Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 7 मेरे रजा साहब

Balbharti Maharashtra State Board Class 8 Hindi Solutions Sulabhbharati Chapter 7 मेरे रजा साहब Notes, Textbook Exercise Important Questions and Answers.

Maharashtra State Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 7 मेरे रजा साहब

Hindi Sulabhbharti Class 8 Solutions Chapter 7 मेरे रजा साहब Textbook Questions and Answers

सूचनानुसार कृतियाँ करो :

संजाल पूर्ण करो :

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 7 मेरे रजा साहब 1
Answer:
Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 7 मेरे रजा साहब 6

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 7 मेरे रजा साहब

कृति पूर्ण करो:

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 7 मेरे रजा साहब 2
Answer:
Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 7 मेरे रजा साहब 4

सूची तैयार कीजिए।

Question 1.
पाठ में उल्लेखित विविध भाषाएँ।
Answer:
हिंदी, उर्दू, फ्रेंच, अंग्रेजी।

Question 2.
पाठ में उल्लेखित विविध देश के नाम।
Answer:
लंदन, पेरिस, न्यूयार्क।

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 7 मेरे रजा साहब

कृति पूर्ण करो :

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 7 मेरे रजा साहब 3
Answer:
Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 7 मेरे रजा साहब 5

स्वाध्याय विषयक कृतियाँ

संजाल पूर्ण कीजिए।

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 7 मेरे रजा साहब 1
Answer:
Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 7 मेरे रजा साहब 6

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 7 मेरे रजा साहब

भाषाबिंदु

Question 1.
पाठ्यपुस्तक से दस वाक्य चुनकर उनमें से उद्देश्य और विधेय अलग करके लिखिए।
Answer:
Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 7 मेरे रजा साहब 7
Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 7 मेरे रजा साहब 8

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 7 मेरे रजा साहब

उपयोजित लेखन

Question 1.
जहाँ चाह होती है वहाँ राह निकल आती है, इस सुवचन को आधार बनाकर अस्सी शब्दों तक कहानी लिखिए।
Answer:
विजयपुर नाम के एक छोटे से नगर में अथर्व नाम का होनहार व परिश्रमी लड़का रहता था। इस संसार में उसका कोई नहीं था । वह अनाथ था। दिनभर मेहनत मजदूरी करके वह स्वयं का पेट पालता था। अथर्व को पढ़ाई करने की चाह थी, लेकिन स्कूल जाने के लिए उसके पास पैसे नहीं थे। इसलिए वह शाम को मजदूरी करके घर आकर अपने आप ही पढ़ाई करता था ।

पढ़ाई करते समय यदि कुछ समझ में नहीं आता था, तो वह अपने आस-पास रहने वाले बच्चों से पूछ लेता था । ऐसा करके वह पढ़ना-लिखना सीख गया। एक दिन नगर के भव्य दिवार पर लगाया विज्ञापन उसने पढ़ा। विज्ञापन में लिखा था कि सरकार होनहार बच्चों को छात्रवृत्ति देना चाहती है और इसके लिए छात्रों को मौखिक साक्षात्कार के लिए सरकारी दफ्तर में आना पड़ेगा।

अथर्व विज्ञापन पड़कर निश्चित समय पर सरकारी दफ्तर में पहुँच गया। लेकिन उसका नाम किसी भी स्कूल में दर्ज न होने के कारण कर्मचारियों ने उसे वहाँ से जाने के लिए कहा। अथर्व के पास पढ़ने की ललक थी। वह वहाँ से जाने के लिए तैयार नहीं हुआ। वहीं पर खड़े रहकर वह विनंती करने लगा। उसी वक्त जिला अधिकारी वहाँ पर आ पहुंचे। उन्हें सारी बातें समझ में आ गई और उन्होंने अथर्व का साक्षात्कार लिया।

मुलाकात में उन्होंने अथर्व को कई प्रश्न पूछे। आश्चर्य की बात यह थी कि किसी स्कूल का छात्र न होने के बावजूद भी उसने सभी प्रश्नों के सही उत्तर दिए। अत: उसकी होशियारी की तारीफ करते हुए जिलाधिकारी ने उसकी छात्रवृत्ति मजूर कर दी। सच ही कहा गया है कि जहाँ चाह होती है, वहाँ राह होती है।

मौलिक सृजन

Question 1.
कला से प्राप्त आनंद अवर्णनीय होता है। अपने विचार लिखिए।
Answer:
मन के अंत:करण की सुंदर प्रस्तुती ‘कला’ कहलाती है। दूसरे शब्दों में अभिव्यक्ति की कुशल शक्ति कला कहलाती है। संगीत, काव्य, रंगमंच, चित्रकला, मूर्तिकला आदि विविध प्रकार की कला हैं। कला के द्वारा मनुष्य को सत्यम्, शिवम् व सुंदरम का एहसास होता है। कला के द्वारा मिलने वाले आनंद की कोई सीमा ही नहीं होती। कला मनुष्य को संकीर्ण भावनाओं से ऊपर उठाती है।

कला मनुष्य के हदय को सौंदर्य, उल्लास व मनोरंजन से भर देती है। ताजमहल अद्वितीय कला का एक रूप है। उसे देखकर मनुष्य का हृदय हर्ष एवं खुशी से झूमने लगता है। ताजमहल को देखकर कवि सुंदर कविता लिखता है, तो चित्रकार अद्भुत चित्र का निर्माण करता है। इसलिए कला से प्राप्त आनंद अवर्णनीय होता है।

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स्वयं अध्ययन

किसी गायक/गायिका की सचित्र जानकारी लिखो।

Hindi Sulabhbharti Class 8 Solutions Chapter 7 मेरे रजा साहब Additional Important Questions and Answers

निम्नलिखित गद्यांश पढ़कर दी गई सूचनाओं के अनुसार कृतियाँ कीजिए।

कृति क (१) आकलन कृति

संजाल पूर्ण कीजिए।

Question 1.
Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 7 मेरे रजा साहब 10
Answer:
Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 7 मेरे रजा साहब 9

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 7 मेरे रजा साहब

कारण लिखिए।

Question 1.
लेखिका दिल्ली गई थी।
Answer:
अपनी ‘गणपति प्रदर्शनी’ के लिए।

Question 2.
लेखिका अस्पताल जाकर रजा साहब को अलविदा कहकर लौट आई।
Answer:
क्योंकि वे अस्पताल में शून्य की तरह लेटे थे और उनकी सिर्फ साँस चल रही थी।

कृति क (२) आकलन कृति

उपर्युक्त गद्यांश से ऐसे दो प्रश्न तैयार कीजिए जिनके उत्तर निम्नलिखित शब्द हों

Question 1.
व्हीलचेअर
Answer:
गद्यांश में प्रयुक्त साधन का नाम जिसका उपयोग विकलांग करते हैं।

Question 2.
रजा साहब
Answer:
लेखिका को सपने में किसने शुभकामना दी?

निम्नलिखित कथन सत्य है या असत्य पहचान कर लिखिए।

Question 1.
२३ जुलाई के दिन रजा साहब परलोक सिधारे।
Answer:
सत्य

Question 2.
पिछले फरवरी को लेखिका मुंबई गई थी।
Answer:
असत्य

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कृति क (३) शब्द संपदा

Question 1.
पद्यांश में प्रयुक्त विदेशी शब्द ढूँढ़कर लिखिए।
Answer:
व्हीलचेअर

निम्नलिखित शब्द में उचित प्रत्यय का प्रयोग कीजिए।

Question 1.
प्रदर्शन
Answer:
प्रदर्शनी – प्रत्यय – ई

वचन बदलिए।

  1. शुभकामना
  2. सास

Answer:

  1. शुभकामनाएँ
  2. साँसें

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नीचे दिए हुए शब्दों के पर्यायवाची शब्द लिखिए ।

  1. शुभकामना
  2. अवसर

Answer:

  1. बधाई
  2. मौका

Question 1.
‘एक कलाकार के मन में दूसरे कलाकार के प्रति आत्मीयता होती है।’ कथन के संदर्भ में अपने विचार लिखिए।
Answer:
एक कलाकार को दूसरे कलाकार के प्रति आत्मीयता होती है। यह पूर्णत: सत्य है। कलाकार फिर वह अभिनेता हो या चित्रकार। उनमें एक-दूसरे के प्रति सम्मान व आदर की भावना होती है। यदि एक कलाकार उम्र में बड़ा एवं श्रेष्ठ हो, तो दूसरे कलाकार के हृदय में उसके प्रति श्रद्धा और बढ़ जाती है। वह उसमें अपना आदर्श दूबने लगता है और उसकी शैली एवं कला का अनुसरण करने लगता है। आज भी कई वर्तमान चित्रकार स्वर्गीय एम.एफ. हुसैन जी के कायल हैं। यह उनके प्रति, कलाकार के प्रति सहृदयता व आत्मीयता ही है।

निम्नलिखित गद्यांश पढ़कर दी गई सूचनाओं के अनुसार कृतियाँ कीजिए।

  1. गद्यांश में उल्लेखित धर्म ।
  2. गद्यांश में उल्लेखित धर्मग्रंथ ।

Answer:

  1. हिंदू व ईसाई
  2. बाइबल, गीता, कुरान

संजाल पूर्ण कीजिए।

Question 1.
Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 7 मेरे रजा साहब 12
Answer:
Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 7 मेरे रजा साहब 11

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 7 मेरे रजा साहब

किसने, किससे कहा?

Question 1.
“आपसे बात करनी हैं?”
Answer:
लेखिका ने रजा साहब से कहा

Question 2.
“मैं कलाकार हूँ।”
Answer:
रजा साहब ने लेखिका से कह्य ।

Question 3.
“चलो तुम्हारा काम देखते हैं।”
Answer:
रजा साहब ने लेखिका से कहा ।

उचित जोड़ियाँ मिलाइए

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Answer:
i – ग
ii – घ
iii – ख
iv – क

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 7 मेरे रजा साहब

Question 1.
गद्यांश में से विदेशी शब्द ढूँड़कर लिखिए
Answer:
आर्ट, गॅलरी, स्टेडियो, इंटरव्यू

अनेक शब्दों के लिए एक शब्द लिखिए ।

Question 1.
अपने जीवन की कथा
Answer:
आत्मकथा

Question 2.
कला दिखाने वाला
Answer:
कलाकार

विलोम शब्द लिखिए।

  1. धर्म x
  2. सुबह x

Answer:

  1. धर्म x अधर्म
  2. सुबह x शाम

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 7 मेरे रजा साहब

निम्नलिखित शब्द से प्रत्यय अलग कीजिए।

कलाकार
Answer:
प्रत्यय – कार

स्वमत अभिव्यक्ति

Question 1.
‘सभी धर्मों के प्रति समभाव रखना कलाकार की विशेष पहचान होती है।’ कथन के संदर्भ में अपने विचार लिखिए।
Answer:
कलाकार वही होता है, जो सिर्फ अपनी कला से ही नहीं, बल्कि अपने व्यक्तित्व व कृतित्व से सभी पर अपनी अमिट छाप निर्माण करता है। कलाकार जीवन का सच्चा उपासक होता है। मानवीय मूल्य एवं संस्कृति के प्रति उसके हृदय में श्रद्धाभाव होता है। अत: वह सभी धर्मों को मानता है। उसके लिए सभी धर्म की किताबें एक समान होता है। वे भी सभी धर्मों के प्रति समान भाव रखते थे। एक कलाकार के पास जीवन के प्रति उदार दृष्टिकोण होता है।

निम्नलिखित गद्यांश पड़कर दी गई सूचनाओं के अनुसार कृतियाँ कीजिए।

कृति ग (१) आकलन कृति

कारण लिखिए।

Question 1.
रजा साहब लेखिका के साथ पुणे गए।
Answer:
क्योंकि वे लेखिका का काम देखना चाहते थे।

Question 2.
रजा साहब ने लेखिका को पेरिस आने का न्यौता दिया।
Answer:
क्योंकि उन्हें लेखिका का काम पसंद आया था।

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कृति पूर्ण कीजिए।

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 7 मेरे रजा साहब 15
Answer:
Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 7 मेरे रजा साहब 14

समझकर लिखिए।

Question 1.
गद्यांश के आधार पर रजा साहब की विशेषताएँ
Answer:
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सही विकल्प चुनकर वाक्य फिर से लिखिए।

Question 1.
आपका ……… बहुत उज्ज्वल है। (भूत, भविष्य, वर्तमान)
Answer:
आपका भविष्य बहुत उज्ज्वल है।

Question 2.
ताज होटल के सामने से हमने ……… ली। (रिक्क्षा, टैक्सी, बस)
Answer:
ताज होटल के सामने से हमने टैक्सी ली।

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कृति पूर्ण कीजिए।

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Answer:
Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 7 मेरे रजा साहब 17

पर्यायवाची शब्द लिखिए।

  1. काम
  2. करीना
  3. धैर्य
  4. मदद

Answer:

  1. कार्य
  2. सलीका
  3. धीरज
  4. सहायता

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 7 मेरे रजा साहब

विलोम शब्द लिखिए।

  1. ससुराल x
  2. छोटी x

Answer:

  1. ससुराल x मायका
  2. छोटी x बड़ी कृति ग

स्वमत अभिव्यक्ति

Question 1.
व्यक्ति को हर काम तन्मयता व लगन से क्यों करना चाहिए?
Answer:
प्रत्येक काम तन्मयता व लगन से करने से व्यक्ति का पूरा ध्यान काम पर केंद्रित हो जाता है और वह सुचारू रूप से कार्य पूरा करता है। काम करने के लिए अधिक समय की भी आवश्यकता नहीं पड़ती। तन्मयता व लगन से काम करने से काम करने के सही तरीके का हमें पता चल जाता है और काम करने में एक प्रकार का आत्मविश्वास भी निर्माण हो जाता है।अत: व्यक्ति को हर काम तन्मयता व लगन से करना चाहिए।

निम्नलिखित गद्यांश पढ़कर दी गई सूचनाओं के अनुसार कृतियाँ कीजिए।

कृति घ (१) आकलन कृति

निम्नलिखित गलत वाक्य सही करके फिर से लिखिए।

Question 1.
रजा साहब पेरिस स्टेशन पर लेखिका का इंतजार कर रहे थे।
Answer:
रजा साहब गारदीनो स्टेशन पर लेखिका का इतंजार कर रहे थे।

Question 2.
दोनों एक-दूसरे के ईमानदार अनुवादक थे।
Answer:
दोनों एक-दूसरे के ईमानदार समालोचक थे।

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 7 मेरे रजा साहब

उपर्युक्त गद्यांश से ऐसे दो प्रश्न तैयार कीजिए जिनके उत्तर निम्नलिखित शब्द हों 

Question 1.
ग्यारह
Answer:
कितने बजे रजा साहब लेखिका के लिए दवा लेकर आए

Question 2.
रजा साहब
Answer:
लेखिका के घरवालों को किसने फोन किया था?

कारण लिखिए।

Question 1.
लेखिका व रजा साहब में कभी विवाद नहीं हुआ।
Answer:
क्योंकि रजा साहब के पास स्नेह व अपनापन था।

कृति घ (३) शब्द संपदा

विलोम शब्द लिखिए।

  1. ईमानदार x
  2. स्नेह x

Answer:

  1. ईमानदार x बेईमान
  2. स्नेह x घृणा

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 7 मेरे रजा साहब

समानार्थी शब्द लिखिए।

  1. विवाद
  2. स्नेह

Answer:

  1. झगड़ा
  2. प्यार

अनेक शब्द के लिए एक शब्द लिखिए।

Question 1.
गुण-दोष आदि की आलोचना करने वाला
Answer:
समालोचक

Question 2.
गद्यांश में आए विदेशी शब्द ढूँढकर लिखिए
Answer:
होस्टेल, स्टेशन, रेस्टॉरेंट, ट्रेन।

कृति घ (४) स्वमत अभिव्यक्ति

Question 1.
क्या स्नेह व अपनेपन से सभी के हृदय को जीता जा सकता है ? अपने विचार लिखिए।
Answer:
हाँ, स्नेह व अपनेपन से सभी के हृदय को जीता जा सकता है। स्नेह व अपनेपन की भावना ये दोनों मानवीय मूल्य हैं। स्नेह व अपनेपन में असीम शक्ति होती है। व्यक्ति को एक-दूसरे के साथ स्नेहपूर्वक व्यवहार करना चाहिए। एक-दूसरे के साथ अपनत्व रखने से संबंधों में मधुरता निर्माण होती है। जिस व्यक्ति के पास स्नेह व अपनत्व की भावना होती है, ऐसा व्यक्ति सभी को अपनी ओर आकर्षित कर लेता है। सभी लोग ऐसे व्यक्ति के बातों को महत्त्व देने लगते हैं। नेल्सन मंडेला, बाबा आमटे आदि महापुरुषों के पास स्नेह व अपनेपन की भावना थीं। इसलिए वे सभी को अपना बना सके थे।

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 7 मेरे रजा साहब

कारण लिखिए।

Question 1.
लेखिका की लड़की के साथ रजा साहब शुद्ध हिंदी में बातें करते थे।
Answer:
क्योंकि लेखिका की बेटी बहुत खूबसूरत हिंदी बोलती थी।

Question 2.
लेखिका हफ्ते में एक बार रजा साहब के लिए भारतीय शाकाहारी खाना बनाकर भेजती थीं।
Answer:
क्योंकि उन्हें खाने का शौक था और वे दाल, चावल, रोटी व आलू की सब्जी बड़े शौक से खाते थे।

कृति ड (२) आकलन कृति

संजाल पूर्ण कीजिए।

Question 1.
Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 7 मेरे रजा साहब 20
Answer:
Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 7 मेरे रजा साहब 19

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 7 मेरे रजा साहब

निम्नलिखित कथन सत्य है या असत्य पहचानकर लिखिए।

Question 1.
लेखिका की बड़ी बेटी हेलेना हिंदी बहुत ही खूबसूरत बोलती थी।
Answer:
सत्य

Question 2.
रजा साहब के कुछ फ्रांसीसी दोस्तों ने लेखिका को उनके इस दुनिया में न होने की सूचना दी।
Answer:
असत्य

कृति ङ (३) शब्द संपदा

Question 1.
परिच्छेद में से शब्द-युग्म ढूंडकर लिखिए।
Answer:
रोटी-आलू, अंग्रेजी-फ्रेंच, शेर-गजल, दाल-चावल

Question 2.
गद्यांश में से प्रत्यययुक्त शब्द ढूँढकर लिखिए।
Answer:
भारतीय – प्रत्यय – ईय
शाकाहारी – प्रत्यय – ई

Question 3.
गद्यांश में से ऐसे दो शब्द ढूँढकर लिखिए कि जिनके वचन परिवर्तित नहीं होते।
Answer:
आलू, दोस्त

नीचे दिए हुए शब्दों के विलोम शब्द लिखिए।

  1. शाकाहारी x
  2. सुंदर x

Answer:

  1. शाकाहारी x मांसाहारी
  2. सुंदर x कुरूप

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 7 मेरे रजा साहब

कृति ङ (४) स्वमत अभिव्यक्ति

Question 1.
‘सिर्फ चित्रकारी करना ही रजा साहब का शौक नहीं था। वे तो बहुआयामी व्यक्तित्व के स्वामी थे।’ स्पष्ट कीजिए।
Answer:
जी हाँ, रजा साहब एक बहुआयामी व्यक्तित्व के स्वामी थे। चित्रकारी व पेंटिंग उनका पेशा था। इसके अलावा उन्हें कविताओं से प्रेम था। वे बड़े चाव से पढ़ते थे। शेर, गजल व पुरानी हिंदी फिल्मी गाने सुनते थे। हर सुंदर चीज का लेखन करते थे। हिंदी भाषा बहुत ही खूबसूरती से बोलते थे। उनके मित्र-परिवार में फ्रांसीसी दोस्त भी थे। इस प्रकार रजा साहब बहुआयामी प्रतिभा के धनी व व्यक्तित्व के स्वामी थे।

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 4 आपण सारे एक

Balbharti Maharashtra State Board Class 8 Marathi Solutions Sulabhbharati Chapter 4 आपण सारे एक Notes, Textbook Exercise Important Questions and Answers.

Maharashtra State Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 4 आपण सारे एक

Marathi Sulabhbharti Class 8 Solutions Chapter 4 आपण सारे एक Textbook Questions and Answers

1. एका शब्दांत उत्तरे लिहा.

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 4 आपण सारे एक 1

प्रश्न 1.
एका शब्दांत उत्तरे लिहा.
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 4 आपण सारे एक 1
उत्तर:
(अ) माणसाच्या सौंदर्यात भर घालणारे – [नयनकुमार]
(आ) माणसाच्या जीवनव्यवहारात मदत करणारी- [कर्णिका]
(इ) वास घेण्याचे जास्तीचे काम करणारी – [नासिका]
(ई) जिव्हाताई यांना संपात सामील करून घेणारे – [दंतराज]
(उ) सर्वांनी ज्यांच्याकडे तक्रार केली ते – [मेंदूराजे]
(ऊ) अजिबात काम न करण्याचा आरोप असणारे – [पोटोबा]

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 4 आपण सारे एक

2. आकृती पूर्ण करा.

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 4 आपण सारे एक 2

प्रश्न 1.
आकृती पूर्ण करा.
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 4 आपण सारे एक 2
उत्तर:
अ.
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 4 आपण सारे एक 3

आ.
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 4 आपण सारे एक 3.1

इ.
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 4 आपण सारे एक 4

3. कारणे शोधा व लिहा.

अ. जिव्हाताई गप्प आहे, कारण…………………..
आ. पोटोबा मधून मधून गुरगुरतो, कारण ……………..

प्रश्न 1.
अ. जिव्हाताई गप्प आहे, कारण…………………..
आ. पोटोबा मधून मधून गुरगुरतो, कारण ……………..
उत्तर:
अ. जिव्हाताई गप्प आहे, कारण पोटोबा खवय्येची मोठी चीड यायला लागली आहे म्हणून.
आ. पोटोबा मधून मधून गुरगुरतो, कारण त्याला गुरगुरण्याची सवय आहे.

4. स्वमत स्पष्ट करा.

प्रश्न अ.
‘आपण सगळे शरीररूपी राज्याचे सेवक आहोत’ या विधानाबाबत तुमचे मत.
उत्तरः
उतारा 3 मधील ‘कृती 4 – स्वमत’ चे उत्तर पहा.

प्रश्न आ.
पोटाबद्दलची तक्रार सांगून सर्व इंद्रियांनी ती तक्रार करण्याची कारणे.
उत्तरः
उतारा 2 मधील ‘कृती 4 – स्वमत’ चे उत्तर पहा.

खेळूया शब्दांशी.

(अ) खालील वाक्यात योग्य विरामचिन्हे घाला.

प्रश्न अ.
तो म्हणेल तेवढचं खायची सक्ती असते माझ्यावर
उत्तर:
“तो म्हणेल तेवढचं खायची सक्ती असते माझ्यावर!”

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 4 आपण सारे एक

प्रश्न आ.
हो हो आमची तयारी आहे
उत्तर:
“हो, हो आमची तयारी आहे.”

