उपन्यासकार, अनुवादक आदि अनेक रूपो में माहिर है। आपका जन्म 11 नवंबर 1948 को छत्तीसगढ़ के कोरिया में हुआ। आपने बैंकिग तथा तकनीकी शब्दावली का भी निर्माण किया है।

कंप्यूटर एवं बैंकिग प्रशिक्षण को सुगम बनाने के लिए आपने योगदान दिया है। आप तीस वर्षों तक बैंक में सहायक महाप्रबंधक (general manager) (राजभाषा) के रूप में कार्यरत थे।

एक सशक्त लेखक के साथ-साथ आप एक सफल वक्ता भी हैं। आपको साहित्य अकादमी पुरस्कार के अलावा अनेक राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है।

Maharashtra Board Class 11 Hindi Yuvakbharati Solutions Chapter 14 हिंदी में उज्ज्वल भविष्य की संभावनाएँ

हिंदी में उज्ज्वल भविष्य की संभावनाएँ रचनाएँ :

काला सूरज, भगदड़, बादल राग (उपन्यास) सन्नाटे में रोशनी, नदी कभी नहीं सूखती आदि (कविता संग्रह) भटकते कोलंबस, पार्टनर, गौरेया को तो गुस्सा नहीं आता (कहानी संग्रह), मराठी से हिंदी में अनुवाद – 21 कृतियाँ

हिंदी में उज्ज्वल भविष्य की संभावनाएँ विधा परिचय :

भाषण एक कला है। अपने विचारों से जनमानस को अवगत करने वाला यह एक सशक्त माध्यम है। भाषण द्वारा श्रोताओं को प्रभावित करना, उन्हें प्रेरित करना आदि उसकी विशेषताएँ हैं। हिंदी में उज्ज्वल भविष्य की संभावनाएँ यह पाठ लेखक के एक भाषण का संकलित अंश है।

भारत में स्वामी विवेकानंद, पं. जवाहरलाल नेहरू, सरोजिनी नायडू, सरदार पटेल आदि महापुरुषों के भाषण विश्व में प्रसिद्ध हैं।’

हिंदी में उज्ज्वल भविष्य की संभावनाएँ विषय प्रवेश :

‘हिंदी में उज्ज्वल भविष्य की संभावनाएँ’ यह पाठ लेखक डॉ. दामोदर खड़से जी के भाषण का संकलित अंश है। इस भाषण से हिंदी के माध्यम से अलग-अलग क्षेत्रों में विविध प्रकार के रोजगार को प्राप्त करने की संभावनाएं बताई गई हैं। हिंदी भाषा का महत्त्व बढ़ाना यह इस भाषण का हेतु है।

हिंदी में उज्ज्वल भविष्य की संभावनाएँ सारांश :

लेखक के मतानुसार हिंदी भाषा के अध्ययन से छात्रों को भविष्य में अनेक क्षेत्रों में रोजगार के अवसर उपलब्ध हो सकते हैं।

केंद्र सरकार कार्यालय : भारत संघ की राजभाषा हिंदी होने के कारण मंत्रालय, संसद तथा सरकारी कार्यालयों में हिंदी पत्राचार का निर्धारित लक्ष्य दिया गया है। केंद्र सरकार के कार्यालयों में अनुवादक, लिपिक, अधिकारी, राजभाषा अधिकारी, निर्देशक (director), उपनिर्देशक इन जैसे विविध प्रकार के रोजगार संभव है।

Maharashtra Board Class 11 Hindi Yuvakbharati Solutions Chapter 14 हिंदी में उज्ज्वल भविष्य की संभावनाएँ 3

विज्ञानपन क्षेत्र : हिंदी की प्रकृति विज्ञापन के लिए बहुत लाभदायी एवं महत्त्वपूर्ण है। विज्ञापन के क्षेत्र में इलेक्ट्रॉनिक और मुद्रित मिडिया में हिंदी विज्ञापनों की भरमार होती है। इस क्षेत्र में विज्ञापन लेखन, कॉपी रायटर, विज्ञापन का प्रसारण आदि रोजगार के अवसर प्राप्त है।

Maharashtra Board Class 11 Hindi Yuvakbharati Solutions Chapter 14 हिंदी में उज्ज्वल भविष्य की संभावनाएँ

मनोरंजन : मनोरंजन का क्षेत्र हिंदी के जानकारों के लिए रोजगार का मानो एक महाद्वार है। मनोरंजन के लिए आजकल टी. वी., फिल्म, रेडियो, वेब दुनिया जैसे अनेक क्षेत्र खुले हैं। इन सभी में हिंदी रचनाकार, गीतकार, संगीतकार, गायक, अनुवादक, पटकथा-लेखक, संवाद-लेखक, कलाकार, पार्श्व आवाज (डबिंग), रेडियो जॉकी, रेडियो रूपक, नाटक, भाषण, वाचन तथा प्रकाशन क्षेत्र में मुद्रक, मुद्रित शोधन (proofreading), पत्रकार, अनुवादक इन जैसे विविध प्रकार के रोजगार मौजूद है।

तकनीकी क्षेत्र : आज का युग यंत्रज्ञान का युग है। तकनीकी क्षेत्र में भी आजकल हिंदी ने प्रवेश किया है। अंतरिक्ष (space) विभाग, परमाणु (atom) विभाग, रसायन और उर्वरक (fertilizer) विभाग, जलपोत परिवहन, भारी उद्योग इन सभी क्षेत्रो में हिंदी का प्रयोग हो रहा है।