(आ) वर्गीकरण करुन तक्ता पूर्ण करा.

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 4 आपण सारे एक 5

प्रश्न 1.
भराभर, सावकाश, पोटोबाविरुद्ध, बापरे, आणि, सतत, किंवा, कशासाठी, पोटोबामुळे, स्वयंपाकघरापर्यंत, तुमच्याबद्दल, अथवा, अबब
उत्तर:

क्रियाविशेषण अव्यय शब्दयोगी अव्यय उभयान्वयी अव्यय केवलप्रयोगी अव्यय
भरभर,
सावकाश,
सतत
पोटाबाविरुद्ध,
कशासाठी,
पोटोबामुळे,
स्वयंपाक
घरापर्यंत,
तुमच्याबद्दल
आणि, किंवा, बापरे, अबब अथवा

 

बापरे, अबब

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 4 आपण सारे एक

(इ) खालील शब्दांसाठी पाठात वापरलेले शब्द लिहा.

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 4 आपण सारे एक 6

प्रश्न 1.
खालील शब्दांसाठी पाठात वापरलेले शब्द लिहा.
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 4 आपण सारे एक 6
उत्तर:
(अ) कान – [कर्णिका]
(आ) नाक – [नासिका]
(इ) हात – [हस्तकराज]
(ई) पाय – [पदकुमार]
(उ) जीभ – [जिव्हाताई]

उपक्रम :
1. ‘आधी पोटोबा मग विठोबा’ ही, म्हण या पाठात आली आहे. याप्रमाणे शरीर अवयवांशी संबंधित असणाऱ्या इतर म्हणी शोधा व लिहा.
2. या पाठाचे नाट्यीकरण वर्गात सादर करा.

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 4 आपण सारे एक

Marathi Sulabhbharti Class 8 Solutions Chapter 4 आपण सारे एक Important Additional Questions and Answers

पुढील उताऱ्याच्या आधारे दिलेल्या सूचनेनुसार कृती करा.
कृती 1 : आकलन कृती

प्रश्न 1.
खालील कृती पूर्ण करा.
उत्तर:
i.
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 4 आपण सारे एक 7

ii.
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 4 आपण सारे एक 8

प्रश्न 2.
चौकटी पूर्ण करा.
उत्तर:
i.
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 4 आपण सारे एक 9

ii.
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 4 आपण सारे एक 10

प्रश्न 3.
जोड्या जुळवा.

‘अ’ गट
(नाटिकेतील नावे)
‘ब’ गट
(अवयवांची नावे)
1.  नासिका (अ) डोळे
2.  कर्णिका (आ) जीभ
3.  नयनकुमार (इ) पाय
4. जिव्हाताई (ई) नाक
5.  हस्तकराज (उ) कान
6.  पदकुमार (ऊ) हात

उत्तर:

‘अ’ गट
(नाटिकेतील नावे)
‘ब’ गट
(अवयवांची नावे)
1.  नासिका (ई) नाक
2.  कर्णिका (उ) कान
3.  नयनकुमार (अ) डोळे
4. जिव्हाताई (आ) जीभ
5.  हस्तकराज (ऊ) हात
6.  पदकुमार (इ) पाय

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 4 आपण सारे एक

प्रश्न 4.
वेब पूर्ण करा.
उत्तर:
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 4 आपण सारे एक 11

प्रश्न 5.
असे कोण कोणास म्हणाले ते लिहा.

  1. “या! या!! रामराव, आज स्वारी कशी आली इकडे?”
  2. “अरे, अरे, एका दमात किती प्रश्न विचारता शामराव?”

उत्तर:

  1. असे शामराव रामरावांना म्हणाले.
  2. असे रामराव शामरावांना म्हणाले.

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 4 आपण सारे एक

कृती 2 : आकलन कृती

प्रश्न 1.
खालील कृती पूर्ण करा.
उत्तर:
(i)
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 4 आपण सारे एक 12

(ii)
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 4 आपण सारे एक 13

प्रश्न 2.
एका शब्दात उत्तरे लिहा.
उत्तर:

  1. पोटोबाची चीड येणारी – [जिव्हाताई]
  2. पोटोबाला दिलेली उपमा – [खवय्या]
  3. मानसन्मान याला मिळतो – [पोटोबा]
  4. सारी धडपड कशासाठी – [पोटासाठी]
  5. त्या पोटोबामुळे आपली होते – [फरफट]

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 4 आपण सारे एक

प्रश्न 3.
आकृतिबंध पूर्ण करा.
उत्तर:

i.
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 4 आपण सारे एक 14

ii.
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 4 आपण सारे एक 15

iii.
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 4 आपण सारे एक 16

प्रश्न 4.
खालील वेब पूर्ण करा.
उत्तर:
i.
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 4 आपण सारे एक 17

ii.
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 4 आपण सारे एक 18

कृती 3: व्याकरण कृती

प्रश्न 1.
खालील वाक्यातील विरामचिन्हे ओळखून त्यांची नावे लिहा. अरे, अरे, एका दमात किती प्रश्न विचारता शामराव ?
उत्तरः

विरामचिन्हे विरामचिन्हाचे नाव
(,) स्वल्पविराम
(?) प्रश्नचिन्ह

प्रश्न 2.
खालील वाक्यांत योग्य विरामचिन्हे वापरुन वाक्य पुन्हा लिहा.

  1. या या शामराव आज स्वारी कशी आली इकडे
  2. चला चला कामाचं बघू नंतर आधी पोटोबा मग विठोबा

उत्तर:

  1. “या! या!! शामराव, आज स्वारी कशी आली इकडे?”
  2. “चला, चला, कामाचं बघू नंतर. आधी पोटोबा, मग विठोबा.”

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प्रश्न 3.
खालील शब्दांचे लिंग बदलून लिहा.

  1. बाबा
  2. कुमार
  3. ताई
  4. बाई
  5. तो

उत्तर:

  1. आई
  2. कुमारी
  3. दादा
  4. पुरुष
  5. ती

प्रश्न 4.
खालील वाक्यांचे प्रकार ओळखून लिहा.

  1. काय सांगू बाई!
  2. आज स्वारी कशी आली इकडे ?

उत्तर:

  1. उद्गारार्थी वाक्य
  2. प्रश्नार्थी वाक्य

कृती 4 : स्वमत

प्रश्न 1.
‘आधी पोटोबा मग विठोबा’ ही म्हण या पाठात आली आहे. याप्रमाणे शरीर अवयवांशी संबंधित असणाऱ्या इतर म्हणी लिहा. (विदयार्थी यापेक्षा वेगळ्या म्हणी लिहू शकतात.)
उत्तर:

  1. हातच्या कंकणाला आरसा कशाला?
  2. कानामागून आली अन् तिखट झाली.
  3. अंथरुण पाहून पाय पसरावेत.
  4. आठ हात लाकूड, नऊ हात ढलपी.
  5. आपला हात जगन्नाथ,
  6. आपले नाक कापून दुसऱ्याला अपशकुन.

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पुढील उताऱ्याच्या आधारे दिलेल्या सूचनेनुसार कृती करा

कृती 1 : आकलन कृती

प्रश्न 1.
आकृतिबंध पूर्ण करा.
उत्तर:
i.
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 4 आपण सारे एक 19

ii.
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 4 आपण सारे एक 20

iii.
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 4 आपण सारे एक 21

iv.
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 4 आपण सारे एक 22

प्रश्न 2.
खालील चौकटी पूर्ण करा.
उत्तर:

  1. माणसाच्या जीवनव्यवहाराला मदत करणारी – [कर्णिका]
  2. माणसाला श्वासाशिवाय जगू न देणारी – [नासिका]
  3. माणसांच्या जीवनाला अर्थ देणारी – [जिव्हाताई]

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कृती 2 : आकलन कृती

प्रश्न 2.
खालील वेब पूर्ण करा.
उत्तर:
i.
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 4 आपण सारे एक 23

ii.
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 4 आपण सारे एक 24

iii.
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 4 आपण सारे एक 25

प्रश्न 2.
एका वाक्यात उत्तरे लिहा.

प्रश्न i.
सर्व अवयव कोणाविरुद्ध संप करणार आहेत?
उत्तर:
सर्व अवयव पोटोबाविरुद्ध संप करणार आहेत.

प्रश्न ii.
नाना तहेची चव मानव कोणामुळे चाखू शकतो?
उत्तर:
नाना त-हेची चव मानव जिव्हाताईमुळे चाखू शकतो.

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प्रश्न 3.
कंसात दिलेल्या पर्यायांपैकी योग्य पर्याय निवडून रिकाम्या जागा भरा.

  1. जो उठतो तो, ‘कशासाठी? पोटासाठी’, म्हणत आम्हांला ………………….. घेतो. (बजावून, राबवून, दामटवून, धाकात)
  2. म्हणजे मग त्या पोटोबाला चांगलीच ………………………. घडेल. (शक्कल, नक्कल, अक्कल, अद्दल)

उत्तर:

  1. राबवून
  2. अद्दल

कृती 3: व्याकरण कृती

प्रश्न 1.
खालील वाक्यांतील अव्यये ओळखून लिहा.
i. श्वास घेतल्याशिवाय माणूस जगू शकेल का?
ii. तिचं म्हणणं आहे, की पोटोबा खवय्ये काहीच काम करत नाहीत.
उत्तर:
i. शिवाय
ii. की

प्रश्न 2.
खालील वाक्प्रचारांचा अर्थ सांगून वाक्यात उपयोग करा.
उत्तर:
1. राबवून घेणे – दुसऱ्यांकडून जबरदस्तीने काम करून घेणे.
वाक्य : मालक नोकरांना राबवून घेतात.

2. अद्दल घडणे – शिक्षा होणे, कानउघडणी होणे.
वाक्यः सतत खात राहणाऱ्या दादाला आज काहीच खाण्यास न मिळाल्याने चांगलीच अद्दल घडली.

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प्रश्न 3.
खालील वाक्यांतील क्रियाविशेषण अव्यये शोधून लिहा.

  1. अगं ही बडबडी, पोटाबद्दल तक्रार करतीय.
  2. रात्रंदिवस श्वास घेण्याचं कार्य सतत चालूच असतं.
  3. मी नेहमी बघण्याचं काम करतो.
  4. आपण सारेजण अनेक कामे करतो.

उत्तर:

  1. बडबडी
  2. सतत
  3. नेहमी
  4. अनेक

प्रश्न 4.
खालील शब्दांना ‘यात’ प्रत्यय जोडून शब्द पुन्हा लिहा.

  1. म्हणणे
  2. बोलणे
  3. माझं
  4. गुरगुरणे
  5. सौंदर्य
  6. ऐकणे
  7. तुझा
  8. जगणे
  9. खाणारे
  10. घरटे
  11. देणे
  12. विचारणे

उत्तर:

  1. म्हणण्यात
  2. बोलण्यात
  3. माझ्यात
  4. गुरगुरण्यात
  5. सौंदर्यात
  6. ऐकण्यात
  7. तुझ्यात
  8. जगण्यात
  9. खाणाऱ्यात
  10. घरट्यात
  11. देण्यात
  12. विचारण्यात

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प्रश्न 5.
खालील वाक्यांतील अधोरेखित शब्दांची जात ओळखा.

  1. मी नेहमी बघण्याचं काम करतो.
  2. आमची तयारी आहे संप करण्याची.
  3. माणसाच्या सौंदर्यात भर घालतो, तो मीच.
  4. पोटोबा मात्र आयते बसून खातात.

उत्तर:

  1. मी – सर्वनाम, काम – नाम
  2. आमची – सर्वनाम, संप – नाम
  3. माणूस – नाम, मी – सर्वनाम
  4. पोटोबा – नाम, आयते – विशेषण

कृती 4 : स्वमत

प्रश्न 1.
पोटोबाबद्दलची तक्रार सांगून सर्व इंद्रियांनी ती तक्रार करण्याची कारणे सांगा.
उत्तरः
‘पोटोबा हे फक्त खवय्ये आहेत ते काहीच काम करत नाहीत उलट सर्वांवर गुरगुरतात’ अशी सर्व इंद्रियांची तक्रार आहे. कारण प्रत्येक इंद्रिय काही ना काही काम करत आहे. नासिका रात्रंदिवस श्वास घेण्याचं कार्य करते. नयनकुमार सतत बघण्याचं काम करतात, तसेच माणसाच्या सौंदर्यात भर घालण्याचे काम करतात. कर्णिका ऐकण्याचं काम करते. जिव्हाताईमुळे माणसाच्या जीवनात अर्थ आहे. ती गोड बोलते, नाना त-हेच्या पदार्थांची चव चाखते. यांपैकी पोटोबा कोणतेच काम करत नसल्याने व सर्वांवर फक्त गुरगुरण्याचे काम करत असल्याने सर्व मेंदूराजेसाहेबांकडे तक्रार करणार आहेत.

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पुढील उताऱ्याच्या आधारे दिलेल्या सूचनेनुसार कृती करा.

कृती 1: आकलन कृती

प्रश्न 1.
चौकटी पूर्ण करा.
उत्तरः

  1. सर्वजण मेंदूराजाकडे जाताच – [मेंदूराजे तातडीने सभा घेतात.]
  2. जीवनरस न मिळाल्याने – [सर्वांचे चेहरे सुकून गेले.]
  3. पोटोबांनी खोटं ठरवलेली तक्रार – [मी काम करत नाही.]

प्रश्न 2.
कोण ते लिहा.
उत्तरः

  1. मेंदूराजांचा जयजयकार करणारे – [सर्वजण]
  2. सर्वांना बसायला सांगणारे – [मेंदूराजे]
  3. पोटोबांना दिलेली उपाधी – [प्रधान गुरगुरणे]
  4. पोटोबांना ‘प्रधान’ बोलणारे – [मेंदूराजे]
  5. केव्हाच हजर झालेले – [पोटोबा]

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प्रश्न 3.
खालील वेब पूर्ण करा.
उत्तरः
i.
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 4 आपण सारे एक 26

ii.
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 4 आपण सारे एक 27

iii.
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 4 आपण सारे एक 28

कृती 2 : आकलन कृती

प्रश्न 1.
पुढील कृती पूर्ण करा.

i.
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 4 आपण सारे एक 29
ii.
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 4 आपण सारे एक 30

प्रश्न 2.
एका वाक्यात उत्तरे लिहा.

प्रश्न i.
सर्व इंद्रियांनी कोणाचा जयजयकार केला?
उत्तरः
सर्व इंद्रियांनी मेंदूराजेसाहेबांचा जयजयकार केला.

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 4 आपण सारे एक

प्रश्न ii.
पोटोबा ‘महाराज’ असा उल्लेख कोणाचा करतात?
उत्तर:
पोटोबा ‘महाराज’ असा उल्लेख ‘मेंदूराजेसाहेबांचा’ करतात.

प्रश्न 3.
आकृतिबंध पूर्ण करा.

i.
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 4 आपण सारे एक 31

ii.
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 4 आपण सारे एक 32

iii.
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 4 आपण सारे एक 33

कृती 3 : व्याकरण कृती

प्रश्न 1.
खालील शब्दांचे विरुद्धार्थी शब्द लिहा.

  1. बसा
  2. हजर
  3. खोटं
  4. सेवक

उत्तर:

  1. उठा
  2. गैरहजर
  3. खरं
  4. मालक

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प्रश्न 2.
खालील वाक्यांतील अधोरेखित शब्दांचे विरोधी शब्द वापरून वाक्ये पुन्हा लिहा.

प्रश्न i.
मी केव्हाच हजर आहे महाराज.
उत्तर:
मी कधीच गैरहजर नसतो महाराज.

प्रश्न ii.
आपण सारेच या शरीररूपी राज्याचे सेवक आहोत.
उत्तर:
आपण सारेच या शरीररूपी राज्याचे मालक आहोत.

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प्रश्न 3.
खालील वाक्यांतील अधोरेखित शब्दांचे वचन बदलून वाक्ये पुन्हा लिहा.

प्रश्न i.
जीवनरस मिळाला नाही म्हणून त्यांचे चेहरे बघा कसे सुकून गेलेत.
उत्तरः
जीवनरस मिळाला नाही म्हणून त्यांचा चेहरा बघा कसा सुकून गेलाय.

प्रश्न ii.
ती माझी सवय आहे.
उत्तर:
त्या माझ्या सवयी आहेत.

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प्रश्न 4.
खालील वाक्यांत विरामचिन्हांचा वापर करून वाक्य पुन्हा लिहा.

प्रश्न i.
पोटोबा या सर्व मंडळींची तुमच्याबद्दल तक्रार आहे की तुम्ही अजिबात काम करत नाही.
उत्तर:
“पोटोबा, या सर्व मंडळींची तुमच्याबद्दल तक्रार आहे, की तुम्ही अजिबात काम करत नाही.”

प्रश्न ii.
आपण सारे एक आपण सारे एक.
उत्तर:
आपण सारे एक! आपण सारे एक!!

प्रश्न 5.
खालील वाक्यांतील वाक्प्रचार ओळखून लिहा.

प्रश्न i.
महाराज बोलताना जरा बेअदबी होतेय,
उत्तर:
बेअदबी होणे.

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 4 आपण सारे एक

प्रश्न ii.
आता आम्ही तुमच्याविषयी कधीही कुरकुर करणार नाही.
उत्तर:
कुरकुर करणे.

कृती 4 : स्वमत

प्रश्न 1.
‘आपण सारे शरीररूपी राज्याचे सेवक आहोत’ या विधानाबाबत तुमचे मत स्पष्ट करा.
उत्तरः
आपले शरीर ही एक संस्था आहे. या संस्थेतील सर्व इंद्रिये एकमेकांवर अवलंबून आहेत. प्रत्येकाचे काम वेगवेगळे आहे. प्रत्येकाने केलेल्या कार्यावर आपले शरीर चालते. पण प्रत्येक इंद्रियाचे कार्य करण्यास लागणारी ऊर्जा ही अन्नाद्वारे मिळते. आपणास भूक लागली की आपण जेवतो, जेवल्यानंतर पोटातील अन्नावर प्रक्रिया होऊन त्याचे रूपांतर ऊर्जेत होऊन त्यावर वेगवेगळी इंद्रिये चालतात व शरीराचे काम चालते.

ज्याप्रमाणे राज्याचा राजा असेल तरच राज्याचे कार्य वेगवेगळ्या अधिकाऱ्यांकडून केले जाते. त्याचप्रमाणे पोटाला भूक लागली की आपण जेवतो. जेवल्यावर अन्नाच्या रूपाने प्रत्येक इंद्रियांना ऊर्जा मिळून शरीराचे कार्य चालते. पोटाला भूकच नाही लागली, आपण जेवलोच नाही, तर कार्य होण्यास लागणारी ऊर्जा न मिळाल्याने शरीराचे कार्य चालणारच नाही. म्हणूनच म्हणावेसे वाटते की, सर्व इंद्रिये ही साऱ्या शरीररूपी राज्याचे सेवक आहेत.

आपण सारे एक Summary in Marathi

पाठपरिचय :

आपले शरीर ही एक परिसंस्था आहे. त्यातील सर्व इंद्रिये या परिसंस्थेचे घटक आहेत. ही सर्व इंद्रिये आपले स्वत:चे नेमून दिलेले काम चोख करत असतात. या सर्व इंद्रियांवर आपले शरीर चालते. या शरीररूपी राज्यातील ही सर्वच इंद्रिये परस्परांना अनुकूल व महत्त्वाची असतात. या सर्व इंद्रियांनी परस्परांची काळजी घेतली तर आरोग्य कसे उत्तम राहते, हे या छोट्या नाटिकेतून सहज सोप्या शब्दांतून लेखिकेने पटवून दिले आहे. पर्यायाने आपले कुटुंब, परिसर, देश यांच्यासाठी हा पाठ एकात्मतेचा संदेश देतो.

Our whole body is an organisation and organs are its elements. All organs function properly. Our body works because of these organs. All organs are very important. If all organs work hand in hand and take care of each other then health will be perfect, this message has been given through this play. Ultimately the message that has been given is for unity of family, locality & Nation.

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 4 आपण सारे एक

शब्दार्थ :

  1. फेरी – फेरफटका, प्रदक्षिणा – a round, a trip
  2. दम – श्वास, धाप – breath, gasping
  3. फिरस्ती – प्रवास – travel
  4. अवयव – शरीराचे भाग – body part
  5. गमतीदार – मनोरंजक, मजेशीर – funny, joyous
  6. संवाद – संभाषण – conversation
  7. उदास – खिन्न, निराश – gloomy, sad
  8. सारी – सर्व – all
  9. धडपड – खटपट, जोरदार – struggle
  10. प्रयत्न सक्ती – जबरदस्ती, जुलूम – compulsion
  11. गुरगुरणे – (पोटात) गुरगुर आवाज होणे – to rumble (in the belly)
  12. खवय्ये – खाणारे, खादाड – very greedy
  13. कार्य – काम – work
  14. राबवणे – एखादयाकडून – to force selfishly
  15. जबरदस्तीने काम a person to work
  16. करून घेणे – hard
  17. नाना – वेगवेगळ्या – different
  18. चाखणे – चव घेणे, आस्वाद घेणे – to test
  19. दंत – दात – tooth
  20. बेअदबी – अपमान – disrespect, insuct
  21. कसूर – निष्काळजीपणा – negligence

वाक्प्रचार :

  1. पोटोबाची पूजा करणे – खाणे, जेवणे
  2. पोटासाठी वणवण हिंडणे – अन्न मिळवण्यासाठी कष्ट करणे
  3. फरफट होणे – गैरसोय होणे राबवून घेणे – दुसऱ्याकडून जबरदस्तीने काम
  4. करवून घेणे आयते बसून खाणे – काही काम न करता बसून खाणे
  5. अद्दल घडणे – शिक्षा होणे बेअदबी होणे – अवमान होणे
  6. कसूर माफ करणे – गुन्हा माफ करणे
  7. कुरकुर करणे – तक्रार करणे

टिपा :

  • आधी पोटोबा, मग विठोबा (एक म्हण) – प्रथम भूक लागली म्हणून जेवणे व नंतर देवाची पूजा करणे.
  • संप – अधिक मजुरी, अधिक सवलती मिळवण्यासाठी किंवा अन्यायाविरुद्ध कर्मचारी वर्गाने पुकारलेले कामबंद आंदोलन.

 

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 6 आभाळाची अम्ही लेकरे

Balbharti Maharashtra State Board Class 8 Marathi Solutions Sulabhbharati Chapter 6 आभाळाची अम्ही लेकरे Notes, Textbook Exercise Important Questions and Answers.

Maharashtra State Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 6 आभाळाची अम्ही लेकरे (कविता)

Marathi Sulabhbharti Class 8 Solutions Chapter 6 आभाळाची अम्ही लेकरे Textbook Questions and Answers

1. खालील अर्थाचे कवितेतील शब्द शोधा.
(अ) किनारा –
(आ) इच्छा –
(इ) अखंड –
(ई) आकाशप्र –

प्रश्न 1.
खालील अर्थाचे कवितेतील शब्द शोधा.
(अ) किनारा – [ ]
(आ) इच्छा – [ ]
(इ) अखंड – [ ]
(ई) आकाशप्र – [ ]
उत्तर:
(अ) किनारा – [तीर]
(आ) इच्छा – [आस]
(इ) अखंड – [अभंग]
(ई) आकाश – [आभाळ]

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 6 आभाळाची अम्ही लेकरे

2. कवितेतील आत्मविश्वास व्यक्त करणाऱ्या काव्यपंक्ती लिहा. 

प्रश्न 1.
कवितेतील आत्मविश्वास व्यक्त करणाऱ्या काव्यपंक्ती लिहा.
उत्तर:
(i) इमान आम्हा एकच ठावे
घाम गाळुनी काम करावे

(ii) माणुसकीचे अभंग नाते
अम्हीच अमुचे भाग्यविधाते

(iii) कोटि कोटि हे बळकट बाहू
जगन्नाथ रथ ओढून नेऊ

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 6 आभाळाची अम्ही लेकरे

3. कवितेतील ऐक्याचा संदेश देणाऱ्या काव्यपंक्ती लिहा.

प्रश्न 1.
कवितेतील ऐक्याचा संदेश देणाऱ्या काव्यपंक्ती लिहा.
उत्तर:
1. आभाळाची अम्ही लेकरे, काळी माती आई
जात वेगळी नाही आम्हा धर्म वेगळा नाही.
2. नाव वेगळे नाही आम्हा गाव वेगळा नाही।
3. मार्ग वेगळा नाही आम्हा स्वर्ग वेगळा नाही।।
4. माणुसकीचे अभंग नाते
पंथ वेगळा नाही आम्हा संत वेगळा नाही।।
5. आस वेगळी नाही आम्हा ध्यास वेगळा नाही।।

4. ‘माणुसकीचे अभंग नाते अम्हीच अमुचे भाग्यविधाते’ या काव्यपंक्तीतून कवीने सूचित केलेला विचार तुमच्या शब्दांत मांडा 

प्रश्न 1.
‘माणुसकीचे अभंग नाते अम्हीच अमुचे भाग्यविधाते’ या काव्यपंक्तीतून कवीने सूचित केलेला विचार तुमच्या शब्दांत मांडा
उत्तर:
कृती 3 : काव्यसौंदर्य मधील (1) चे उत्तर पहा.

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 6 आभाळाची अम्ही लेकरे

5. कवितेतील यमक जुळणाऱ्या शब्दांच्या जोड्या शोधून लिहा.

प्रश्न 1.
कवितेतील यमक जुळणाऱ्या शब्दांच्या जोड्या शोधून लिहा.
उत्तर:

  1. तीरावरती – बसती
  2. नाव – गाव
  3. ठावे – करावे
  4. मार्ग – स्वर्ग
  5. नाते – भाग्यविधाते
  6. पंथ – संत
  7. बाहू – नेऊ
  8. आस – ध्यास

6. खालील कवितेच्या ओळीतील भाव तुमच्या शब्दांत लिहा. 

(अ) आभाळाची अम्ही लेकरे, काळी माती आई
जात वेगळी नाही आम्हा धर्म वेगळा नाही.

(आ) इमान आम्हा एकच ठावे
घाम गाळुनी काम करावे

प्रश्न अ.
आभाळाची अम्ही लेकरे, काळी माती आई
जात वेगळी नाही आम्हा धर्म वेगळा नाही.
उत्तर:
वसंत बापट यांनी ‘आभाळाची अम्ही लेकरे’ या कवितेतून माणुसकीचा, एकीचा उदात्त विचार मांडला आहे. सर्व माणसे निसर्गाची लेकरे असल्याचा सुंदर विचार वरील काव्यपंक्तीतून दिसून येतो. माणूस हा अनेक जाती, धर्मांनी विभागला गेल्यामुळे त्यांमध्ये एकी दिसून येत नाही.

मात्र कष्टकरी स्वत:ला निसर्गाची, आभाळाची लेकरे मानतात व काळ्या मातीला आपल्या आईच्या स्थानी ठेवतात. आपले आई बाप एक असल्यामुळे अर्थातच त्यांच्यासाठी जात, धर्म वेगवेगळा ठरत नाही. आपण सर्व एकाच जातीधर्माचे असल्याचे ते ठासून सांगतात.

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 6 आभाळाची अम्ही लेकरे

प्रश्न आ.
इमान आम्हा एकच ठावे
घाम गाळुनी काम करावे
उत्तर:
प्रस्तुत काव्यपंक्ती वसंत बापट लिखित ‘आभाळाची अम्ही लेकरे’ या कवितेतून घेतल्या आहेत. कष्टकऱ्यांसाठी कष्टाहून श्रेष्ठ काही नाही याचा प्रत्यय वरील काव्यपंक्तीमधून येतो. आपापसात कोणताही भेदभाव न मानणाऱ्या कष्टकऱ्यांसाठी आपले इमानही एकच आहे. त्यांच्यासाठी महत्त्वाचे असणारे काम मनापासून, करुन, स्वकष्टाने ते पूर्णत्वास नेण्याची त्यांची निष्ठा त्यांना एक करते.

कष्टांपुढे, कामापुढे त्यांना दुसरे काही महत्वाचे वाटत नाही. म्हणूनच त्यांचा कष्टाचा मार्ग व त्यातून मिळणारे स्वर्गसुख सगळ्यांना वेगळे नसून एकच आहे. कष्टातून मिळणारे सुख, समाधान त्यांना स्वर्गप्राप्तीच्या सुखासारखे वाटते हे स्पष्ट होते.

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 6 आभाळाची अम्ही लेकरे

भाषेची गंमत :

भाषेचा वापर करत असताना बोलताना व लिहिताना आपण नैसर्गिकरीत्या थांबतो. आपण आजूबाजूला वावरत असताना, प्रवास करत असताना अनेक पाट्या वाचतो. त्यावर काही सूचना दिलेल्या दिसतात. बऱ्याच वेळा काही शब्द योग्य ठिकाणी न जोडल्यास किंवा न तोडल्यास वाक्याचा अर्थ बदलून जातो व त्यातून गंमत निर्माण होते.
उदा., (1) येथे वाहन लावू नये.
येथे वाहन लावून ये.
(2) बागेत कचरा टाकू नये.
बागेत कचरा टाकून ये.
या प्रकारची तुमच्या वाचनात आलेली वाक्ये लिहा व त्यातील गंमत समजून घ्या.

Marathi Sulabhbharti Class 8 Solutions Chapter 6 आभाळाची अम्ही लेकरे Important Additional Questions and Answers

पुढील कवितेच्या आधारे दिलेल्या सूचनेनुसार कृती

करा. कृती 1 : आकलन कृती

प्रश्न 1.
आकृतिबंध पूर्ण करा.
उत्तर:
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 6 आभाळाची अम्ही लेकरे 1

प्रश्न 2.
चौकट पूर्ण करा.
उत्तर:

  1. कष्टकऱ्यांची आई – [काळी माती]
  2. अभंग राहणारे नाते – [माणुसकी]
  3. बळकट बाहूंनी हे ओढता येणे शक्य – [जगन्नाथ रथ]

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 6 आभाळाची अम्ही लेकरे

प्रश्न 3.
कंसातील योग्य शब्द वापरून रिकाम्या जागा भरा.

  1. आभाळाची अम्ही लेकरे …………….. माती आई। (लाल, काळी, तांबडी, ओली)
  2. माणुसकीचे ……………. नाते, आम्हीच अमुचे भाग्यविधाते। (अभंग, अतूट, अखंड, अबाधित)
  3. कोटि कोटि हे ……………. बाहू। (दणकट, बळकट, बलशाली, सामर्थ्यवान)

उत्तर:

  1. काळी
  2. अभंग
  3. बळकट

प्रश्न 4.
खालील कवितेच्या ओळी पूर्ण करा,

  1. श्रमगंगेच्या तीरावरती ………………..
  2. ………………. घाम गाळुनी काम करावे
  3. ……………. आम्हा ध्यास वेगळा नाही।।
  4. मार्ग वेगळा नाही आम्हा …………………

उत्तर:

  1. श्रमगंगेच्या तीरा वरती कष्टकऱ्यांची अमुची वसती
  2. इमान आम्हा एकच ठावे घाम गाळुनी काम करावे
  3. आस वेगळी नाही आम्हा ध्यास वेगळा नाही।।
  4. मार्ग वेगळा नाही आम्हा स्वर्ग वेगळा नाही।।

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 6 आभाळाची अम्ही लेकरे

कृती 2 : आकलन कृती

प्रश्न 1.
आकृतिबंध पूर्ण करा.
उत्तर:
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 6 आभाळाची अम्ही लेकरे 2

प्रश्न 2.
एका वाक्यात उत्तरे लिहा.

प्रश्न i.
कष्टकऱ्यांची वस्ती कुठे आहे?
उत्तर:
कष्टकऱ्यांची वस्ती श्रमगंगेच्या तीरावरती आहे.

प्रश्न ii.
कष्टकऱ्यांना कोणते इमान ठाऊक आहे?
उत्तरः
कष्टकऱ्यांना घाम गाळून काम करत राहणे हे एकच इमान ठाऊक आहे.

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 6 आभाळाची अम्ही लेकरे

प्रश्न iii.
कष्टकरी आपण कोणाची लेकरे असल्याचे सांगतात?
उत्तर:
आम्ही सारे कष्टकरी आभाळाची लेकरे असून काळी माती आपली आई असल्याचे कष्टकरी सांगतात.

प्रश्न iv.
कष्टकरी आपल्या बाहूंवरील विश्वास कसा दर्शवतात?
उत्तरः
कष्टकरी आपले बाहू जगन्नाथ रथ ओढून नेण्याइतके बळकट असल्याचे सांगत त्यांवर विश्वास दर्शवतात.

प्रश्न 3.
यमक जुळणाऱ्या शब्दांच्या जोड्या जुळवा.

‘अ’ गट ‘ब’ गट
1. नाव (अ) संत
2. मार्ग (ब) भाग्यविधाते
3. पंथ (क) गाव
4. आस (ड) स्वर्ग
5. नाते (ई) ध्यास

उत्तर:

‘अ’ गट ‘ब’ गट
1. नाव (क) गाव
2. मार्ग (ड) स्वर्ग
3. पंथ (अ) संत
4. आस (ई) ध्यास
5. नाते (ब) भाग्यविधाते

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 6 आभाळाची अम्ही लेकरे

कृती 3 : काव्यसौंदर्य.

प्रश्न 1.
‘माणुसकीचे अभंग नाते अम्हीच अमुचे भाग्यविधाते’ या काव्यपंक्तीतून कवीने सूचित केलेला विचार तुमच्या शब्दांत मांडा.
उत्तरः
जात, धर्म, पंथाने विभागल्या गेलेल्या माणसाला स्वत:च्या उद्धारासाठी, प्रगतीसाठी कोणा-ना-कोणाची गरज पडत असते. मात्र निसर्गाची लेकरे असलेल्या कष्टकऱ्यांना मात्र तशी कोणाचीच गरज पडत नाही. सर्व कष्टकरी सगळ्यांनी एकच जात, धर्म, पंथ मानतात व माणुसकीचे कधीही न दुभंगणारे नाते जपतात. म्हणूनच स्वत:ची प्रगती साधण्यासाठी, भाग्य उजळण्यासाठी त्यांना कोणाचीच गरज पडत नाही.

प्रश्न 2.
‘मार्ग वेगळा नाही आम्हा स्वर्ग वेगळा नाही’ या काव्यपंक्तीतील आशयसौंदर्य स्पष्ट करा.
उत्तर:
कष्टकऱ्यांमध्ये असलेले माणुसकीचे अभंग नाते विशद करताना कवी त्यांच्यातील एकजूटही सहज, सोप्या भाषेत नमूद करतात. स्वतःला निसर्गाची लेकरे मानणाऱ्या कष्टकऱ्यांसाठी नाव, गाव, जात, धर्म, पंथ सर्व एकच आहे. त्यांचा मार्गही एकच अर्थात कष्टाचा मार्ग आहे.

स्वर्गप्राप्ती ही अंतिम इच्छा सामान्यतः माणूस ठेवत असताना कष्टकऱ्यांसाठी अंतिम ध्येय, उद्दिष्ट हे एकच आहे. कष्टकऱ्यांच्या उदात्त विचारांचे सहजसुंदर दर्शन प्रस्तुत काव्यपंक्तीतून दिसून येते.

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 6 आभाळाची अम्ही लेकरे

दिलेल्या मुद्यांच्या आधारे कवितेसंबंधी पुढील कृती सोडवा.

प्रश्न 1.
दिलेल्या मुद्यांच्या आधारे कवितेसंबंधी पुढील कृती सोडवा.
उत्तर:
1. कवी/कवयित्री – वसंत बापट
3. कवितचा रचनाप्रकार – ‘आभाळाची अम्ही लेकरे’ ही कविता यमक या रचनाप्रकारात लिहलिी आहे.
3. कवितेचा काव्यसंग्रह – ‘आभाळाची अम्ही लेकरे’ ही कविता शिंग फुकिले रणी या काव्यसंग्रहातून घेतली आहे.
4. कवितेचा विषय – मानवतावादी उदात्त विचार व कष्टकऱ्यांमधील माणुसकीचे नाते या कवितेतून स्पष्ट केले आहे.
5. कवितेतून व्यक्त होणारा भाव – ‘आभाळाची अम्ही लेकरे’ या कवितेतून ‘शांत’ हा स्थायी भाव दिसून येतो.

6. कवी/कवयित्रीची लेखन वैशिष्ट्ये – माणुसकीच्या अभंग नात्याशी सहज जोडणारी कविता म्हणजे ‘आभाळाची अम्ही लेकरे’ ही कविता होय. या कवितेतून शांतरस दिसून येतो. कवीने अतिशय सोप्यासहज भाषाशैलीतून मानवतावादी विचार मांडले आहेत. कष्टकऱ्यांसाठी कष्ट हीच एक जात, पंथ, मार्ग, धर्म, ध्यास असल्याचे सांगून सर्व एकाच निसर्गाची लेकरे असल्याचा उदात्त विचार अधोरेखित केला आहे. यमक

7. साधल्यामुळे शाब्दिक सौंदर्य निर्माण झाले आहे. मध्यवर्ती कल्पना – सर्व कष्टकरी निसर्गाची, आभाळाची लेकरे असून त्यांच्यात कोणत्याही प्रकारचा भेद्रभाव नसतो. स्वकष्टावर विश्वास ठेवणाऱ्या कष्टकऱ्यांसाठी जात, धर्म, नाव, गाव हे एकच असते. कष्टाचा मार्ग व अंतिम ध्येय ऐकच असते. आपल्या बाहूंवर, कष्टांवर विश्वास असणाऱ्या कष्टकऱ्यांची इच्छा व ध्यास एकच असतो आणि म्हणूनच कष्टकऱ्यांमधील हे नाते अभंग रहाते.

8. कवितेतून व्यक्त होणारा विचार – वसंत बापट लिखित ‘आभाळाची अम्ही लेकरे’ या कवितेत मानवतावाद व माणुसकीच्या नात्याचे महत्त्व अधोरेखित केले आहे. स्वत:ला निसर्गाची लेकरे मानणाऱ्या कष्टकऱ्यांसाठी ‘माणुसकी’ हा एकच धर्म आहे. नाव, गाव, पंथ-संत एकच मानणाऱ्या कष्टकऱ्यांचा स्वत:च्या बाहूंवरील विश्वास त्यांच्यातील अभंग नात्याची ग्वाही देतो. माणुसकीचे अभंग, अतूट नाते व त्यातून निर्माण होणारा विश्वास या कवितेतून दिसून येतो.

9. कवितेतील आवडलेली ओळ –
कोटि कोटि हे बळकट बाहू
जगन्नाथ रथ ओढून नेऊ
आस वेगळी नाही आम्हा ध्यास वेगळा नाही।।

10. कविता आवडण्याची वा न आवडण्याची कारणे –
वसंत बापट यांनी आपल्या कवितेतून समाजात आवश्यक असणाऱ्या माणुसकीच्या कवितेतून समाजात आवश्यक असणाऱ्या माणुसकीच्या नात्याचे अनन्यसाधारण महत्त्व मांडले आहे. जात, धर्म, पंथ, संत वेगवेगळे मानून भेदभाव निर्माण करणाऱ्या माणसांपेक्षा ‘माणुसकी’ हा एकच धर्म मानणाऱ्या कष्टकऱ्यांचे वेगळेपण कष्टकरी समाजात मानवतावाद पसरवण्याची आस उरी बाळगतात. माणुसकी या अभंग नात्याचा पाया भक्कम करणारी ही कविता मनाला उभारी देते आणि म्हणूनच मनाला भावते.

11. कवितेतून मिळणारा संदेश – ‘आभाळाची अम्ही लेकरे’ या कवितेत मानवतावादी उदात्त विचार मांडले आहेत. आभाळाची निसर्गाची लेकरे असणाऱ्या कष्टकऱ्यांमध्ये कोणत्याही प्रकारचा भेदभाव राहात नाही. स्वकष्टावर विश्वास ठेवणाऱ्या कष्टकऱ्यांसाठी माणुसकीचे नाते अनमोल ठरते. स्वत:च्या कामावर निष्ठा ठेवून अविरत मेहनत घेऊन स्वर्गसुख प्राप्त करण्याचा ध्यास घेतल्यास कोणतीच गोष्ट अशक्य नसल्याचा संदेश आपल्याला प्रस्तुत कवितेतून मिळतो.

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खालील काव्यपंक्तींचे रसग्रहण करा.

प्रश्न 1.
आभाळाची अम्ही लेकरे, काळी माती आई जात वेगळी नाही आम्हा धर्म वेगळा नाही.
उत्तरः
वसंत बापट यांनी ‘आभाळाची अम्ही लेकरे’ या कवितेतून माणुसकीचा, एकीचा उदात्त विचार मांडला आहे. सर्व माणसे निसर्गाची लेकरे असल्याचा सुंदर विचार वरील काव्यपंक्तीतून दिसून येतो. माणूस हा अनेक जाती, धर्मांनी विभागला गेल्यामुळे त्यांमध्ये एकी दिसून येत नाही. मात्र कष्टकरी स्वत:ला निसर्गाची, आभाळाची लेकरे मानतात व काळ्या मातीला आपल्या आईच्या स्थानी ठेवतात.

आपले आई बाप एक असल्यामुळे अर्थातच त्यांच्यासाठी जात, धर्म वेगवेगळा ठरत नाही. आपण सर्व एकाच जातीधर्माचे असल्याचे ते ठासून सांगतात. आभाळ, काळी माती अशा शब्दांतून निसर्ग डोळ्यांसमोर उभा करण्याची किमया कवीने साधली आहे. कवीची, भाषाशैली सहजसोपी असून लयबद्ध पंक्तीतून ती वाचकांच्या सहज लक्षात येते.

प्रश्न 2.
श्रमगंगेच्या तीरावरती
कष्टकऱ्यांची अमुची वसती
नाव वेगळे नाही आम्हा गाव वेगळा नाही।
उत्तरः
‘आभाळाची अम्ही लेकरे’ या कवितेमधील या पंक्ती असून वसंत बापट यांनी त्यातून कष्टकऱ्यांसाठी श्रमाचे असलेले महत्त्व विशद केले आहे. नाव, गाव एक मानणाऱ्या कष्टकऱ्यांची एकी यातून पहावयास मिळते. स्वत:ला निसर्गाची लेकरे मानणाऱ्या कष्टकऱ्यांसाठी श्रम हे गंगेसारखे पवित्र व महत्त्वाचे आहे.

कष्ट करून आपले जीवन घडवणारे कष्टकरीश्रमरूपी गंगेच्या तीरावरती कायमस्वरूपी आपली वस्ती असल्याचे सांगतात. त्यामुळे अर्थातच त्यांच्यासाठी गाव वेगवेगळे ठरत नाही. आपण सारे एकच आहोत म्हणूनच त्यांना आपल्या नावातील वेगळेपणही मान्य नाही. कष्टकऱ्यांची एकी स्पष्ट करताना तीरावरती, वसती, नाव, गाव असे शब्द वापरून कवीने यमक साधले आहे. त्यामुळे भाषिक सौंदर्यात भर पडली आहे.

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प्रश्न 3.
इमान आम्हा एकच ठावे
घाम गाळुनी काम करावे
मार्ग वेगळा नाही आम्हा स्वर्ग वेगळा नाही।।
उत्तरः
प्रस्तुत काव्यपंक्ती वसंत बापट लिखित ‘आभाळाची अम्ही लेकरे’ या कवितेतून घेतल्या आहेत. कष्टकऱ्यांसाठी कष्टाहून श्रेष्ठ काही नाही याचा प्रत्यय वरील काव्यपंक्तीमधून येतो. आपापसात कोणताही भेदभाव न मानणाऱ्या कष्टकऱ्यांसाठी आपले इमानही एकच आहे. त्यांच्यासाठी महत्त्वाचे असणारे काम मनापासून, करून, स्वकष्टाने ते पूर्णत्वास नेण्याची त्यांची निष्ठा त्यांना एक करते.

कष्टांपुढे, कामापुढे त्यांना दुसरे काही महत्त्वाचे वाटत नाही. म्हणूनच त्यांचा कष्टाचा मार्ग व त्यातून मिळणारे स्वर्गसुख सगळयांना वेगळे नसून एकच आहे. कष्टातून मिळणारे सुख, समाधान त्यांना स्वर्गप्राप्तीच्या सुखासारखे वाटते हे स्पष्ट होते. सतत काम करण्याचे कष्टकऱ्यांचे एक इमान ही कल्पना काव्याला एका वेगळ्या उंचीवर नेऊन ठेवते. शब्दांनी साधलेल्या यमकातून कष्टकऱ्यांचा दृढनिश्चय मनाला भिडतो. ध्येयपूर्तीची संकल्पनाही भाषिक सौंदर्य वाढवते.

प्रश्न 4.
माणुसकीचे अभंग नाते
अम्हीच अमुचे भाग्यविधाते
पंथ वेगळा नाही आम्हा संत वेगळा नाही।।
उत्तरः
‘आभाळाची अम्ही लेकरे’ या वसंत बापट लिखित कवितेतील वरील ओळी असून कधीही न दुभंगणाऱ्या अशा माणुसकीच्या नात्याचे व त्यामुळे होणाऱ्या फायद्याचे महत्त्व कवीने प्रस्तुत ओळीतून विशद केले आहे. स्वत:ला निसर्गाची लेकरे मानणाऱ्या कष्टकऱ्यांना आपापसातील नात्याला कोणतेही नाव देणे मान्य नाही. त्या सर्वांना एकच नाते ठाऊक आहे, ते म्हणजे माणुसकीचे नाते. जे सदैव अभंग, अतूट राहणारे आहे. अशा नात्यामुळेच व कष्ट करण्याच्या जिद्दीमुळे त्यांना स्वत:चे भाग्य बदलण्यासाठी कोणाची गरज नाही.