संगणक के आगमन के साथ प्रयोजनमूलक (purposeful) हिंदी की आवश्यकता बढ़ रही है। इससे आलेखन, टिप्पणी, पत्राचार, अनुवाद, शब्दावली का निर्माण तथा अनुवाद विषयक उपयोगिता बढ़ी है। गूगल में किए गए अनुवाद का उपयोग जनमानस तक पहुँच रहा है।

मोबाइल, टैब, लैपटॉप आदि में हिंदी का प्रयोग, हिंदी माध्यम में तकनीकी विषयों का प्रशिक्षण आज एक बड़ा महत्त्वपूर्ण कार्य बन चुका है।

पारिभाषिक शब्दावली का कार्य, दवाई कंपनियों में दवाई से संबंधित सूचनाओं का हिंदी अनुवाद, रेल, टेलिफोन, बैंक, बीमा, शेयर मार्केट इन सभी के लिए पारिभाषिक शब्दावली, हिंदी अनुवाद का महत्त्व है।

Maharashtra Board Class 11 Hindi Yuvakbharati Solutions Chapter 14 हिंदी में उज्ज्वल भविष्य की संभावनाएँ 4

Maharashtra Board Class 11 Hindi Yuvakbharati Solutions Chapter 14 हिंदी में उज्ज्वल भविष्य की संभावनाएँ

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोजगार : हिंदी आज दुनिया की एक महत्त्वपूर्ण भाषा बन गई है। आज 127 देशों के विश्वविद्यालयों में हिंदी पढ़ाई जाती है। दुनिया के लगभग सभी देशों में हमारे दूतावास हैं। अन्य देशों के भी दूतावास (embassy) हमारे देश में हैं।

इन में से कई दूतावासों में अब हिंदी विभाग की स्थापना हो चुकी है। इन विभागों में हिंदी अधिकारी, अनुवादक, हिंदी सहायक, पत्राचार, समाचार, रिपोर्टों का लेखन आदि अनेक प्रकार की नौकरियाँ उपलब्ध हैं।

पर्यटन क्षेत्र : पर्यटन क्षेत्र आज एक प्रमुख व्यवसाय बन रहा है। पर्यटन क्षेत्र में बहुभाषी लोगों को ज्यादा मौका है। पर्यटक स्थानीय भाषा नहीं जानते। उनसे संवाद स्थापित करने के लिए, पर्यटकों को मार्गदर्शन या स्थलों की जानकारी देने के लिए हिंदी का उपयोग होता है। ‘टुरिस्ट गाइड’, यह रोजगार यहाँ उपलब्ध है।

अन्य क्षेत्र : फिल्म, टी. वी. में ‘डाक्यूमेंटरी लेखन’ खेल जगत में कमेंटरी करना, खेल की समालोचना करना आदि भी कुछ क्षेत्र हिंदी भाषा प्रभुओं के लिए उपलब्ध है।

हिंदी में उज्ज्वल भविष्य की संभावनाएँ शब्दार्थ :

  • निपुणता = प्रविणता (efficiency),
  • लिपिक = मुंशी (clerk),
  • गठन = निर्माण, संस्थापना (formation),
  • धारावाहिक = मालिका (serial),
  • अन्वेषक = संशोधक (investigator),
  • तकनीक = यंत्रज्ञान (technique),
  • दायित्व = जिम्मेदारी (responsibility),
  • स्नातकोत्तर = पदव्युत्तर (postgraduate).

Maharashtra Board Class 11 Hindi परिशिष हिंदी साहित्यकारों के मूल नाम और उनके विशेष नाम

Balbharti Maharashtra State Board Hindi Yuvakbharati 11th Digest परिशिष हिंदी साहित्यकारों के मूल नाम और उनके विशेष नाम Notes, Questions and Answers.

Maharashtra State Board 11th Hindi परिशिष हिंदी साहित्यकारों के मूल नाम और उनके विशेष नाम

  • अब्दुल हसन – अमीर खुसरो
  • मलिक मुहम्मद – जायसी
  • अब्दुर्रहीम खानखाना – रहीम
  • सय्यद इब्राहिम – रसखान
  • चंद्रधर शर्मा – ‘गुलेरी’
  • पांडेय बेचन शर्मा – ‘उग्र’
  • राजेंद्रबाला घोष – बंग महिला
  • बदरीनारायण चौधरी – प्रेमधन
  • गयाप्रसाद शुक्ल – ‘स्नेही’
  • अयोध्यासिंह उपाध्याय – ‘हरिऔध’
  • मोहनलाल महतो – वियोगी
  • धनपतराय – ‘प्रेमचंद’
  • रामधारी सिंह – ‘दिनकर’
  • शिवमंगल सिंह – ‘सुमन’
  • रामेश्वर शुक्ल – ‘अंचल’
  • बालकृष्ण शर्मा – ‘नवीन’
  • कन्हैयालाल मिश्र – ‘प्रभाकर’
  • फणीश्वरनाथ – ‘रेणु’
  • वैद्यनाथ मिश्र – नागार्जुन
  • सूर्यकांत त्रिपाठी – ‘निराला’
  • सच्चिदानंद हीरानंद वात्सायन – अज्ञेय
  • वासुदेव सिंह – त्रिलोचन
  • गोपाल दास सक्सेना – ‘नीरज’
  • महेंद्रकुमारी – मन्नू भंडारी
  • श्रीराम वर्मा – अमरकांत
  • उपेंद्रनाथ – ‘अश्क’
  • सुदामा पांडेय – धूमिल