ते स्वत:लाच आपले भाग्यविधाते मानतात. माणुसकीचे नाते श्रेष्ठ मानल्यामुळे ते कोणत्याही पंथाला, संताला, संप्रदायाला वा त्यांच्या विचारांना मानत नाही. त्यांच्यासाठी ‘कष्ट’ हा एकच पंथ आहे तर ‘माणुसकी’ हा एकच संत आहे. कधीही विचार न केलेल्या नात्यातून कवीने अत्यंत खुबीने माणुसकीचे व कष्टाचे समर्थन केले आहे. अत्यंत साध्या पण अर्थपूर्ण भाषाशैलीतून कवीने उत्कृष्ट संदेश दिला आहे.

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प्रश्न 5.
कोटि कोटि हे बळकट बाहू
जगन्नाथ रथ ओढुन नेऊ
आस वेगळी नाही आम्हा ध्यास वेगळा नाही।।
उत्तरः
प्रस्तुत काव्यपंक्ती वसंत बापट लिखित ‘आभाळाची अम्ही लेकरे’ या कवितेतून घेतल्या आहेत. दुर्दम्य इच्छाशक्ती व आपल्या बाजूंवर असणारा दृढ विश्वास हे कष्टकऱ्यांचे गुणविशेष वरील काव्यपंक्तीमधून दिसून येतात. कष्टाला आपले इमान मानणाऱ्या, स्वत:चे भाग्य स्वत: लिहिण्याची हिंमत ठेवणाऱ्या कष्टकऱ्यांना आपल्या बाहूंवर प्रचंड विश्वास आहे.

सगळ्यांना समान मानणाऱ्या कष्टकऱ्यांचे अनेक हात एकत्र आल्यावर जगन्नाथ रथ ओढून नेण्याची क्षमताही त्यांच्यात असल्याचे ते आत्मविश्वासाने सांगतात. कोणतीही गोष्ट पूर्णत्वास नेण्याची त्यांची आस व ध्येयपूर्तीचा ध्यास त्या सगळ्या कष्टकऱ्यांसाठी एकच आहे.

उपरोक्त पंक्तीतून स्वत:वर असणाऱ्या विश्वासाचे व एकीचे, कार्यपूर्तीसाठी असणारे महत्त्व दाखवून दिल्याने आशय संपन्नता प्राप्त झाली आहे. आस, ध्यास अशा आत्मविश्वासपूर्ण शब्दांतून कवितेत आशयसौंदर्य निर्माण झाले आहे.

आभाळाची अम्ही लेकरे Summary in Marathi

काव्यपरिचय :

वसंत बापट लिखित प्रस्तुत कविता मानवतावादी उदात्त विचारांचे दर्शन घडवते. निसर्गाची लेकरे असणाऱ्या कष्टकऱ्यांमध्ये कोणत्याही प्रकारचा भेदभाव नसतो. आपल्या कष्टांवर विश्वास ठेवणाऱ्या कष्टकऱ्यांमधील माणुसकीचे नाते अभंग राहते.

The poet Vasant Bapat has described humanitarian noble thoughts through his poem ‘Abhalachi Amhi Lekare.’ All labourers are children of nature and they do not discriminate amongst themselves. They believe in hard work and share a common bond of humanity.

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भावार्थ :

आभाळाची अम्ही लेकरे, काळी माती आई
जात वेगळी नाही आम्हा धर्म वेगळा नाही।।

कष्टकऱ्यांमधील नाते स्पष्ट करताना कवी वसंत बापट सांगतात की, आम्ही सर्व निसर्गाची, आभाळाची लेकरे असून काळी माती आमुची आई आहे. म्हणूनच आमची जात अथवा धर्म वेगवेगळा नसून तो एकच आहे.

श्रमगंगेच्या तीरावरती
कष्टकऱ्यांची अमुची वसती
नाव वेगळे नाही आम्हा गाव वेगळा नाही ।।

गंगेइतकीच पवित्रता कष्टकऱ्यांच्या श्रमामध्ये असल्याने कवी कष्टकऱ्यांची वस्ती ही श्रमरूपी गंगेच्या तीरावरती असल्याचे सांगतात. या सर्व कष्टकऱ्यांचे गावच नाही तर नावही | वेगळे नसून एकच असल्याचेही ते नमूद करतात.

इमान आम्हा एकच ठावे
घाम गाळुनी काम करावे
मार्ग वेगळा नाही आम्हा स्वर्ग वेगळा नाही ।।

स्वत:च्या कामावर निष्ठा असणाऱ्या कष्टकऱ्यांनी घाम गाळून, अविरत मेहनत घेऊन काम करत राहणे ही एकच गोष्ट माहीत आहे. त्यांच्यासाठी ते स्वर्गसुख आहे सर्व कष्टकरी आपला मार्ग व आपले ध्येय अर्थात स्वर्ग एकच मानतात.

माणुसकीचे अभंग नाते
अम्हीच अमुचे भाग्यविधाते
पंथ वेगळा नाही आम्हा संत वेगळा नाही ।।

सर्वांना एकसमान मानणाऱ्या सगळ्या कष्टकऱ्यांमध्ये माणुसकीचे अखंड, कधीही न दुभंगणारे नाते आहे. आपल्या कष्टांवर विश्वास असणाऱ्या त्यांना आपणच आपले भाग्यविधाते असल्याची खात्री आहे. ‘माणुसकी’ हा एकच धर्म मानणाऱ्या कष्टकऱ्यांसाठी पंथ वा संत वेगळा नाही.

कोटि कोटि हे बळकट बाहू
जगन्नाथ रथ ओळुन नेऊ
आस वेगळी नाही आम्हा ध्यास वेगळा नाही ।।

कष्टकऱ्यांना स्वत:च्या बाहुंवर विश्वास आहे. त्यांचे खांदे इतके बळकट आहेत की ते जगन्नाथ रथ एकत्र ओढून नेऊ शकतात याची त्यांना खात्री आहे. मानवतावाद पसरवणाऱ्या या कष्टकऱ्यांची इच्छा, आस एक आहे व ध्यासही एक आहे.

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शब्दार्थ :

  1. आभाळ – आकाश, गगन – sky
  2. लेकरे – मुले – children
  3. आई – माता, जननी – mother
  4. श्रम – कष्ट – hardship
  5. तीर – किनारा – shore, bank
  6. वसती – वस्ती, राहण्याचे ठिकाण – habitation
  7. इमान – निष्ठा – constant, loyalty
  8. ठावे – माहीत असणे – to know
  9. घाम – स्वेद – sweat
  10. मार्ग – दिशा, रस्ता – way, direction
  11. स्वर्ग – heaven
  12. माणुसकी – मानवता, सौजन्य- humanity
  13. अभंग – अखंड – unbroken/unbreakable
  14. संत – साधू – saint
  15. पंथ – संप्रदाय – creed
  16. बाहू – हात – arms
  17. आस – इच्छा – desire, wish

वाक्प्रचार :

  1. घाम गाळणे – कष्ट करणे
  2. ठाव असणे – माहीत असणे

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 6 आभाळाची अम्ही लेकरे

टिप :

जगन्नाथ रथ – ओडिसा येथील पुरी येथे असलेले जगन्नाथ मंदिर हे भगवान कृष्णाच्या वैष्णव पंथाचे मंदिर आहे. भगवान कृष्ण हे विष्णूचे अवतार आहेत. या मंदिराचा वार्षिक रथप्रवास उत्सव प्रसिद्ध आहे. त्यामध्ये देवगिरीच्या तीन मुख्य देवता, भगवान जगन्नाथ, त्यांचे मोठे बंधू बलभद्र व सुभद्रा हे तीन वेगवेगळ्या भव्य व सुसज्ज रथांतून बाहेर पडतात व शहराच्या प्रवासासाठी जातात. ओडिसा येथील सर्वात महत्त्वाचा सणही ‘रथयात्रा’ मानतात.

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 1 धरती का आँगन महके

Balbharti Maharashtra State Board Class 8 Hindi Solutions Sulabhbharati Chapter 1 धरती का आँगन महके Notes, Textbook Exercise Important Questions and Answers.

Maharashtra State Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 1 धरती का आँगन महके

Hindi Sulabhbharti Class 8 Solutions Chapter 1 धरती का आँगन महके Textbook Questions and Answers

सूचना के अनुसार कृतियाँ करो:

प्रवाह तालिका पूर्ण करो:

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 1 धरती का आँगन महके 1
Answer:
Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 1 धरती का आँगन महके 3

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 1 धरती का आँगन महके

कृति पूर्ण करो :

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 1 धरती का आँगन महके 2
Answer:
Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 1 धरती का आँगन महके 4

उत्तर लिखो:

Question 1.
मेधा की ऊँचाई नापेगा
Answer:
प्रतिभा का पैमाना मेधा की ऊँचाई नापेगा।

Question 2.
हम सब मिलकर करें
Answer:
वसुधा के जयगान से अर्चना हम सब मिलकर करें।

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 1 धरती का आँगन महके

कृति करो:

मानव अंतरिक्ष यान से यहाँ पहुँचा है।
Answer:
Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 1 धरती का आँगन महके 5

निम्नलिखित काव्य पंक्तियाँ पूर्ण कीजिए।

Question 1.
______ आवृत्त कर दें स्नेह प्रभा परिधान से,
करें अर्चना हम सब मिलकर वसुधा _______।
Answer:
आत्मा को आवृत्त कर दें स्नेह प्रभा परिधान से,
करें अर्चना हम सब मिलकर वसुधा के जयगान से

भाषाबिंदु

Question 1.
निम्नलिखित शब्दों के समानार्थी शब्द लिखिए तथा उनका वाक्य में प्रयोग कीजिए।
शरीर, मनुष्य, पृथ्वी, छाती, पथ
Answer:
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Question 2.
पाठों में आए सभी प्रकार के सर्वनाम ढूँढ़कर उनका अपने वाक्य में प्रयोग कीजिए।
Answer:
Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 1 धरती का आँगन महके 7
Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 1 धरती का आँगन महके 8

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 1 धरती का आँगन महके

उपयोजित लेखन

Question 1.
‘छाते की आत्मकथा’ विषय पर निबंध लिखिए।
Answer:
मैं हूँ छाता। मुझे छतरी भी कर जाता है। जैसे बरसात शुरू हो जाती है, वैसे ही लोगों को मेरी उपयोगिता महसूस होने लगती है। संसार में मेरा उपयोग सब जगह पर होता है। आज मैं कई रूपों व कई रंगों में पाया जाता हूँ। फोल्डिंग के रूप में भी आप मुझे देख सकते हैं। मैं लोगों को बरसात व गरमी से बचाता हूँ। कहा जाता है कि मेरा सबसे पहले आविष्कार चीन में हुआ था। मेरा जन्म एक कारखाने में हुआ था। वहाँ से मुझे दुकानदारों के पास पहुंचाया गया। बरसात शुरू होने से पहले लोग मुझे अधिक कीमत देकर खरीद लेते हैं।

लोगों की सेवा करने में मुझे परम सुख की प्राप्ति होती है। इंग्लैंड की महारानी विक्टोरिया भी मेरा इस्तेमाल करती थीं। यह मेरे लिए बहुत ही आनंद की बात है। जिस प्रकार मेरे जीवन में हर्ष है; वैसे ही मेरे जीवन में दुख भी है। कुछ लोग मेरा प्रयोग ठीक से नहीं करते हैं। कुछ लोग मुझे लापरवाही से पटक देते हैं। इस कारण मेरी हालत बिगड़ जाती है। जब मैं फट जाता हूँ या मुझसे तार अलग हो जाते हैं, तब लोग मेरी मरम्मत करवा लेते हैं। इससे मुझे नया जीवन मिलता है। स्वयं धूप व वर्षा सहकर दूसरों की रक्षा करना, यही मेरा परम कर्तव्य है। आखिर, अपने कर्तव्य का पालन करना मेरा परम कार्य है।

Question 2.
‘विश्व शांति की माँग सर्वाधिक प्रसांगिक है।’ इस तथ्य पर अपने विचार लिखिए।
Answer:
आज मनुष्य को स्वार्थों ने जकड़ लिया है। वह अपने स्वार्थ की पूर्ति हेतु भयानक अस्त्रों-शस्त्रों का प्रयोग करने लगा है। इस कारण मानवता खतरे में पड़ गई है और चारों ओर हिंसा का माहौल निर्माण हो गया है। सभी देश अपनी शक्ति का प्रदर्शन करने हेतु परमाणु बम बना रहे हैं। यदि ऐसा ही होता रहा, तो एक दिन समस्त पृथ्वी का विनाश संभव है। इसे रोकने के लिए आज विश्व शांति की बात की जा रही है। आखिर, शांति में ही हिंसा को रोकने की शक्ति है। विश्व शांति के लिए मेल-मिलाप व भाईचारे की भावना की जरूरत है। सदाचार व स्नेह को अपनाकर एक-दूसरे के साथ मानवता का व्यवहार करके शांति की स्थापना की जा सकती है।

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 1 धरती का आँगन महके

स्वयं अध्ययन

प्राचीन भारतीय शिल्पकला संबंधी सचित्र जानकारी संकलित करो, विशेष कलाकृतियों की सूची बनाओ।

Hindi Sulabhbharti Class 8 Solutions Chapter 1 धरती का आँगन महके Additional Important Questions and Answers

एक शब्द में उत्तर लिखिए।

Question 1.
सरिता के प्रवाहित होने से ये खिलेंगे
Answer:
खेत।

Question 2.
पैरों की गति इसमें बँधी हुई है
Answer:
विश्वासों की राह में।

Question 3.
ऐसे होते हैं अस्त्र
Answer:
विनाशक।

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 1 धरती का आँगन महके

कृति क (३) भावार्थ

निम्नलिखित पद्यांशों का भावार्थ लिखिए।

Question 1.
धरती का आँगन ……………………. सब धान से।
Answer:
प्रस्तुत पंक्तियाँ कवि डॉ. प्रकाश दीक्षित द्वारा लिखित ‘धरती का आँगन महके’ कविता से ली गई हैं। कर्म, ज्ञान व विज्ञान की महत्ता के कारण धरती का आँगन महक रा है। मनुष्य ने कर्म ज्ञान व विज्ञान के बल पर धरती का नाम रोशन किया है। कवि के मतानुसार अपने कर्म द्वारा ज्ञान व विज्ञान के बल पर धरती पर सभी खेत लहलहा उठे ऐसी धारा प्रवाहित करो। कर्म, ज्ञान व विज्ञान के द्वारा धरती को संपन्न बना दो।

Question 2.
अभिलाषाएँ …………. विश्वासों की राह में।
Answer:
प्रस्तुत पंक्तियाँ कवि डॉ. प्रकाश दीक्षित द्वारा लिखित ‘धरती का आँगन महके’ कविता से ली गई हैं। कवि के मतानुसार आज वर्तमान युग में मनुष्य की अभिलाषाएँ यानी चाह आशाओं की छाँह में नित मुस्करा रही हैं। मनुष्य को आशा है कि आज नहीं तो कल उसकी सारी कामनाएँ पूरी होंगी। इसलिए उसके पैर बड़े विश्वास के साथ प्रगति पथ पर
तेजी से आगे ही आगे बढ़ रहे हैं।

Question 3.
शिल्पकला ……………………. श्रृंगार हो।
Answer:
प्रस्तुत पंक्तियाँ कवि डॉ. प्रकाश दीक्षित द्वारा लिखित ‘धरती का आँगन महके इस कविता से ली गई हैं। कवि के मतानुसार इस धरती पर मानव ने कर्म करके शिल्पकला का निर्माण किया है। यह शिल्पकला कमल रूपी फूलों की माला जैसी है जिससे इस धरती का गौरव बढ़ा है। वह धरती के गले का हार है। कवि की हार्दिक कामना है कि यह धरती फूलों-फलों से संपन्न हो और धरती के श्रृंगार में वृद्धि हो।

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 1 धरती का आँगन महके

कृति ख (२) आकलन कृति

निम्नलिखित कथन सत्य है या असत्य लिखिए।

Question 1.
सदाचार व स्नेह के जरिए मानवता का विकास होगा।
Answer:
सत्य

Question 2.
हम सभी को मिलकर धरती का जयगान करने के लिए अर्चना करनी चाहिए।
Answer:
असत्य

उत्तर लिखिए।

Question 1.
प्रतिभा का पैमाना यह बनकर मन की गहराई मापता है
Answer:
मानवता का मीटर बनकर मन की गहराई मापता है।

Question 2.
यह मन की सुंदरता का मूल्य बताती है
Answer:
सदाचार की शुभ शलाका मन की सुंदरता का मूल्य बताती है।

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 1 धरती का आँगन महके

कृति ख (३) भावार्थ

निम्नलिखित पद्यांशों का भावार्थ लिखिए।

Question 1.
साँस-साँस ……………………. सुंदरता आँकती।
Answer:
प्रस्तुत पंक्तियाँ कवि डॉ. प्रकाश दीक्षित द्वारा लिखित ‘धरती का आँगन महके’ इस कविता से ली गई हैं। इस धरती ने साँस-साँस का जीवनपट बुनकर सभी के प्राणों का तन हक दिया है। कवि के मतानुसार सदाचार व स्नेह के द्वारा ही मानवता का विकास होगा। सदाचार रूपी शुभ शलाका मन की सुंदरता को आँकने का काम करेगी। मानवता के विकास के लिए सभी को सदाचार एवं स्नेह को अपनाना चाहिए।

Question 2.
प्रतिभा का पैमाना …………………… गहराई।
Answer:
प्रस्तुत पंक्तियाँ कवि डॉ. प्रकाश दीक्षित द्वारा लिखित ‘धरती का आँगन महके’ कविता से ली गई हैं। कवि कहते हैं कि प्रतिभा का मानदंड बुद्धि की ऊँचाई नापने का काम करता है। सभी के हृदय में मानवता निर्माण होनी चाहिए। मानवता को मनुष्य के दिल की गहराई मापने का कार्य करना चाहिए अर्थात मानव की प्रतिभा को मानवता के लिए
कार्य करना चाहिए।

Question 3.
आत्मा को ………………….. जयगान से।
Answer:
प्रस्तुत पंक्तियाँ कवि डॉ. प्रकाश दीक्षित द्वारा लिखित ‘धरती का आँगन महके’ कविता से ली गई हैं। मनुष्य को अपनी आत्मा स्नेह रूपी प्रकाश से बैंक देना चाहिए। स्नेह से व्यक्ति को अपनी आत्मा स्वयं प्रकाशित करनी चाहिए। जब ऐसा होगा; तब धरती पर मानवता का विकास होगा। हम सभी को मिलकर धरती का जयगान करने के लिए पूजा-अर्चना करनी चाहिए।

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 1 धरती का आँगन महके

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 5 घाटात घाट वरंधाघाट

Balbharti Maharashtra State Board Class 8 Marathi Solutions Sulabhbharati Chapter 5 घाटात घाट वरंधाघाट Notes, Textbook Exercise Important Questions and Answers.

Maharashtra State Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 5 घाटात घाट वरंधाघाट

Marathi Sulabhbharti Class 8 Solutions Chapter 5 घाटात घाट वरंधाघाट Textbook Questions and Answers

1. आकृती पूर्ण करा.
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 5 घाटात घाट वरंधाघाट 1

प्रश्न 1.
आकृती पूर्ण करा.
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 5 घाटात घाट वरंधाघाट 1
उत्तर:
पावसाळा सुरू झाल्याच्या लेखकाला जाणवणाऱ्या खुणा:
1. सोसाट्याचा वारा
2. मातीचा सुगंध

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 5 घाटात घाट वरंधाघाट

2. पावसाच्या आगमनाचा लेखकाच्या मनावर होणाऱ्या परिणामांचा ओघतक्ता तयार करा.

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 5 घाटात घाट वरंधाघाट 2

प्रश्न 1.
पावसाच्या आगमनाचा लेखकाच्या मनावर होणाऱ्या परिणामांचा ओघतक्ता तयार करा.

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 5 घाटात घाट वरंधाघाट 2

उत्तर:
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 5 घाटात घाट वरंधाघाट 3

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 5 घाटात घाट वरंधाघाट

3. खालील शब्दसमूहाचा अर्थ स्पष्ट करा.

प्रश्न 1.
खालील शब्दसमूहाचा अर्थ स्पष्ट करा.
उत्तर:
अ. जिगरबाज भटके – वरंधा घाटात बघावयास मिळणारे निसर्गाचे विहंगम दृश्य व टपऱ्यांवर मिळणारा राजेशाही खाना यांबरोबर कावळ्या किल्ला वरंधा घाटात सज्ज आहे. मात्र ह्या किल्ल्यावर ट्रेक करताना अरूंद पायवाट, अरूंद सपाटी, उतरण-चढणीचा रस्ता हृदयाची धडधड वाढवतो. डेअरिंग करणाऱ्या, न घाबरता ट्रेक करणाऱ्या प्रवाशांना जिगरबाज भटके म्हटले आहे.

आ. रंगिली पायवाट – श्री वाघजाई मंदिराच्याबरोबर वरच्या भागात डोंगरमाथ्याजवळ असणाऱ्या टाक्या काळ्याशार पाषाणात खोदलेल्या आहेत. या टाक्यांच्या पाण्यामुळे तेथील पायवाट ओली झाली आहे. त्यामुळे त्या ओल्या वाटेने जाताना घसरून पडल्यामुळे वा चिखल अंगावर उडाल्यामुळे कपडे रंगतात. म्हणूनच या पायवाटेला रंगिली पायवाट म्हणतात.

इ. डोंगराची सोंड – उंच डोंगराच्या माथ्यावरील शेवटच्या टप्प्याला डोंगराची सोंड असे म्हणतात.

4. तुमच्या शब्दांत माहिती लिहा.

प्रश्न अ.
वरंधा घाटातील निसर्गाचे विहंगम दृश्य तुमच्या शब्दांत वर्णन करा.
उत्तर:
वरंधा घाटातील निसर्गाची वेगळीच जादू बघायला मिळते. वरंधा घाटातून दिसणारे निसर्गाचे दृश्य अतिशय विलोभनीय असते. हिरव्यागार झाडांनी भरलेल्या कपारीतून धबधबे जोरदार आवाज करत वाहत असतात. दरीतील हिरवे रान डोळ्यांना सुखद गारवा देते. डोंगरावर ढग उतरल्यामुळे ढगांवर पांढरे आच्छादन घातल्यासारखे वाटते. पावसाची संततधार वातावरणात उत्साह निर्माण करते, धबधब्यांमधून वाहणाऱ्या पाण्याचा जोर जास्त असल्याने ते पाणी जणू दगडांवर चाबूक मारत पुढे जात असल्यासारखे वाटते. निसर्गाचे हे सुंदर दृश्य नजरेचे पारणे फेडून टाकते.

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 5 घाटात घाट वरंधाघाट

प्रश्न आ.
कावळ्या किल्ला
उत्तर:
कावळ्या किल्ला – वरंधा घाटातल्या डोंगरमाथ्याजवळील नऊ टाक्यांच्या समूहापासून ओल्या पायवाटेने पुन्हा एकदा डांबरी रस्त्यावर आल्यावर उजव्या हाताची पायवाट कावळ्या किल्लाकडे जाते, बांधीव पायऱ्या पार करून अरूंद पायवाटेने कारवीच्या झाडीतून कावळ्या किल्ल्यावर ट्रेक सुरू होतो. वरंधा घाटाच्या उत्तरेत पसरलेल्या डोंगरावरून डावीकडे कोकणात उतरत जाणाऱ्या रस्त्यावरून पाय सटकला तर थेट समर्थांच्या शिवथरघळीत माणूस पोहचतो.

तेथून पुढे जाणारी अरूंद पायवाट सपाटीवर येऊन थांबते. तिथून एका टेकाडाची उतरण उतरून अखेरची चढाई समोर येते व तेथून वरंधा घाटाचे दर्शन घडते, डोंगराच्या सोंडेला शेवटी जोत्याचे अवशेष व ढासळलेल्या बुरूजाचे अवशेष दिसतात. हा कावळ्या किल्ला जिगरबाज भटक्यांसाठी आवडीचा ठरतो.

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 5 घाटात घाट वरंधाघाट

खेळूया शब्दांशी.

(आ) खाली दिलेल्या विशेष्य आणि विशेषणांच्या जोड्या लावा.

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 5 घाटात घाट वरंधाघाट 4

प्रश्न 1.
खाली दिलेल्या विशेष्य आणि विशेषणांच्या जोड्या लावा.

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 5 घाटात घाट वरंधाघाट 4
उत्तर:

विशेषण विशेष्य
1. विहंगम दृश्य
2. गरमागरम कांदाभजी
3. घोंघावणारा वारा
4. काळाशार पाषाण
5. अरूंद पायवाट

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 5 घाटात घाट वरंधाघाट

(आ) खालील वाक्यांतील शब्दयोगी अव्यये ओळखा.

प्रश्न अ.
पुण्याहून महाडकडे जाणाऱ्या रस्त्यावर हिरवी झाडी आहे.
उत्तर:
शब्दयोगी अव्यये – कडे, वर

प्रश्न आ.
चमचमीत मेनू मजबूत चापायला वरंधा घाटातल्या टपऱ्यांसारखी दुसरी जागा नाही.
उत्तर:
शब्दयोगी अव्यय – सारखी

प्रश्न इ.
जिगरबाज भटक्यांसाठी कावळ्या किल्ला सज्ज आहे.
उत्तर:
शब्दयोगी अव्यय – साठी

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 5 घाटात घाट वरंधाघाट

(इ) खालील वाक्यांतील विरामचिन्हे ओळखून त्यांची नावे लिहा. 

प्रश्न अ.
घाटात घाट वरंधाघाट बाकी सब घाटियाँ !
उत्तरः
! – उद्गारवाचक चिन्ह

प्रश्न आ.
गतकाळातले ‘ते क्षण’ पुन्हा जिवंत होतात,
उत्तर:
‘_’ एकेरी अवतरण चिन्ह. . पूर्ण विराम.

चर्चा करूया.

वरंधा घाटातील टपऱ्यांमधील चमचमीत मेनूंबाबत चर्चा करून एक सुंदर मेनूकार्ड तयार करा. त्याबाबत मित्रमैत्रिणींशी चर्चा करा.

प्रश्न 1.
वरंधा घाटातील टपऱ्यांमधील चमचमीत मेनूंबाबत चर्चा करून एक सुंदर मेनूकार्ड तयार करा. त्याबाबत मित्रमैत्रिणींशी चर्चा करा.

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शोध घेऊया

आंतरजालाच्या साहाय्याने महाराष्ट्रातील वेगवेगळे घाट व त्यांविषयीची माहिती मिळवा व त्यांची नोंद ठेवा.

प्रश्न 1.
आंतरजालाच्या साहाय्याने महाराष्ट्रातील वेगवेगळे घाट व त्यांविषयीची माहिती मिळवा व त्यांची नोंद ठेवा.

बातमी लेखन

दैनंदिन व्यवहारात घडणाऱ्या घटनांच्या बातम्या आपण वृत्तपत्रे, टी. व्ही., रेडिओ यांसारख्या माध्यमांतून वाचत व ऐकत असतो. त्यामुळे घडून गेलेल्या, घडत असलेल्या आणि घडणाऱ्या विविध घटनांविषयी आपणाला सविस्तर माहिती बातमीच्या माध्यमातून मिळत असते.

बातमी लेखनासाठी आवश्यक गुण

  1. लेखन कौशल्य.
  2. भाषेचे उत्तम ज्ञान.
  3. व्याकरणाची जाण.
  4. सोपी, सुटसुटीत वाक्यरचना.
  5. चौफेर वाचन.

बातमीची विविध क्षेत्रे : सांस्कृतिक, क्रीडा, कृषी, शैक्षणिक, सामाजिक, वैज्ञानिक, दैनंदिन घटना.

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खालील बातमी वाचून त्याखाली दिलेल्या प्रश्नांची उत्तरे लिहा.
जिल्हा परिषद उच्च प्राथमिक शाळा, उत्रौली या शाळेत कला शिबिराचा समारोप संपन्न.

दिनांक : 20 डिसेंबर

लोकप्रतिभा
चित्रकला शिबिराचा समारोप

उत्रौली (ता. भोर) : उत्रौली येथील जिल्हा परिषद उच्च प्राथमिक शाळेत दहा दिवसांचे चित्रकला शिबिर नुकतेच संपन्न झाले. 19 डिसेंबर रोजी दुपारी 4.00 ते 7.00 या वेळात शिबिराचा समारोप समारंभ साजरा झाला. या शिबिराची सांगता प्रसिद्ध चित्रकार श्री. अविनाश शिवतरे यांच्या सप्रात्यक्षिक मनोगताने करण्यात आली.

आपल्या जीवनातील कलेचे महत्त्व सांगताना प्रत्येकाने कोणती-ना-कोणती कला शिकणे आवश्यक आहे, हा विचार त्यांनी आपल्या मनोगतातून व्यक्त केला. समारंभाचे अध्यक्षस्थान उच्च प्राथमिक शाळेचे मुख्याध्यापक श्री. सदाशिव शिंदे यांनी भूषवले. कलाशिक्षिका श्रीमती सुनीता सोमण यांनी प्रमुख पाहुणे व उपस्थितांचे आभार मानले.
या निमित्ताने सर्व पंचवीस शिबिरार्थीच्या चित्रांचे प्रदर्शन भरवण्यात आले होते. त्याला रसिकांचा उदंड प्रतिसाद मिळाला.

1. कोण ते लिहा.
(अ) समारंभाचे प्रमुख पाहुणे-
(आ) समारंभाचे अध्यक्ष
(इ) चित्रकला प्रदर्शनास प्रतिसाद देणारे

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2. उत्तर लिहा.
(अ) शिबिरार्थीची संख्या
(आ) शिबिरार्थीनी शिबिरात शिकलेली कला
(इ) शिबिराचे ठिकाण
(ई) शिबिर सुरू झाले ती तारीख

3. वरील बातमीमध्ये ज्या ज्या गोष्टींविषयी माहिती दिलेली आहे ते घटक लिहा.

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 5 घाटात घाट वरंधाघाट 5

Marathi Sulabhbharti Class 8 Solutions Chapter 5 घाटात घाट वरंधाघाट Important Additional Questions and Answers

पुढील उताऱ्याच्या आधारे दिलेल्या सूचनेनुसार कृती

करा. कृती 1: आकलन कृती

प्रश्न 1.
आकृतिबंध पूर्ण करा.
उत्तर:
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 5 घाटात घाट वरंधाघाट 6

प्रश्न 2.
कोण ते लिहा
उत्तर:

  1. भिजल्याबद्दल मार देणारे – [आईवडील]
  2. कागदी होड्या करायला शिकवणारे – [आजी – आजोबा]
  3. पावसात चिंब भिजणारे – [लेखक]

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प्रश्न 3.
कंसातील योग्य शब्द वापरून रिकाम्या जागा भरा.

  1. अशा कितीतरी आठवणी घेऊन दरवर्षी …………….. येत असे. (हिवाळा, ऊन्हाळा, पाऊस, ज्येष्ठ)
  2. मोठं झाल्यावर इंद्रधनुष्यात असणाऱ्या रंगांचे अर्थ ………………… लागतात. (उमगू, कळू, समजू, जाणवू)
  3. असं बरंच काही अनुभवायंच असेल तर ………………घाट गाठलाच पाहिजे. (माळशेज, ताम्हिणी, वरंधा, कुंभार्ली)

उत्तर:

  1. पाऊस
  2. उमगू
  3. वरंधा

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कृती 2: आकलन कृती

प्रश्न 1.
एका वाक्यात उत्तरे लिहा.

प्रश्न i.
लेखक बालपणी कोणत्या कवितेच्या तालावर पावसात भिजत असत?
उत्तर:
लेखक बालपणी ‘ये गं ये गं सरी, माझे मडके भरी’ या कवितेच्या तालावर पावसात भिजत असत.

प्रश्न ii.
पावसाचे वेध कधी लागतात?
उत्तर:
ज्येष्ठ महिना सुरू झाला की पावसाचे वेध लागतात.

प्रश्न iii.
पावसाळ्यात प्रत्येक वर्षी येणाऱ्या, तरीही दरवेळी नवीन वाटणाऱ्या गोष्टी कोणत्या?
उत्तर:
सोसाट्याचा वारा व मातीचा सुगंध या गोष्टी पावसाळ्यात प्रत्येक वर्षी येतात, तरीही दरवेळी नवीन वाटतात.

प्रश्न 2.
खालील प्रसंगानंतर काय घडले ते लिहा. लेखक पावसात चिंब भिजले.
उत्तर:
लेखक पावसात चिंब भिजल्यामुळे त्यांनी आई वडिलांकडून पोटभर मार खाल्ला.

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प्रश्न 3.
कारणे शोधा.
लेखक पावसाची आतुरतेने वाट पाहत असत; कारण…
उत्तर:
पावसात चिंब भिजण्याचा आनंद लुटत असतानाच आजी-आजोबांकडून कागदी होड्या करायला शिकून त्या पावसाच्या पाण्यात सोडण्यासाठी लेखक पावसाची आतुरतेने वाट पाहत असत.

कृती 3: व्याकरण कृती

प्रश्न 1.
खालील वाक्प्रचारांचा अर्थ सांगून वाक्यात उपयोग करा.
उत्तर:
1. वेध लागणे – एखाद्या गोष्टीकडे लक्ष लागणे.
वाक्य: उन्हाळा सुरू होताच सगळ्यांना आंब्याचे वेध लागतात.

2. पोटभर मार खाणे – भरपूर मार खाणे.
वाक्यः अभ्यास न केल्यामुळे राजूने गुरूजींचा पोटभर मार खाल्ला.

3. आतुरतेने वाट पाहणे – मनापासून वाट पाहणे.
वाक्य: तब्बल दोन वर्षांनी परदेशातून घरी येणाऱ्या आपल्या मुलाची राधाबाई आतुरतेने वाट पाहत होत्या.

4. प्रत्यय येणे – अनुभव येणे
वाक्यः आमच्या शेजारी झालेल्या चोरीचा निकाल पोलिसांनी दोन दिवसात लावल्याने त्यांच्या तत्पर कार्याचा प्रत्यय आला.

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प्रश्न 2.
खालील इंग्रजी शब्दांसाठी उताऱ्यात आलेले मराठी शब्द शोधा.

  1. मंथ
  2. रेन्बो
  3. मोमेंट
  4. पास्ट

उत्तर:

  1. महिना
  2. इंद्रधनुष्य
  3. क्षण
  4. गतकाळ

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प्रश्न 3.
खालील शब्दांचे विरुद्धार्थी शब्द लिहा.

  1. सुगंध × …………
  2. आगमन × …………
  3. गतकाळ × …………..
  4. जिवंत × ………….

उत्तर:

  1. दुर्गध
  2. निर्गमन
  3. भविष्यकाळ
  4. मृत

प्रश्न 4.
खालील शब्दांचे लिंग ओळखा व तक्ता पूर्ण करा.
उत्तर:
महिना, माती, वारा, मडके, होडी, पाऊस, इंद्रधनुष्य, क्षण, पापणी, घाट

पुल्लिंग स्त्रीलिंग नपुसकलिंग
महिना माती मडके
वारा होडी इंद्रधनुष्य
पाऊस पापणी क्षण
घाट

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प्रश्न 5.
खालील शब्दांचे वचन बदला.

  1. महिना – [ ]
  2. सरी – [ ]
  3. होडी – [ ]
  4. रंग – [ ]

उत्तर:

  1. महिने
  2. सर
  3. होड्या
  4. रंग

कृती 4: स्वमत

प्रश्न 1.
‘पावसाच्या आगमनाने गतकाळातले ते क्षण’ पुन्हा जिवंत होतात.’ या वाक्यातील ते क्षण यामधून काय अभिप्रेत होते?
उत्तर:
लेखक व पावसाळा यांचे एक वेगळे नाते आहे. दरवर्षी पाऊस येत असला तरी लेखकाला तो दरवर्षी नवीन वाटतो. बालपणीच्या साऱ्या आठवणी लेखकाच्या डोळयासमोर येत राहतात. मोठे झाल्यावर पावसाचा, इंद्रधनुष्याचा अर्थ वेगळा उमगू लागला असला तरी लेखकाच्या गतकाळातील पावसाच्या आठवणी बदलत नाहीत. बालपणीच्या या सर्व कडू-गोड आठवणी ‘ते क्षण’ या शब्दांमधून अभिप्रेत होतात.

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प्रश्न 2.
‘मग डोळ्यांतला कोणता आणि बाहेरचा कोणता तेच कळत नाही.’ या वाक्याचा तुम्हांला कळलेला अर्थ सांगा.
उत्तर:
पावसाशी वेगळे नाते सांगणाऱ्या लेखकाच्या अनेक आठवणी या पावसाशी निगडीत आहेत. लहानपणी खाल्लेला मार ते मोठे झाल्यावर पावसाचा उमगू लागलेला वेगळा अर्थ यांमधील लेखकाचा प्रवास आठवणींमध्ये साठवलेला आहे. पावसाचे आगमन होताच त्या साऱ्या आठवणी जिवंत होतात व अणूंच्या रूपाने वाहू लागतात. अशावेळेस मनातील पाऊस व बाहेरील पाऊस एकरूप होतात. पावसाचे पाणी की डोळ्यांमधील पाणी हेच कळेनासे होते.

पुढील उताऱ्याच्या आधारे दिलेल्या सूचनेनुसार कृती करा.

कृती 1: आकलन कृती

प्रश्न 1.
आकृतिबंध पूर्ण करा.

i.
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 5 घाटात घाट वरंधाघाट 7

ii.
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 5 घाटात घाट वरंधाघाट 8

कंसातली योग्य पर्याय निवडून रिकाम्या जागा भरा.

प्रश्न 1.
i. मनाला ……………….. देणारा प्रवास कधी संपूच नये असे वाटते. (प्रसन्नता, चैतन्य, उभारी, नवजीवन)
ii. निसर्गाचे ………………….. दृश्य डोळ्यांसमोर येते अन् नजरेचे पारणे फेडून जाते. (अप्रतिम, विहंगम, विलोभनीय, अवर्णनीय)
उत्तर:
i. उभारी
ii. विहंगम

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 5 घाटात घाट वरंधाघाट

एका वाक्यात उत्तरे दया.

प्रश्न i.
पावसाळ्यात प्रवास करण्याची मजा कोणत्या प्रकारच्या गाडीत जास्त येते?
उत्तर:
पावसाळ्यात प्रवास करण्याची मजा बंदिस्त गाडीत सुक्याने करण्यापेक्षा दोन चाकीवर अंग भिजवत करण्यात जास्त येते.

प्रश्न ii.
वरंधा घाटात आल्यावर काय वाटते?
उत्तर:
‘घाटात घाट वरंधा घाट, बाकी सब घाटीयाँ !’ असे वरंधा घाटात आल्यावर वाटते.

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 5 घाटात घाट वरंधाघाट

प्रश्न iii.
प्रवासात कुठून कुठे जाताना वरंधा घाट लागतो?
उत्तरः
पुण्याहून महाडकडे जाताना वरंधा घाट लागतो.

कृती 2: आकलन कृती

प्रश्न 1.
तक्ता पूर्ण करा.
उत्तर:
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 5 घाटात घाट वरंधाघाट 9

प्रश्न 2.
कोण ते लिहा.
उत्तर:

  1. हिरव्यागच्च झाडीतून रोरावत बाहेर येणारे – [धबधबे]
  2. दगडांवर आसूड मारत धावणारे [खळाळत वाहणारे पाणी]
  3. नजरेचे पारणे फेडून टाकणारे [निसर्गाचे विहंगम दृश्य]

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 5 घाटात घाट वरंधाघाट

प्रश्न 3.
का ते लिहा.
वरंधा घाटात आल्यावर ‘घाटात घाट वरंधा घाट, बाकी सब घाटीयाँ !’ असे वाटते.
उत्तर:
वरंधा घाटात पाण्यावर झुकलेल्या हिरव्यागच्च झाडीतून रोरावत बाहेर येणारे धबधबे, दरीतले हिरवे रान, ढगाळलेले डोंगर, पावसाची संततधार, मोठमोठ्या दगडांवर आसूड मारत धावत खळाळत वाहणारे पाणी असे नजरेचे पारणे फेडून टाकणाऱ्या निसर्गाच्या विहंगम दृश्याकडे पाहून ‘घाटात घाट वरंधा घाट, बाकी सब घाटीयाँ !’ असे वाटते.

कृती 3 : व्याकरण कृती.

प्रश्न 1.
खालील शब्दांचे विभक्तीप्रत्यय सांगून विभक्ती ओळखा.
उत्तर:

शब्द विभक्तीप्रत्यय विभक्ती
पुण्याहून हुन पंचमी एकवचन
रंगाची ची षष्ठी एकवचन
मनाला ला चतुर्थी एकवचन

प्रश्न 2.
खालील वाक्यांतील अधोरेखित शब्दांच्या जाती ओळखा.

प्रश्न i.
असा शरीर गारठवणारा आणि मनाला उभारी देणारा प्रवास कधी संपूच नये असे वाटते.
उत्तरः
शरीर – सामान्यनाम, आणि – उभयान्वयी अव्यय, वाटते – क्रियापद

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प्रश्न ii.
असे निसर्गाचे विहंगम दृश्य डोळ्यांसमोर येते अन् नजरेचे पारणे फेडून जाते.
उत्तर:
विहंगम – विशेषण, समोर – शब्दयोगी अव्यय, अन् – उभयान्वयी उव्यय

प्रश्न 3.
योग्य जोड्या लावा.

विशेषण विशेष्य
1. आवडती (अ) वारा
2. बेफाम (आ) रान
3. हिरवं (इ) गाणी
4. कुंद (ई) वातावरण

उत्तर:

विशेषण विशेष्य
1. आवडती (इ) गाणी
2. बेफाम (अ) वारा
3. हिरवं (आ) रान
4. कुंद (ई) वातावरण

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 5 घाटात घाट वरंधाघाट

प्रश्न 4.
खालील शब्दांचे वचन बदला.

  1. झाड – [ ]
  2. चाक – [ ]
  3. दगड – [ ]
  4. दृश्ये – [ ]

उत्तर:

  1. झाडे
  2. चाके
  3. दगड
  4. दृश्य

कृती 4 स्वमत

प्रश्न 1.
बंदिस्त चारचाकी गाडीपेक्षा दोनचाकी गाडीवर पावसाळ्यात प्रवास करणे आल्हाददायक असते का? तुम्हाला काय वाटते?
उत्तरः
पावसाळ्यात दोनचाकी गाडीवरून प्रवास करताना अधिक आल्हाददायक वाटते. हिरव्या नवलाईने नटलेले डोंगर डोळे भरून पाहता येतात. पावसाचे थंड तुषार चेहऱ्यावर झेलत प्रवास करण्यास अधिक मजा येते. थंड वाऱ्याची झुळूक मनस्थिती बदलून टाकते. हवे तिथे उभे राहून पावसाचा आनंद घेत निसर्गाची सुंदरता डोळ्यांत साठवता येते. म्हणूनच मला पावसाळ्यात दोन चाकीने प्रवास करणे जास्त आल्हाददायक वाटते.

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पुढील उताऱ्याच्या आधारे दिलेल्या सूचनेनुसार कृती करा.

कृती 1: आकलन कृती

प्रश्न 1.
आकृतिबंध पूर्ण करा.
उत्तरः
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 5 घाटात घाट वरंधाघाट 13

उत्तरे लिहा.

प्रश्न 1.

  1. पावसाळी वातावरणातील चमचमीत मेनू – [ ]
  2. जिगरबाज भटक्यांसाठी सज्ज किल्ला – [ ]
  3. काळ्याशार पाषाणात खोदलेली गोष्ट – [ ]

उत्तरः

  1. पावसाळी वातावरणातील चमचमीत मेनू – [भजी, वडे, चहा]
  2. जिगरबाज भटक्यांसाठी सज्ज किल्ला – [कावळ्या किल्ला]
  3. काळ्याशार पाषाणात खोदलेली गोष्ट – [पाण्याची टाकी]

एका वाक्यात उत्तरे लिहा.

प्रश्न 1.
वरंधा घाटाचा शेवटचा टप्पा कसा तयार केला आहे?
उत्तर:
बराच मोठा असलेला कावळ्या किल्ला फोडून वरंधा घाटाचा शेवटचा टप्पा तयार केला आहे.

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 5 घाटात घाट वरंधाघाट

प्रश्न 2.
नऊ टाक्यांचा समूह कोठे आहे?
उत्तर:
श्री वाघजाई मंदिराच्या बरोबर वरच्या भागात डोंगरमाथ्याजवळ नऊ टाक्यांचा समूह आहे.

प्रश्न 3.
पायवाटच रंगिली असल्याने काय घडते?
उत्तर:
पायवाटच रंगिली असल्याने त्या ओल्या वाटेने परत जाताना अंगावरचे कपडे हमखास रंगतात.

कृती 2 : आकलन कृती

कंसातील योग्य शब्द वापरून रिकाम्या जागा भरा.

प्रश्न 1.
1. श्री वाघजाईच्या सोबतीने उभारलेल्या टपऱ्यांमधून हा …………………खाना अगदी ताजा ताजा तयार केला जातो. (उत्कृष्ट, राजेशाही, बढिया, गरमागरम)
2. …………….. पाषाणात खोदलेली पाण्याची टाकी कित्येक वर्षे कित्येकांची तहान भागवत असते. (काळ्याशार,काळ्याकुट्ट,काळ्याभोर,काळ्याकुळकुळीत)
उत्तर:
1. राजेशाही
2. काळ्याशार

उत्तरे लिहा.

प्रश्न 1.
बाहेर बरसणाऱ्या पावसाकडे पाहत वेळ कसा जातो ते का कळत नाही?
उत्तरः
बाहेर बरसणाऱ्या पावसाकडे पाहत भजी-वडे-चहाचा आस्वाद घेत, रानवाऱ्याचं घोंघावणं ऐकतं, विजेचं लखकन् चमकणं, अन् कडाडणं, मनाच्या हार्ट डिस्कवर स्टोर करत वेळ कसा जातो ते कळत नाही.

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 5 घाटात घाट वरंधाघाट

प्रश्न 2.
कावळ्या किल्ला कोणासाठी सज्ज आहे?
उत्तरः
बरसणारा पाऊस पाहत बराच वेळ गेल्यानंतर थोडे भिजावेसे वाटणाऱ्यांसाठी, पाय मोकळे करावेसे वाटणाऱ्यांसाठी, थोडं डेअरिंग करावसं वाटणाऱ्यांसाठी, जिगरबाज भटक्यांसाठी कावळ्या किल्ला सज्ज आहे.

योग्य जोड्या जुळवा.

प्रश्न 1.

अ गट ब गट
1. वरंधा घाटातील (अ) कावळ्या किल्ला सज्ज टपऱ्या
2. जिगरबाज भटके (आ) नऊ टाक्यांचा समूह
3. डोंगरमाथा (इ) भजी-बडे-चहा

उत्तर:

अ गट ब गट
1. वरंधा घाटातील (इ) भजी-बडे-चहा
2. जिगरबाज भटके (अ) कावळ्या किल्ला सज्ज टपऱ्या
3. डोंगरमाथा (आ) नऊ टाक्यांचा समूह

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 5 घाटात घाट वरंधाघाट

कृती 3 : व्याकरण कृती

प्रश्न 1.
अचूक शब्द ओळखून लिहा.

  1. हार्ट डिस्क / हारट डिस्क / हार्ट डीस्क / हार्ट डिस्क्
  2. डेयरिंग / डेअरिंग / डेअरींग / डेयरींग

उत्तर:

  1. हार्ट डिस्क
  2. डेअरिंग

प्रश्न 2.
खालील शब्दांचे सामान्यरूप लिहा.

  1. घाट
  2. टपरी
  3. वातावरण
  4. रानवारा

उत्तर:

  1.  घाटा
  2. टपऱ्या
  3. वातावरणा
  4. रानवाऱ्या

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 5 घाटात घाट वरंधाघाट

प्रश्न 3.
खालील शब्दांचे समानार्थी शब्द लिहा.

  1. वीज – [ ]
  2. शेवटचा – [ ]
  3. पाणी – [ ]
  4. पाषाण – [ ]
  5. तहान – [ ]
  6. किल्ला – [ ]

उत्तर:

  1. विद्युत
  2. अंतिम
  3. जल, जीवन, नीर
  4. दगड
  5. तृष्णा
  6. गड

खालील वाक्यांतील अधोरेखित शब्दाचे वचन बदलून वाक्य पुन्हा लिहा.

प्रश्न 1.
भजी-वडे-चहाच्या टपऱ्यांच्या बाजूने अवघ्या दहा-पंधरा मिनिटातच इथे जाऊन पोहोचता येते.
उत्तर:
भजी-वडे-चहाच्या टपरीच्या बाजूने अवघ्या दहा-पंधरा मिनिटातच इथे जाऊन पोहोचता येते.

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 5 घाटात घाट वरंधाघाट

प्रश्न 2.
काळ्याशार पाषाणात खोदलेली पाण्याची ती टाकी कित्येक वर्षे कित्येकांची तहान भागवत असतील कोण जाणे.
उत्तर:
काळ्याशार पाषाणात खोदलेल्या पाण्याच्या त्या टाक्या कित्येक वर्षे कित्येकांची तहान भागवत असतील कोण जाणे,

कृती 4 : स्वमत

प्रश्न 1.
तुम्ही भेट दिलेल्या एका किल्ल्याची माहिती दया.
उत्तरः
आमच्या शाळेच्या सहलीत रायगड या किल्ल्यावर जाण्याचा योग आला. किल्ले रायगड हा महाराष्ट्रातील रायगड जिल्ह्यातील सह्याद्रिच्या पर्वतरांगांमध्ये आहे. मराठी साम्राज्याच्या इतिहासात त्याची एक खास ओळख आहे. छत्रपती शिवाजी महाराजांनी रायगडाचे स्थान व महत्त्व पाहून याला आपल्या राज्याची राजधानी बनविली. शिवराज्याभिषेकही याच किल्ल्यात झाला.

सागरी दळणवळणासही हा किल्ला उपयुक्त होता. अशा या रायगडावर फिरताना सगळा इतिहास समोर उभा राहिला. रायगडाचं जुनं नाव रायरी होतं. या गडाला सुमारे 1435 पायऱ्या आहेत. गडाच्या पश्चिमेकडे हिरकणीचा बुरूज, उत्तरेकडच टकमक टोक, श्री शिरकाई मंदिर आणि मध्यभागी असलेला शिवरायांचा पुतळा पाहून आम्हा सगळ्यांनाच एक स्फुरण चढले. अशा प्रकारे त्या भेटीत रायगडाचा सहवास घडला.

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 5 घाटात घाट वरंधाघाट

पुढील उताऱ्याच्या आधारे दिलेल्या सुचनेनुसार कृती करा.

कृती 1 : आकलन कृती

i.
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 5 घाटात घाट वरंधाघाट 10

ii.
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 5 घाटात घाट वरंधाघाट 11

कंसातील योग्य पर्याय वापरून रिकाम्या जागा भरा.

प्रश्न 1.

  1. परत एकदा आपण ………….. रस्त्यावर येतो. (दगडी, डांबरी, मातीच्या, कच्च्या)
  2. डोंगरधारेच्या कड्यावरून जाणारी अरूंद पायवाट एका .. ….. येऊन थांबते. (झाडापाशी, सपाटीवर, उंचीवर, कड्यावर)
  3. कोकणातला ………. पाहत काही वेळ इथेच शांत उभं राहायला हवं. (समुद्र, मेवा, पाऊस, निसर्ग)

उत्तर:

  1. डांबरी
  2. सपाटीवर
  3. निसर्ग

एका वाक्यात उत्तरे लिहा.

प्रश्न 1.
किल्ल्याकडे जाणाऱ्या पायवाटेपासून ट्रेक कसा सुरू होतो?
उत्तर:
किल्ल्याकडे जाणाऱ्या पायवाटेपासून बांधीव पायऱ्या पार करून अरूंद पायवाटेने कारवीच्या झाडीतून हृदयाची धडधड वाढवणारा ट्रेक सुरू होतो.

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 5 घाटात घाट वरंधाघाट

प्रश्न 2.
वरंधा घाटाच्या कोकणात उतरत जाणाऱ्या वळणा वळणाच्या रस्त्यावरून पाय घसरला तर काय होते?
उत्तर:
वरंधा घाटाच्या कोकणात उतरत जाणाऱ्या वळणा वळणाच्या रस्त्यावरून पाय घसरला, तर थेट समर्थांच्या शिवथरघळीत माणूस पोहोचतो.

कृती 2 : आकलन कृती

प्रश्न 1.
आकृतिबंध पूर्ण करा.
उत्तर:
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 5 घाटात घाट वरंधाघाट 12

उत्तर लिहा.

प्रश्न 1.
वरंधा घाटाचे मस्त दर्शन कोठून घडते?
उत्तरः
डोंगरधारेच्या कड्यावरून जाणारी अरूंद पायवाट एका अरूंद सपाटीवर येऊन थांबते. तिथून पुन्हा एकदा कारवीची झाडे बाजूला करत शेवटी एका टेकाडाची उतरण उतरून अखेरची चढाई समोर येते. तिथूनच वरंधा घाटाचे मस्त दर्शन घडते.

प्रश्न 2.
खालील प्रसंगांनंतर काय घडते ते लिहा.
परत एकदा आपण डांबरी रस्त्यावर येतो.
उत्तरः
परत एकदा डांबरी रस्त्यावर आल्यावर उजव्या हाताच्या वळणावर कावळ्या किल्ल्याकडे जाणाऱ्या पायवाटेवर नजर स्थिरावते.

कृती 3 : व्याकरण कृती

खालील वाक्यांतील विरामचिन्हे ओळखा व त्यांची नावे लिहा.

प्रश्न 1.
इथून पाय सटकला, कि थेट समर्थांच्या शिवथरघळीत!
उत्तरः
(,) = स्वल्पविराम, (!) = उद्गारवाचक चिन्ह.

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 5 घाटात घाट वरंधाघाट

प्रश्न 2.
निसर्गगीत अनुभवायला हवं.
उत्तरः
(.) = पूर्णविराम

प्रश्न 3.
खालील शब्दांचे नाम, सर्वनाम, विशेषण व क्रियापद या सर्वांमध्ये वर्गीकरण करा.. डांबरी, किल्ला, स्थिरावते, बांधीव, आपण, दिसतात, अरूंद, ते, पायवाट
उत्तर:

नाम सर्वनाम विशेषण क्रियापद
किल्ला आपण डांबरी स्थिरावते
पायवाट ते बांधीव दिसतात
अरूंद

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 5 घाटात घाट वरंधाघाट

प्रश्न 4.
खालील वाक्प्रचाराचा अर्थ सांगून वाक्यात उपयोग करा.
उत्तर:
1. काळजात लख्ख होणे – मनात भीती दाटून येणे.
वाक्य: पावसाचा रौद्र अवतार पाहून मुंबईकरांच्या काळजात लख्ख झाले.

प्रश्न 5.
तक्ता पूर्ण करा.
उत्तर:

शब्द मूळ शब्द सामान्य रूप
हाताच्या हात हाता
कोकणात कोकण कोकणा
पायवाटेवरून पायवाट पायवाटे
वळवायला वळवणे वळवाय

खालील शब्दांचे विरूद्धार्थी शब्द लिहा.

प्रश्न 1.

  1. सावध × ………..
  2. शांत × ………….
  3. अरूंद × ………..
  4. हसणे × ………..

उत्तर:

  1. बेसावध
  2. अशांत
  3. रूंद
  4. रडणे

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 5 घाटात घाट वरंधाघाट

कृती 4: स्वमत

प्रश्न 1.
ट्रेकला जाण्यापूर्वी कोणती तयारी करणे आवश्यक असते?
उत्तरः
आजकालच्या तरुणाई सोबतच शालेय विद्यार्थांमध्ये गड-किल्ल्यांवर ट्रेकला जाण्याचे प्रमाण वाढू लागले आहे. मात्र ट्रेकला जाताना अनेक प्रकारची पूर्व तयारी करणे आवश्यक ठरते. ट्रेकला जाण्यापूर्वी ज्या गडावर ट्रेकसाठी जायचे आहे त्या गडाची संपूर्ण माहिती घेणे आवश्यक असते. एखादा स्थानिक मार्गदर्शक सोबत असणे आवश्यक असते.

पादत्राणे अर्थात बूट ट्रेकमध्ये महत्त्वाची भूमिका बजावतात. त्यामुळे उत्तम प्रतीचे बूट घालूनच ट्रेक करावा. उन्हाळ्यात ट्रेक करताना पाण्याचा साठा असणाऱ्या गडाची निवड करावी. सूती कपडे घालावे. टोपी व गळयाभवती रूमाल बांधावा. पुरेसे पाणी जवळ बाळगावे. उन्हाचा त्रास टाळण्यासाठी रात्रीचा प्रवास करावा. पुरेशी दक्षता घेऊन केलेला ट्रेक निश्चितच आनंददायी ठरतो.

घाटात घाट वरंधाघाट Summary in Marathi

पाठपरिचय :

‘भटकंती अनलिमिटेड’ या पुस्तकातून घेतलेल्या ‘घाटात घाट वरंधाघाट’ या पाठात सह्याद्रीमधील वरंधाघाट, वरंधाघाटाची वैशिष्ट्ये व तेथील स्वानुभव लेखकांनी चपखलपणे मांडले आहेत.

The lesson ‘Ghatat Ghat Varandhaghat’ has been taken from the book ‘Bhatkanti Unlimited’ describes the specialities of ‘Varandha Ghat’ which is situated at Sahyadri. The writer also narrates his experiences about the Ghat in this chapter.

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 5 घाटात घाट वरंधाघाट

शब्दार्थ :

  1. महिना – मास – month
  2. वारा – पवन, वायू – wind
  3. वार्ता – बातमी, वृत्त – news, message
  4. सरी – पावसाच्या धारा – showers
  5. सुगंध – सुवास – fragrance
  6. इंद्रधनुष्य – आकाशात दिसणारे – rainbow
  7. सप्तरंगी धनुष्य हुरहूर – अपेक्षा – expectancy
  8. गतकाळ – भूतकाळ – past
  9. कुंद – दमट – humid
  10. बंदिस्त – सगळया बाजूंनी बंद असलेले – closed
  11. पाणी – जल, उदक, नीर – water
  12. घाटी – चढण – ascent
  13. रान – जंगल, वन – forest
  14. विहंगम दृश्य – विलोभनीय दृश्य – panoramic view
  15. चमचमीत – मसालेदार, रूचकर – delicious
  16. चापणे – खाणे – to eat
  17. डोंगरमाथा – डोंगराचा सगळ्यात वरचा भाग – top of the mountain
  18. समूह – समुदाय – group
  19. पाषाण – दगड – stone
  20. वेध – लक्ष्य – attention, watch over
  21. बेफाम – बेभान – unrestrained
  22. प्रत्यय – अनुभव – experience
  23. रोरावत – रों रों आवाज करत – sound of water
  24. तहान – तृष्णा – thurst
  25. बांधीव – बांधलेल्या – built up
  26. अरूंद – मर्यादित, छोटे, संकुचित – narrow
  27. कारवी – एक झाड – one of the trees
  28. जोता – पाया – base
  29. अवशेष – शिल्लक राहिलेला भाग – relic, residue
  30. परतीचा प्रवास – return journey
  31. थरार – thrills

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 5 घाटात घाट वरंधाघाट

वाक्प्रचार :

  1. वेध लागणे – एखाद्या गोष्टीकडे लक्ष लागणे, वाट पाहणे
  2. पोटभर मार खाणे – भरपूर मार खाणे
  3. आतुरतेने वाट पाहणे – मनापासून वाट पाहणे
  4. अर्थ उमगणे – अर्थ कळू लागणे
  5. प्रत्यय येणे – अनुभव येणे
  6. नजरेचे पारणे फिटणे – नजरेला अप्रतिम असे काही दिसणे
  7. सज्ज असणे – तयार असणे
  8. काळजात लख्ख होणे – मनात भीती दाटून येणे

टिपा :

शिवथरघळ – शिवथरघळ ही रायगड जिल्ह्यात येणारी घळ आहे. या घळीला ‘समर्थ रामदासस्वामी सुंदर मठ’ म्हणत असत. घळीमध्ये रामदास स्वामींची मूर्ती आहे. समर्थ रामदास यांच्या ‘दासबोधाचा’ जन्म घळीत झाला. शिवथरघळाच्या सर्व बाजूंनी उंच पर्वत असून वाघजाई दरीच्या कुशीत हे ठिकाण आहे.

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 9 अनमोल वाणी

Balbharti Maharashtra State Board Class 8 Hindi Solutions Sulabhbharati Chapter 9 अनमोल वाणी Notes, Textbook Exercise Important Questions and Answers.

Maharashtra State Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 9 अनमोल वाणी

Hindi Sulabhbharti Class 8 Solutions Chapter 9 अनमोल वाणी Textbook Questions and Answers

सूचना के अनुसार कृतियाँ करो:

कृति पूर्ण करो:

Question 1.
Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 9 अनमोल वाणी 1
Answer:
Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 9 अनमोल वाणी 3

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 9 अनमोल वाणी

Question 2.
Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 9 अनमोल वाणी 2
Answer:
Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 9 अनमोल वाणी 4

कविता में इस अर्थ में आए शब्द लिखिए।

  1. ठंडा
  2. कोई
  3. बलराम
  4. दोनों
  5. मक्खन
  6. भाई

Answer:

  1. शीतल
  2. कोय।
  3. हलधर
  4. दोउ
  5. माखन
  6. भैया

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 9 अनमोल वाणी

‘भोजन का प्रभाव’ – टिप्पणी लिखिए।
Answer:
मनुष्य जिस प्रकार का भोजन खाता है; उसी प्रकार उसका मन हो जाता है। मनुष्य यदि अपनी अच्छी कमाई द्वारा भोजन प्राप्त करता है, तो उसका व्यवहार भी अच्छा ही होगा। यदि दूसरों को फँसाकर भोजन प्राप्त करता है, तो उसके मन में बेईमानी होगी। अर्थात आजीविका प्राप्त करने में हमें सदैव सकारात्मक दृष्टिकोण रखना चाहिए।

उपयोजित लेखन

‘आगे कुआँ पीछे खाई’ कहावत का अर्थ लिखकर उससे संबंधित कोई प्रसंग लिखिए।
Answer:
‘आगे कुआँ पीछे खाई’ कहावत का अर्थ : दोनों ओर मुसीबत होना। विजयपुर शहर में विक्रम सिंह नाम के एक संपन्न व्यक्ति रहते थे। वे पढ़े-लिखे थे और एक बड़ी कंपनी में अधिकारी के रूप में कार्य कर रहे थे। उनका करीबन तीन लाख रूपया वेतन था। परिवार में पत्नी और दो बेटे थे। उनका छोटा व सुखी परिवार था। उनके पास आलिशान बंगला, आकर्षक गाड़ियाँ व जमीन-जायदाद आदि सब कुछ था। वे जो भी चाहते थे; उन्हें मिलता था। देखा जाए, तो उनकी जिंदगी में ऐसा कुछ नहीं था; जो वे चाहते थे और उन्हें नहीं मिले। इस प्रकार वे दुनिया के सबसे भाग्यशाली व्यक्ति थे। फिर भी अधिक पाने की चाहत के कारण वे हमेशा उदास एवं दुखी दिखाई देते थे। वे अधिक धनवान बनना चाहते थे। हमेशा की तरह विक्रम सिंह आज घर आए, तो उनके चेहरे पर प्रसन्नता के भाव थे।

वे हरदिन की अपेक्षा आज अत्यधिक खुश दिखाई दे रहे थे। उनके चेहरे पर मुस्कराहट देखकर पत्नी ने जिज्ञासावश पूछा, “क्या बात है जी? आज बहुत खुश दिखाई दे रहे हो।” उन्होंने कहा, “अरी रमा, दफ्तर में मेरी तरक्की हो गई है और मेरा वेतन भी बढ़ा दिया गया है।” “कितनी खुशी की बात है, अजय के पापा।” पत्नी ने हर्षित होकर कहा। विक्रम सिंह आगे कुछ कहने ही जा रहे थे; तब तक अचानक उनका फोन बजने लगा। उन्होंने फोन उठाया। कोई प्रतिद्वंदवी कंपनी उन्हें अधिक बेतन देकर अपनी कंपनी में काम करने के लिए बुला रही थी। वे सोचने लगे, “अगर मैं एक और कंपनी के लिए काम करूंगा, तो मेरे मालिक को अच्छा नहीं लगेगा…. पर….. क्या करूं….. इतने रुपए। मैं दोनों कंपनी के लिए काम कर सकता हूँ ………… दिन भर एक कंपनी में और रात भर दूसरी कंपनी में …….. किसी को कुछ पता नहीं चलेगा और आहिस्ता-आहिस्ता मैं अधिक धनवान बन जाऊँगा।” बस यह सोचते ही उन्होंने प्रतिद्वंद्वी कंपनी को ‘हाँ’ कहा।

अगले ही दिन वे अपनी कंपनी में गए। वहां उन्होंने पूरा दिन काम किया और शाम होते ही वहाँ निकले और प्रतिद्वंद्वी कंपनी में पहुंचे। सुबह होने तक उन्होंने वहाँ काम किया और फिर घर आकर नहा धोकर फिर पहली कंपनी में काम करने के लिए निकल पड़े। पूरा एक सप्ताह उन्होंने ऐसे ही बिताया। सप्ताह का अंत होने तक वे बहुत थक गए थे। शनिवार और रविवार
उन्होंने आराम किया। फिर सोमवार आ गया। पहली कंपनी में काम करने के बाद वे शाम को दूसरी कंपनी में काम करने गए।

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 9 अनमोल वाणी

काम करते-करते रात के दस बज चुके थे। उसी वक्त उनकी पहली कंपनी का मालिक किसी उत्पाद के सिलसिले में बात करने के लिए दूसरी कंपनी के मालिक को मिलने वहाँ पहुंचा। उसने विक्रम सिंह को देखा। वह उससे कुछ पूछे कि उसी वक्त दूसरी कंपनी का मालिक अपने दफ्तर से बाहर आया और उसने पहली कंपनी के मालिक से हाथ मिलाया। पहली कंपनी के मालिक ने तुरंत विक्रम सिंह से प्रश्न किया कि इस वक्त तुम यहाँ? क्या तुम यहाँ काम करते हो? दोनों मालिक एक-दूसरे को देखने लगे। तब पहले कंपनी के मालिक ने फिर से पूछा कि आखिर तुम किस कंपनी के लिए काम करते हो? अब विक्रम सिंह क्या कहता? उसके लिए आगे कुआँ पीछे खाई वाली मुसीबत थी। सीख : हमें परिस्थितियाँ बिगड़ने से पहले ही नियंत्रित कर लेनी चाहिए।

कल्पना पल्लवन

पानी, वाणी व दूध इन शब्दों का प्रयोग करते हुए कविता लिखिए।
Answer:
मेरी बिल्ली बड़ी सयानी
नाम है उसका दीवानी।
हर पल चाहिए उसको दूध
नहीं पीती है वह पानी।
‘म्याऊँ-म्याऊँ सदा करती है,
नहीं मिठी है उसकी वाणी।
मेरी बिल्ली बड़ी सयानी
नाम है उसका दीवानी।…

भाषाबिंदु

पाठों में आए अलग-अलग काल के वाक्य ढूँढकर उनका अन्य कालों में परिवर्तन कीजिए।

Question 1.
मुझे तो कुछ याद नहीं पड़ता। (सामान्य भविष्यकाल)
Answer:
मुझे तो कुछ याद नहीं पड़ेगा।

Question 2.
समुद्र तट पर और लोग भी नहा रहे थे। (सामान्य भूतकाल)
Answer:
समुद्र तट पर और लोगों ने भी नहाया।

Question 3.
वक्त भी नहीं मिलता। (अपूर्ण वर्तमानकाल)
Answer:
वक्त भी नहीं मिल रहा है।

Question 4.
जुहू पर बड़ी सर्द हवा चलती है। (पूर्ण भूतकाल)
Answer:
जुहू पर बड़ी सर्द हवा चली थी।

Question 5.
सुबह पाँच बजते ही अलार्म ने शोर मचाया। (पूर्ण वर्तमानकाल)
Answer:
सुबह पाँच बजते ही अलार्म ने शोर मचाया है।

Question 6.
दो बजे का अलार्म बेल लग गया। (सामान्य वर्तमानकाल)
Answer:
दो बजे का अलार्म बेल लग गया था।

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 9 अनमोल वाणी

स्वयं अध्ययन

‘हाफ मैराथन’ में सफलता प्राप्त करने के लिए कौन-कौन-सी तैयारियाँ करोगे, लिखो।

Hindi Sulabhbharti Class 8 Solutions Chapter 9 अनमोल वाणी Additional Important Questions and Answers

परिणाम लिखिए।

Question 1.
मनुष्य के मन पर भोजन का होने वाला परिणाम।
Answer:
मनुष्य जिस प्रकार का भोजन खाता है उस प्रकार उसका मन होता है।

Question 2.
मनुष्य के मन पर पानी का होने वाला परिणाम।
Answer:
मनुष्य जिस तरह का पानी पीता है उसी तरह ही उसकी भाषा होती है।

उत्तर लिखिए।

Question 1.
दुनिया के प्रति कबीर का अनुभव
Answer:
इस दुनिया में जब कबीर बुरा व्यक्ति ढूँढ़ने निकले तब उन्हें कोई बुरा व्यक्ति नहीं मिला।

Question 2.
संत कबीर ने महसूस किया
Answer:
कबीरदास जी ने महसूस किया कि इस दुनिया में उनसे बुरा कोई और नहीं है।

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 9 अनमोल वाणी

कृति क (३) भावार्थ

निम्नलिखित पद्यांशों का भावार्थ लिखिए।

Question 1.
ऐसी बानी …………………… शीतल होय।
Answer:
प्रस्तुत पंक्तियाँ संत कबीर लिखित ‘अनमोल वाणी’ कविता से ली गई हैं। मनुष्य को ऐसी भाषा का प्रयोग करना चाहिए; जिससे वह लोगों के हृदय को प्रसन्न कर सकें। मनुष्य को अपने मन के अहंकार को मिटाकर मीठे व नम्र वचन बोलने चाहिए। मीठी व नम्र वाणी दूसरे लोगों को सुख प्रदान करती हैं और इससे मनुष्य स्वयं भी सुख का अनुभव करता है।

Question 2.
बुरा जो ……………………. बुरा न कोय।
Answer:
प्रस्तुत पंक्तियाँ संत कबीर लिखित ‘अनमोल वाणी’ कविता से ली गई हैं। संत कबीर इस दुनिया में बुरा व्यक्ति ढूँढ़ने निकले, तो उन्हें कोई बुरा व्यक्ति नहीं मिला। इसके पश्चात कबीरदास जी ने स्वयं के मन में झाँककर देखा, तो उन्होंने महसूस किया कि इस दुनिया में उनसे बुरा कोई और नहीं है।

कृति ख (२) आकलन कृति 

गलत वाक्य सही करके फिर से लिखिए।

Question 1.
दाऊ भैया की चोटी के समान कृष्ण की चोटी लंबी और मोटी हो गई है।
Answer:
दाऊ भैया की चोटी के समान कृष्ण की चोटी लंबी और मोटी हो जाएगी।

Question 2.
माँ यशोदा कृष्ण को बचपन से माखन रोटी खाने के लिए देती है।
Answer:
माँ यशोदा कृष्ण को बचपन से दूध पीने के लिए देती है।

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 9 अनमोल वाणी

समझकर लिखिए।

Question 1.
पद्यांश में प्रयुक्त व्यंजनों के नाम
Answer:
माखन व रोटी।

Question 2.
कृष्ण के बड़े भाई का नाम
Answer:
बलराम।

कृति क (३) भावार्थ

निम्नलिखित पद्यांशों का भावार्थ लिखिए।

Question 1.
मैया कबहिं ………………….. लाँबी मोटी।
Answer:
प्रस्तुत पंक्तियाँ भक्त सूरदास लिखित ‘अनमोल वाणी’ कविता से ली गई हैं। बालक कृष्ण अपनी चोटी को निहार रहे हैं। अपनी चोटी को देखकर वे अपनी माँ से कहते हैं, “मेरी चोटी कब बढ़ेगी?” मैं बचपन से अब तक कई बार दूध पीते बड़ा हुआ हूँ फिर भी मेरी चोटी छोटी ही है। वह अब तक बढ़ ही नहीं रही है। माँ, तू ने तो मुझसे का था कि दाऊ भैया की चोटी के समान यह लंबी और मोटी हो जाएगी और कंघी करते, गूंथते व स्नान करते समय यह नागिन के समाज जमीन तक लटकने व लहराने लगेगी।

Question 2.
काँचौ दूध ……………….. हलधर की जोटी।
Answer:
प्रस्तुत पंक्तियाँ भक्त सूरदास लिखित ‘अनमोल वाणी’ कविता से ली गई हैं। बालक श्रीकृष्ण अपनी माँ से शिकायत करते हुए कहते हैं कि माँ, तू मुझे सिर्फ कच्चा दूध पीने के लिए देती है, लेकिन खाने के लिए माखन रोटी नहीं देती है।” अपनी भक्ति कृष्ण को अर्पित करते हुए सूरदास कहते हैं कि दोनों भाई चिरंजीवी हो और हरि-हलधर की जोड़ी बनी रहे।

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 9 अनमोल वाणी

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 8 पूर्ण विश्राम

Balbharti Maharashtra State Board Class 8 Hindi Solutions Sulabhbharati Chapter 8 पूर्ण विश्राम Notes, Textbook Exercise Important Questions and Answers.

Maharashtra State Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 8 पूर्ण विश्राम

Hindi Sulabhbharti Class 8 Solutions Chapter 8 पूर्ण विश्राम Textbook Questions and Answers

सूचना के अनुसार कृतियाँ करो:

संजाल पूर्ण कीजिए।

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 8 पूर्ण विश्राम 1
Answer:
Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 8 पूर्ण विश्राम 5

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 8 पूर्ण विश्राम

प्रवाह तालिका पूर्ण कीजिए।

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 8 पूर्ण विश्राम 2
Answer:
Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 8 पूर्ण विश्राम 6

भाषाबिंदु

निम्नलिखित समोच्चारित भिन्नार्थक हिंदी शब्दों के अर्थ लिखिए तथा उन शब्दों का अलग-अलग पूर्ण वाक्यों में
प्रयोग कीजिए। (हार, वार, हल, सीना, ज्वार, सुमन)
Answer:
(i) हार – गले की माला, ‘हारना’ इस क्रिया की भाववाचक संज्ञा
वाक्य
(१) मैंने भगवान की मूर्ति को हार चढ़ाया
(२) उस लड़ाई में सम्राट अशोक की भी हार हुई।

(ii) वार – दिन, आघात या प्रहार
वाक्य
(१) आज कौन सा वार है?
(२) रघू ने बिजू की पीठ पर जोर से प्रहार किया।

(iii) हल – समाधान, खेती का एक औजार
वाक्य
(१) इस प्रश्न का हल बताइए।
(२) किसान हल से खेती करता है।

(iv) सीना – छाती, ‘सौना’ एक क्रिया
वाक्य
(१) उसका सीना चौड़ा है।
(२) मुझे कपड़ा सीना अच्छा लगता है।

(v) ज्वार – एक प्रकार का अनाज,समुद्र के जल का ऊपर उठना
वाक्य
(१) ज्वार एक प्रकार का अनाज है।
(२) कल समुद्र में ज्वार आया था।

(vi) सुमन – पुष्प, अच्छे हृदय वाला
वाक्य
(१) मैंने देवी की मुर्ति पर सुमन अर्पण किए।
(२) रामलाल सुमन व्यक्ति है।

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 8 पूर्ण विश्राम

पर्यायवाची शब्द लिखिए।

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 8 पूर्ण विश्राम 3
Answer:

  1. Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 8 पूर्ण विश्राम 7
  2. Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 8 पूर्ण विश्राम 8
  3. Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 8 पूर्ण विश्राम 9
  4. Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 8 पूर्ण विश्राम 10

उपयोजित लेखन

कोई साप्ताहिक पत्रिका अनियमित रूप से प्राप्त होने के विरोध में शिकायत करते हुए संपादक को निम्न प्रारूप में पत्र लिखिए।
Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 8 पूर्ण विश्राम 4
Answer:

दिनांक – ३० जुलाई, २०१८
प्रति,
संपादक
साहित्य यात्रा
साहित्य भवन पब्लिशिंग कंपनी,
मुंबई – १८
विषय – साप्ताहिक पत्रिका अनियमित रूप से प्राप्त होने की शिकायत करते हुए पत्र ।
महोदय,
मैं, कुमारी विजया देसाई कक्षा आठवीं की छात्रा हूँ। प्रति सप्ताह मैं आपके पब्लिशिंग कंपनी द्वारा ‘साहित्य यात्रा’ पत्रिका | मँगवाती आ रही हूँ। पिछले दो वर्ष से मेरे स्थानीय पते पर नियमित रूप से पत्रिका आ रही है। लेकिन मुझे आपको यह बताते हुए बहुत ही खेद हो रहा है कि पिछले दो महीने से मेरे पते पर साप्ताहिक पत्रिका अनियमित रूप से आ रही है। जून महीने में मुझे दो ही बार साप्ताहिक पत्रिका प्राप्त हुई है। इस महीने में तो मुझे एक ही बार साप्ताहिक पत्रिका मिली है।

मेरा सदस्य क्रमांक ३४५६/क्र.स. है। आशा है कि मेरी शिकायत पर आप अवश्य विचार करेंगे और मुझे नियमित रूप से साप्ताहिक पत्रिका भेजने का कार्य सुचारू रूप से करेंगे।
भवदीया,
कुमारी विजया देसाई
पता – ‘राधिका’ निवास,
साईंनाथ नगर, घाटकोपर,
पश्चिम, मुंबई – ४०० ०८६
ई-मेल आई डी : vijaya13@gmail.com

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 8 पूर्ण विश्राम

स्वयं अध्ययन

प्राचीन काल से आज तक प्रचलित संदेश वहन के साधनों की सचित्र सूची तैयार करो।

Hindi Sulabhbharti Class 8 Solutions Chapter 8 पूर्ण विश्राम Additional Important Questions and Answers

निम्नलिखित गद्यांश पढ़कर दी गई सूचनाओं के अनुसार कृतियाँ कीजिए।

कृति क (१) आकलन कृति

कृति पूर्ण कीजिए।

Question 1.
Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 8 पूर्ण विश्राम 13
Answer:
Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 8 पूर्ण विश्राम 12

कारण लिखिए।

Question 1.
लेखक ने पत्नी को जुहू जाने की तैयारी करने के लिए कहा।
Answer:
क्योंकि डॉक्टर ने उसे विश्राम करने के लिए बाहर घूमने जाने के लिए कहा था।

कृति क (२) आकलन कृति

उपर्युक्त गद्यांश से ऐसे दो प्रश्न तैयार कीजिए जिनके उत्तर निम्नलिखित शब्द हों –

  1. पायधुनी
  2. पूर्णिमा

Answer:

  1. दिन भर दौड़ भूप करके लेखक कहाँ से मिस्त्री ले आया?
  2. एक दिन बाद क्या था?

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 8 पूर्ण विश्राम

कृति क (३) शब्द संपदा

Question 1.
गद्यांश में आए विदेशी शब्द ढूँढ़कर लिखिए।
Answer:
डॉक्टर, ट्यूब वाल, रबड़ सोल्यूशन, गैलन, इंजिन आयल।

Question 2.
‘हवा’ शब्द में उचित प्रत्यय का प्रयोग कीजिए।
Answer:
हवा – हवादार – प्रत्यय – दार

लिंग बदलिए।

  1. श्रीमती
  2. पति

Answer:

  1. श्रीमान
  2. पनि

नीचे दिए हुए शब्दों के पर्यायवाची शब्द लिखिए।

  1. हवा
  2. विश्राम
  3. हस्त

Answer:

  1. वायु
  2. आराम
  3. हाथ

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 8 पूर्ण विश्राम

कृति क (४) स्वमत अभिव्यक्ति

Question 1.
‘स्वास्थ्य के लिए विश्राम आवश्यक होता है।’ कथन के संदर्भ में अपने विचार लिखिए।
Answer:
विश्राम करने से हमारे शरीर को स्फूर्ति एवं शक्ति मिलती है। विश्राम करने से व्यक्ति के संपूर्ण शरीर को आराम मिलता है तथा उसमें काम करने की शक्ति आ जाती है। मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य के लिए विश्राम आवश्यक होता है। विश्राम करने से थकान दूर हो जाती है और मानसिक शांति मिलती है। विश्राम करने से व्यक्ति में चेतना का संचार होता है। अत: स्पष्ट है कि स्वास्थ्य के लिए विश्राम आवश्यक है। प्रश्न २ (ख) गद्यांश पढ़कर दी गई सूचनाओं के अनुसार कृतियाँ कीजिए।

कृति ख (१) आकलन कृति

गद्यांश के आधार पर वाक्य पूर्ण कीजिए।

Question 1.
थकावट तब दूर होगी…….
Answer:
थकावट तब दूर होगी जब जूह पर दिन भर विश्राम लेंगे।

Question 2.
अलार्म ने तब शोर मचाया।
Answer:
अलार्म ने तब शोर मचाया जब सुबह के पाँच बज गए।

समझकर लिखिए।

Question 1.
जीवन का मूलमंत्र
Answer:
सहयोग भावना

Question 2.
इनसे होता है सहयोग
Answer:
मन, वचन व कर्म

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 8 पूर्ण विश्राम

कृति पूर्ण कीजिए।

Question 1.
Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 8 पूर्ण विश्राम 15
Answer:
Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 8 पूर्ण विश्राम 25

कृति ख (३) शब्द संपदा

पर्यायवाची शब्द लिखिए।

  1. रोशनी
  2. मुआयना
  3. धोखा
  4. हाथ

Answer:

  1. उजाला
  2. निरीक्षण
  3. फरेब
  4. हस्त

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 8 पूर्ण विश्राम

वचन बदलिए

  1. तैयारी
  2. पूड़ी

Answer:

  1. तैयारियाँ
  2. पूड़ियाँ

विलोम शब्द लिखिए।

  1. उपकार x
  2. संपन्न x

Answer:

  1. उपकार x अपकार
  2. संपन्न x विपन्न

Question 1.
गद्यांश में प्रयुक्त लिंग शब्द की जोड़ी ढूँढकर लिखिए।
Answer:
पति – पत्नी

कृति ख (४) स्वमत अभिव्यक्ति

Question 1.
‘सहयोग भावना जीवन का मूलमंत्र है।’ कथन के संदर्भ में अपने विचार लिखिए।
Answer:
जब व्यक्ति समान उद्देश्य के लिए एक साथ काम करते हैं, तो उनके व्यवहार को सहयोग कहते हैं। मानव जीवन की उन्नति, विकास व सुरक्षा के लिए ‘सहयोग’ आवश्यक है। सहयोग की भावना से व्यक्ति व समाज का विकास होता है। व्यक्ति में निर्णय करने की क्षमता आती है। सहयोग की भावना के द्वारा व्यक्ति समस्या का समाधान प्राप्त करना सीख लेता है। सहयोग की भावना से एक-दूसरे की समान आवश्यकताओं की पूर्ति होती है। सभी को कार्य करने के लिए समान अवसर प्राप्त होता है। अत: स्पष्ट है कि सहयोग सामाजिक जीवन का मूलमंत्र है।

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 8 पूर्ण विश्राम

कारण लिखिए।

Question 1.
लेखक जुहू गुलबंद लेकर जा रहे थे।
Answer:
क्योंकि जुहू पर बड़ी सर्द हवा चलती थी।

Question 2.
लेखक जुहू बेदिंग सूट लेकर जा रहे थे।
Answer:
क्योंकि बेदिंग सूट के बिना नहाना धरा रह जाएगा।

कृति ग (२) आकलन कृति

किसने, किससे कहा?

Question 1.
“राइटिंग पैड का क्या करोगी?”
Answer:
लेखक ने अपनी पत्नी से कहा।

Question 2.
“यों तो वक्त नहीं मिलता।”
Answer:
लेखक की पत्नी ने लेखक से कहा।

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 8 पूर्ण विश्राम

कृति पूर्ण कीजिए।

Question 1.
Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 8 पूर्ण विश्राम 17
Answer:
Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 8 पूर्ण विश्राम 16

कृति ग (३) शब्द संपदा

पर्यायवाची शब्द लिखिए।

  1. जवाब
  2. बिजली

Answer:

  1. उत्तर
  2. विद्युत

वचन बदलिए।

  1. चिट्ठियाँ
  2. हवा

Answer:

  1. चिट्ठी
  2. हवाएँ

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 8 पूर्ण विश्राम

विलोम शब्द लिखिए।

  1. भूल x
  2. धूप x

Answer:

  1. भूल x याद
  2. धूप x छाँव

निम्नलिखित शब्दों में उचित उपसर्ग लगाइए।

  1. भूल
  2. कश्मीर

Answer:

  1. भुलक्कड़
  2. काश्मीरी

कृति ग (४) स्वमत अभिव्यक्ति

Question 1.
जब आप सफर पर निकले हैं, तब आप कौन-कौन-सी चीजें अपने साथ लेकर जाते हैं और क्यों? लिखिए।
Answer:
सफर पर तो सभी जाते हैं। मैं भी सफर पर निकलता हूँ। जब मैं अपने परिवार के साथ सफर पर निकलता हूँ तब हम जरूरत की सारी चीजें लेकर जाते हैं। जैसे कि आवश्यक दवाइयाँ, खाने-पीने की कुछ ज़रूरी चीजें व सर्दी से बचने के लिए ऊनी कपड़े आदि। इन चीजों को ले जाने से सफर में हमें किसी प्रकार की कठिनाइयाँ महसूस नहीं होती है। सफर का मजा किरकिरा न हो इसलिए इन चीजों को हम साथ लेकर ही निकलते हैं।

प्रवाह तालिका पूर्ण कीजिए।

उपर्युक्त गद्यांश से ऐसे दो प्रश्न तैयार कीजिए जिनके उत्तर निम्नलिखित शब्द हों

  1. समालोचना
  2. कविता

Answer:

  1. लेखक के पास किताबें किसलिए आई थीं?
  2. लेखक पर कई दिनों से क्या करने की धुन सवार थी?

कृति घ (२) आकलन कृति

कारण लिखिए।

Question 1.
लेखक जुहू जाकर कविता लिखना चाहता था।
Answer:
क्योंकि काव्य लेखन के लिए जुहू से अच्छी दूसरी जगह नहीं हो सकती थी।

Question 2.
श्रीमती के चेहरे का रंग पीला पड़ गया।
Answer:
क्योंकि उन्हें लगा कि जुहू के लिए निकलते समय उन्होंने बरामदे की खिड़की को अंदर से बंद नहीं किया।

कृति पूर्ण कीजिए।

Question 1.
Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 8 पूर्ण विश्राम 19
Answer:
Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 8 पूर्ण विश्राम 18

कृति घ (३) शब्द संपदा

निम्नलिखित शब्द में बंदत प्रत्यय लगाइए।

  1. विचरना
  2. ढंकना

Answer:

  1. विचरण
  2. बँक

समानार्थी शब्द लिखिए।

  1. स्वप्न
  2. स्फूर्ति

Answer:

  1. सपना
  2. ताजगी

अनेक शब्द के लिए एक शब्द लिखिए।

Question 1.
गुण-दोष का किया जाने वाला विवेचन
Answer:
समालोचना

कृति घ (४) स्वमत अभिव्यक्ति

Question 1.
मान लीजिए कि आप सफर पर निकले हैं और वहाँ पहुँचने के बाद आपको याद आता है कि आप घर पर कुछ भूल आए हो। उस वक्त आप क्या महसूस करेंगे? अपने विचार लिखिए।
Answer:
यदि मैं सफर पर निकला हूँ और वहाँ पहुँचने के बाद मुझे याद आता कि घर पर मैं कुछ भूल आया हूँ, जैसे इस बात का मुझे एहसास हो जाएगा, मुझे बहुत अफसोस होगा। साथ ही मेरे सफर का मजा भी किरकिरा हो जाएगा। सफर का आनंद लेने के बजाय मैं बेहद दुखी हो जाऊँगा और वहाँ से फौरन अपने घर की ओर निकलने का प्रयास करूंगा या फिर परिस्थिति देखकर किसी परिवार के सदस्य को संबंधित सूचना दे दूंगा और समस्या से निजात पा लूँगा। मैं स्वयं को भविष्य में ऐसी भूलने की गलती फिर से न करने के लिए भी तैयार करूंगा।

गद्यांश पढ़कर दी गई सूचनाओं के अनुसार कृतियाँ कीजिए।

कृति ङ (१) आकलन कृति

समझकर लिखिए।

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 8 पूर्ण विश्राम 21
Answer:
Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 8 पूर्ण विश्राम 20

निम्नलिखित कथन सत्य है या असत्य लिखिए।

Question 1.
लेखक के दिल की धड़कन दस गुना बढ़ गई थी।
Answer:
सत्य

Question 2.
लेखक घर की खिड़की की चटखनी लगाना भूल गए थे।
Answer:
असत्य

कृति पूर्ण कीजिए।

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 8 पूर्ण विश्राम 23
Answer:
Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 8 पूर्ण विश्राम 22

सही विकल्प चुनकर वाक्य फिर से लिखिए।

Question 1.
लेखक के अनुसार जिस शब्द के साथ ‘पूर्ण’ लग जाता है वह
(क) ‘पूर्ण निरोग’ हो जाता है।
(ख) ‘पूर्ण विश्राम’ हो जाता है।
(ग) “पूर्ण भयावह’ हो जाता है।
Answer:
लेखक के अनुसार जिस शब्द के साथ पूर्ण लग जाता है वह ‘पूर्ण भयावह’ हो जाता है।

कृति ङ (२) शब्द संपदा

Question 1.
उपर्युक्त गद्यांश से शब्द-युग्म ढूँढ़कर लिखिए।
Answer:
ठीक-ठाक, धक-धक

Question 2.
‘अधीरता’ इस शब्द में से प्रत्यय ढूँढ़कर लिखिए।
Answer:
अधीरता – प्रत्यय – ता

Question 3.
गद्यांश में से ऐसे दो शब्द ढूँढ़कर लिखिए जिनके वचन परिवर्तित नहीं होते।
Answer:
आँसू
समुद्र

नीचे दिए हुए शब्दों के विलोम शब्द लिखिए।

  1. धीमी x
  2. ज्यादा x
  3. भय x
  4. पूर्ण x

Answer:

  1. धीमी x तेज
  2. ज्यादा x कम
  3. भय x साहस
  4. पूर्ण x अपूर्ण

पर्यायवाची शब्द लिखिए।

  1. भय
  2. इलाज

Answer:

  1. डर
  2. उपचार

कृति ङ (४) स्वमत अभिव्यक्ति

Question 1.
‘घरेलू उलझनों में व्यस्त होने के कारण व्यक्ति जीवन में आने वाले खुशी के दो पलों का आनंद नहीं ले पाता।’ अपने विचार लिखिए।
Answer:
जी हाँ, भ्रम की स्थितियाँ जीवन में निर्माण होती रहती है। इसका एक कारण घरेलू उलझन भी हो सकती हैं। एक बार हमें गाँव पहुंचने पर ऐसा लगा की हम लोग जाने-अनजाने में घर की बिजली का मुख्य फ्यूज बंद करना ही भूल गए हैं और अब जिस कारण घर की सारी बत्तियाँ एवं एयरकंडीशन परे महीने तक ऑन रहेंगे। यह ख्याल आते ही उसी रात हमारे पिता जी मुंबई आए।

उन्होंने घर पहुँचकर देखा कि मुख्य फ्यूज तो बंद है। अपने संदेह या भ्रम पर वे पछताने लगे। साथ ही उन्होंने फोन करके हमें सूचित कर दिया। उस वक्त हमें ऐसा लगा कि पिता जी बिना वजह मुंबई गए। उस वक्त हम सभी ने मन में यह गाँठ बाँध ली कि आगे से जब भी हम घर से निकलेंगे, तब सभी मिलकर घर का एक बार मुआयना करेंगे और उसके बाद घर से बाहर निकलेंगे।

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 3 नाखून क्यों बढ़ते हैं?

Balbharti Maharashtra State Board Class 8 Hindi Solutions Sulabhbharati Chapter 3 नाखून क्यों बढ़ते हैं? Notes, Textbook Exercise Important Questions and Answers.

Maharashtra State Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 3 नाखून क्यों बढ़ते हैं?

Hindi Sulabhbharti Class 8 Solutions Chapter 3 नाखून क्यों बढ़ते हैं? Textbook Questions and Answers

स्वाध्याय विषयक कृतियाँ

प्रतीक लिखिए।
Answer:
Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 3 नाखून क्यों बढ़ते हैं 2

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 3 नाखून क्यों बढ़ते हैं?

भाषाबिंदु

निम्न शब्दों के लिंग पहचानकर लिखिए।

(आत्मा, व्यक्ति, बादल, तार, नोट, नाखून, पुस्तक, तकिया, दही)
Answer:
पुल्लिंग: व्यक्ति, बादल, नोट, नाखून, दही, तकिया, तार
स्त्रीलिंग: आत्मा, पुस्तक, तार

कृति ग (१) आकलन कृति

प्रवाह तालिका पूर्ण कीजिए।
Answer:
Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 3 नाखून क्यों बढ़ते हैं 1

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 3 नाखून क्यों बढ़ते हैं?

Question 1.
अर्थ के अनुसार वाक्य के प्रकार ढूँढ़कर लिखिए।
Answer:
(१) विधानार्थक वाक्य:
(i) उसे नाखून की जरूरत थी।
(ii) उसने धातु के हथियार बनाए।

(२) प्रश्नार्थक वाक्य:
(i) आखिर ये इतने बेहया क्यों हैं?
(ii) मनुष्य किस ओर बढ़ रहा है?

(३) निषेधार्थक वाक्य :
(i) वह मरना नहीं जानती।
(ii) मैं कुछ सोच ही नहीं सका।

(४) आज्ञार्थक वाक्य:
(i) नाखून बढ़ रहे है तो उन्हें काट दीजिए।

(५) विस्मयादिबोधक वाक्यः
(i) वाह! क्या बात है। मनुष्य मनुष्यता की ओर बढ़ रहा है।

संदेशसूचक वाक्य:
(i) मनुष्य अपनी पशुता को त्याग दे तब मरणास्त्रों का प्रयोग भी अपने आप समाप्त हो जाएगा।

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 3 नाखून क्यों बढ़ते हैं?

Question 2.
पाठ में आए दस पुल्लिंग व स्त्रीलिंग शब्द लिखिए।
Answer:
पुल्लिंग: प्रश्न, पिता, नाखून, शरीर, हथियार, नागरिक, आदर्श, संयम, तप, त्याग
स्त्रीलिंग: लड़की, पशुता, मनुष्यता, सहायता, इच्छा, श्रद्धा, संवेदना, पूँछ, घृणा, महिमा

उपयोजित लेखन

किसी मराठी विज्ञापन का हिंदी में अनुवाद कीजिए।
Answer:
Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 3 नाखून क्यों बढ़ते हैं 4
Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 3 नाखून क्यों बढ़ते हैं 3

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 3 नाखून क्यों बढ़ते हैं?

लेखनीय

‘सुरक्षा हेतु शस्त्रों की भरमार’ विषय के पक्ष-विपक्ष में अपने विचार लिखिए।
Answer:
पक्षधर विचार:
(i) क्षत्रिय कुल के लोग शस्त्रों का पूजन करते हैं।
(ii) पुलिस विभाग द्वारा भी शस्त्रों का पूजन किया जाता है।
(iii) शस्त्र विपरीत परिस्थितियों में दूसरों के जीवन की रक्षा करते हैं।
(iv) शस्त्र शक्ति का प्रतीक होते हैं।

विपक्षी विचार:
(i) शस्त्र विनाश का प्रतीक होते हैं।
(ii) शस्त्र हिंसा का निर्माण करते हैं।
(iii) शस्त्र-निर्माण पर कई देश ढेर सारे रुपये खर्च करते हैं।
(iv) शस्त्र-निर्माण की होड़ देशों को अंधा बना देती है।

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 3 नाखून क्यों बढ़ते हैं?

स्वयं अध्ययन

शरीर के विभिन्न अंगों से संबंधित मुहावरों की अर्थ सहित सूची बनाइए।
Answer:
Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 3 नाखून क्यों बढ़ते हैं 5
Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 3 नाखून क्यों बढ़ते हैं 6
Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 3 नाखून क्यों बढ़ते हैं 7

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 3 नाखून क्यों बढ़ते हैं?

उत्तर लिखिए।

Question 1.
मनुष्य को नाखून की जरूरत तब थी:
Answer:
मनुष्य को नाखून की जरुरत तब थी जब वह वनमानुष जैसा जंगली था।

Question 2.
मनुष्य का स्वधर्म यह हैं
Answer:
अपने को संयत रखना।

Hindi Sulabhbharti Class 8 Solutions Chapter 3 नाखून क्यों बढ़ते हैं? Additional Important Questions and Answers

निम्नलिखित गद्यांश पढ़कर दी गई सूचनाओं के अनुसार कृतियाँ कीजिए।

कृति क (१) आकलन कृति

उत्तर लिखिए।

Question 1.
इसे कहा गया है दयनीय जीव
Answer:
पिता को

Question 2.
इसकी पशुता का प्रयोग गद्यांश में हुआ है
Answer:
मनुष्य की

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 3 नाखून क्यों बढ़ते हैं?

कृति पूर्ण कीजिए।

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 3 नाखून क्यों बढ़ते हैं 12
Answer:
Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 3 नाखून क्यों बढ़ते हैं 16

कृति क (२) आकलन कृति

उपर्युक्त गद्यांश से ऐसे दो प्रश्न तैयार कीजिए जिनके उत्तर निम्नलिखित शब्द हों

Question 1.
हथियार
Answer:
मनुष्य ने हड्डियों के क्या बनाए?

Question 2.
नाखून
Answer:
पहले मनुष्य के अस्त्र क्या थे?

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 3 नाखून क्यों बढ़ते हैं?

परिणाम लिखिए।

Question 1.
मनुष्य का धीरे-धीरे आगे बढ़ने का परिणाम
Answer:
उसने धातु के हथियार बनाए।

कारण लिखिए

Question 1.
मनुष्य नाखूनों को काट देता है।
Answer:
क्योंकि हर तीसरे दिन उसके नाखून बढ़ जाते हैं

कृति क (३) शब्द संपदा

Question 1.
गद्यांश में आए शब्द-युग्म ढूंढकर लिखिए।
Answer:
कभी-कभी
धीरे-धीरे

लिंग बदलिए।

  1. पिता
  2. आदमी

Answer:

  1. माता
  2. औरत

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 3 नाखून क्यों बढ़ते हैं?

नीचे दिए हुए शब्दों के पर्यायवाची शब्द लिखिए।

  1. हथियार
  2. पाशवी

Answer:

  1. शस्त्र
  2. पशुवत, दानवी

निम्नलिखित शब्दों में उचित प्रत्यय लगाइए।

  1. इतिहास
  2. मनुष्य

Answer:

  1. ऐतिहासिक
  2. मनुष्यता

कृति क (४) स्वमत अभिव्यक्ति

Question 1.
‘मनुष्य की पशुता को जितनी बार काट दो, वह मरना नहीं जानती।’ कथन के संदर्भ में अपने विचार लिखिए।
Answer:
जी हाँ, मनुष्य की पशुता को जितनी बार काट दो, वह मरना नहीं जानती। मनुष्य का स्वभाव इतना विचित्र है कि उसमें अच्छाई भी है और बुराई भी; उसमें मानवता भी है और पशुता भी। अक्सर देखा जाता है कि बुरा काम करने वाले लोगों को कानून के द्वारा दंडित किया जाता है। फिर भी सजा काटने के बाद वे बुरा काम करते ही रहते हैं। जो व्यक्ति दूसरों का बुरा चाहता हैं; वह कभी सुधरता नहीं। उसे आप लाख समझाओ, फिर भी वह समझने के लिए तैयार नहीं होता है। वह मौका मिलते ही साँप की भाँति डंसने के लिए तैयार हो जाता है। इस प्रकार मनुष्य की पशुता को जितनी बार भी काटो, वह मरना नहीं जानती।

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 3 नाखून क्यों बढ़ते हैं?

गद्यांश पढ़कर दी गई सूचनाओं के अनुसार कृतियाँ कीजिए।

कृति ख (१) आकलन कृति

गद्यांश के आधार पर वाक्य पूर्ण कीजिए।

Question 1.
मनुष्य को तब अपनी वास्तविक प्रवृत्ति पहचानने में बहुत सहायता मिलती हैं.
Answer:
जब वह अपने शरीर की मन की और वाक की अनायास घटने वाली वृत्तियों के विषय में सोचने लगता है।

निम्नलिखित गलत वाक्य सही करके लिखिए।

Question 1.
मनुष्य की नाखून काटने की जो प्रवृत्ति है, वह उसकी पशुता की निशानी है।
Answer:
मनुष्य की नाखून काटने की जो प्रवृत्ति है, वह उसकी मनुष्यता की निशानी है।

Question 2.
हमारी परंपरा महिमामयी और संस्कृति उज्ज्वल हैं।
Answer:
हमारी परंपरा महिमामयी और संस्कार उज्ज्वल हैं।

कृति ख (२) आकलन कृति

कृति पूर्ण कीजिए।
Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 3 नाखून क्यों बढ़ते हैं 15
Answer:
Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 3 नाखून क्यों बढ़ते हैं 11

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 3 नाखून क्यों बढ़ते हैं?

कारण लिखिए।

Question 1.
हमारी परंपरा महिमामयी और संस्कार उज्ज्वल है।
Answer:
हमारी परंपरा, महिमामयी और संस्कार उज्ज्वल है क्योंकि अपने आप पर, अपने आप द्वारा लगाया हुआ बंधन हमारी संस्कृति की बहुत बड़ी विशेषता है।

कृति ख (३) शब्द संपदा

उचित प्रत्यय जोड़कर नए शब्द बनाइए।

  1. अर्थ
  2. नागरिक

Answer:

  1. आर्थिक
  2. नागरिकता

अनेक शब्दों के लिए एक शब्द लिखिए।

  1. मनुष्य होने की अवस्था
  2. उत्तम या सुधरी हुई स्थिती

Answer:

  1. मनुष्यता
  2. संस्कृति

विलोम शब्द लिखिए।

  1. अर्थ x
  2. बंधन x

Answer:

  1. अर्थ x अनर्थ
  2. बंधन x मुक्ति

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 3 नाखून क्यों बढ़ते हैं?

कृति ख (४) स्वमत अभिव्यक्ति

‘Question 1.
आज का मनुष्य पशुता की ओर बढ़ रहा है या मनुष्यता की ओर?’ कथन के संदर्भ में अपने विचार लिखिए।
Answer:
आज का युग विज्ञान व तकनीकी का युग है। सर्वत्र मशीनों का बोलबाला है। मनुष्य ने स्वयं की प्रगति के लिए आधुनिक सभ्यता को अपना लिया है। समाज से मानवीय मूल्य कहीं गायब होते हुए दिखाई दे रहे हैं। आज हमारे समाज में हिंसा व भ्रष्टाचार जैसी कई समस्याएँ है। इनके कारण इंसान अपनी अच्छाइयों को त्याग बुराई के मार्ग पर चलता दिखाई दे रहा है। आज किसी के पास भी इतना समय नहीं है कि वह अपने ही रिश्तेदारों के साथ आराम से बैठकर बातचीत कर सकें। सभी पैसे के पीछे भाग रहे हैं। स्वार्थ की भावना ने मानव को दानव बना दिया है। अत: आज मनुष्यता की अपेक्षा पशुता ही अधिक दिखाई दे रही है।
Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 3 नाखून क्यों बढ़ते हैं 10

निम्नलिखित कथन सत्व है या असत्य लिखिए।

Question 1.
मनुष्य झगड़े-टंटे को अपना आदर्श नहीं मानता है।
Answer:
सत्य

Question 2.
वचन, मन एवं शरीर से किए गए असत्याचरण को सही मानता है।
Answer:
असत्य

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 3 नाखून क्यों बढ़ते हैं?

कृति ग (२) आकलन कृति (१) समझकर लिखिए।

Question 1.
प्राणिशास्त्रियों का अनुमान
Answer:
मनुष्य का अनावश्यक अंग उसी प्रकार झड़ जाएगा जिस प्रकार उसकी पूँछ झड़ गई है।

Question 2.
वह है मनुष्य के भीतर की पशुता की निशानी –
Answer:
नाखून का बढ़ना।

सही विकल्प चुनकर वाक्य फिर से लिखिए।

Question 1.
शायद उस दिन वह …….. का प्रयोग भी बंद कर देगा। (अस्त्री, शस्त्रों, मरणास्त्रों)
Answer:
शायद उस दिन वह मरणास्त्रों का प्रयोग भी बंद कर देगा।

Question 2.
नाखून को बढ़ने नहीं देना मनुष्य की अपनी ……… है। (इच्छा, वासना, जिज्ञासा)
Answer:
नाखून को बढ़ने नहीं देना मनुष्य को अपनी इच्छा है।

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 3 नाखून क्यों बढ़ते हैं?

कृति ग (३) शब्द संपदा

निम्नलिखित शब्दों में उचित प्रत्यय लगाइए।

  1. भीतर
  2. झगड़ा
  3. प्रयोग
  4. इच्छा

Answer:

  1. भीतरी
  2. झगड़ालू
  3. प्रायोगिक
  4. ऐच्छिक

वचन बदलिए।

  1. निशानी
  2. संवेदना

Answer:

  1. निशानियाँ
  2. संवेदनाएँ

निम्नलिखित शब्दों में से उपसर्ग अलग करके लिखिए।

  1. अनावश्यक
  2. संवेदना

Answer:

  1. उपसर्ग : अन्
  2. उपसर्ग : सम्

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कृति ग (४) स्वमत अभिव्यक्ति

‘Question 1.
किसी में बुरी आदतें आ जाए, तो उन्हें त्याग देना चाहिए।’ कथन के संदर्भ में अपने विचार लिखिए।
Answer:
मनुष्य वही कहलाता है जिसके पास मनुष्यता होती है और जिसके पास मनुष्यता होती है उसके पास अच्छाइयाँ जरूर होती है। लेकिन सभी अच्छाइयों को नहीं अपनाते हैं। किसी-किसी के स्वभाव में कुछ बुराइयाँ भी होती हैं। कई लोग बुरी आदतों के शिकार होते हैं। बुरी आदतों के कारण व्यक्ति पतन की ओर बढ़ता है। वह स्वयं तो डूब जाता है पर अपने साथ दूसरों का भी बुरा कर देता है। अत: व्यक्ति को बुरी आदतों का त्याग कर देना चाहिए। इसमें ही उसकी भलाई है। आखिर मनुष्य को अच्छे व्यवहार से ही एक-दूसरे के साथ प्रगाढ़ संबंध प्रस्थापित करने चाहिए।

निम्नलिखित गद्यांश पढ़कर दी गई सूचनाओं के अनुसार कृतियाँ कीजिए।

कृति घ(१) आकलन कृति

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Answer:
Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 3 नाखून क्यों बढ़ते हैं 9

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 3 नाखून क्यों बढ़ते हैं?

समझकर लिखिए।

  1. पशुत्व का द्योतक
  2. मनुष्य का स्वधर्म यह हैं

Answer:

  1. अपने को संयत रखना।
  2. दूसरे के मनोभावों का आदर करना।

कृति घ (२) आकलन कृति

उपर्युक्त गद्यांश से ऐसे दो प्रश्न तैयार कीजिए जिनके उत्तर निम्नलिखित शब्द हों

  1. मनुष्य
  2. स्वधर्म

Answer:

  1. नाखून को कौन बढ़ने नहीं देगा?
  2. दूसरे के मनोभावों का आदर करना मनुष्य का क्या है?

कृति पूर्ण कीजिए।

Question 1.
मनुष्य की सहजात वृत्ति का परिणाम
Answer:
नाखूनों का बढ़ना

Question 2.
इनसे सूचित होती है मनुष्य की महिमा
Answer:
अभ्यास व तप से प्राप्त वस्तुओं से

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 3 नाखून क्यों बढ़ते हैं?

कृति घ (३) शब्द संपदा

विलोम शब्द लिखिए।

  1. मंगल
  2. सफलता
  3. जीवन
  4. मैत्री
  5. आदर

Answer:

  1. अमंगल
  2. असफलता
  3. मरण
  4. दुश्मनी
  5. अनादर

समानार्थी शब्द लिखिए।

  1. महिमा
  2. आदर
  3. त्याग
  4. सफलता
  5. चरितार्थता

Answer:

  1. गौरव
  2. सम्मान
  3. बलिदान
  4. विजय
  5. सार्थकता

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Question 1.
‘स्वनिर्धारित’ इस शब्द में से उपसर्ग पहचानकर संबंधित उपसर्ग से दो नए शब्द बनाइए।
Answer:
स्वनिर्धारित: उपसर्ग : स्व
नए शब्द: स्वदेश, स्वभाषा

कृति घ (४) स्वमत अभिव्यक्ति

Question 1.
‘प्रेम व त्याग सर्वश्रेष्ठ मानवीय मूल्य है।’ अपने विचार लिखिए।
Answer:
सभी धर्मों का सार प्रेम है। एक-दूसरे के प्रति प्रेम की भावना रखना एवं एक-दूसरे पर प्रेम न्योछावर कर देना, यह मनुष्य का सबसे बड़ा गुण है। त्याग यानी नि:स्वार्थ भाव से दूसरों के लिए अपना सर्वस्व अर्पण करना। मदर टेरेसा ने दीन-दुखियों को प्रेम से अपनाकर उनके लिए अपने सर्वस्व का त्याग किया और उनकी सेवा की। इसलिए संसार ने ‘मदर’ कहा। राष्ट्रपिता बापूजी ने भी प्रेम व त्याग इन मूल्यों को अपनाकर मानवता का कार्य किया। देश को आजादी दिलाने के लिए कई वीरों ने अपने घर-परिवार का त्याग कर दिया था। उनके अथक प्रयासों से ही देश आजाद हुआ। अत: प्रेम व त्याग सर्वश्रेष्ठ मानवीय हैं।

निम्नलिखित वाक्यों के अर्थ के अनुसार प्रकार पहचानकर लिखिए।

Question 1.
हमारी परंपरा महिमामयी और संस्कार उज्ज्वल हैं।
Answer:
विधानार्थक वाक्य

Question 2.
मनुष्य की चरितार्थता प्रेम में नहीं है।
Answer:
निषेधार्थक वाक्य

Question 3.
क्या मनुष्य में पशुता भरी हुई है?
Answer:
प्रश्नार्थक वाक्य

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Question 4.
तुम अस्त्रों का प्रयोग त्याग दो।
Answer:
आज्ञार्थक वाक्य

Question 5.
काश! मेरे पास भी त्याग व तप जैसे गुण होते।
Answer:
विस्मयादिबोधक वाक्य

Question 6.
ध्यान रहे कि सत्याचरण में शक्ति होती है।
Answer:
संदेशवाचक वाक्य

रचनात्मक कौशल पर आधारित कृतियाँ

मौलिक सृजन

Question 1.
सद्गुणों और दुर्गुणों में अंतर लिखिए।
Answer:
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Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 2 मी चित्रकार कसा झालो!

Balbharti Maharashtra State Board Class 8 Marathi Solutions Sulabhbharati Chapter 2 मी चित्रकार कसा झालो! Notes, Textbook Exercise Important Questions and Answers.

Maharashtra State Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 2 मी चित्रकार कसा झालो!

Marathi Sulabhbharti Class 8 Solutions Chapter 2 मी चित्रकार कसा झालो! Textbook Questions and Answers

1. उत्तर लिहा.

लेखकाने पाठात कलेसंबंधी वर्णिलेले दोन विषय-

प्रश्न 1.
लेखकाने पाठात कलेसंबंधी वर्णिलेले दोन विषय-
उत्तरः
1. चित्रकला
2. मूर्तिकला

2. काय ते सांगा.

प्रश्न अ.
मूर्तीला तडे जाऊ नये यासाठी लेखकाला सापडलेला उपाय.
उत्तर:

  1. मातीत गाईचे शेण मिसळणे.
  2.  नंतर मातीत घोड्याची लीद मिसळणे.

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 2 मी चित्रकार कसा झालो!

प्रश्न आ.
लेखकाचा कॅनव्हास..
उत्तर:
पाण्याच्या प्रवाहामुळं गुळगुळीत, सपाट झालेले, लांबरुंद पसरलेले खडक.

3. आकृत्या पूर्ण करा.

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 2 मी चित्रकार कसा झालो! 1

प्रश्न 1.
आकृत्या पूर्ण करा.
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 2 मी चित्रकार कसा झालो! 1
उत्तर:
आ.
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 2 मी चित्रकार कसा झालो! 3

आ.
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 2 मी चित्रकार कसा झालो! 2

4. योग्य जोड्या जुळवा.

प्रश्न 1.

‘अ’ गट ‘ब’ गट
1. पिवळा (अ) झाडांच्या पानापासून
2. जांभळा (आ) दगडांपासून
3. भगवा (इ) काटेसावरीच्या फुलातील परागकणांपासून
4. हिरवा (ई) शेंदरी झाडाच्या बियांपासून

उत्तर:

‘अ’ गट ‘ब’ गट
1. पिवळा (आ) दगडांपासून
2. जांभळा (इ) काटेसावरीच्या फुलातील परागकणांपासून
3. भगवा (ई) शेंदरी झाडाच्या बियांपासून
4. हिरवा (अ) झाडांच्या पानापासून

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 2 मी चित्रकार कसा झालो!

5. एका शब्दांत उत्तर लिहा.

प्रश्न 1.
एका शब्दांत उत्तर लिहा.
उत्तर:

  1. बांबूच्या कोवळ्या काडीपासून तयार व्हायचा – [ब्रश]
  2. चित्र काढण्यासाठी वापरला जाणारा कागद – [कॅनव्हास]
  3. लालभडक मातीपासून तयार केल्या जायच्या – [मूर्ती]
  4. ओल असताना जसे असते तसेच वाळल्यावरही असते – [गाईचं शेण]
  5. घोड्याच्या शेणाला म्हणतात – [लीद]

6. ‘तुमच्या इच्छा तीव्र असतील तर साधनांशिवाय साधना करता येते’ या विधानाचा तुम्हाला समजलेला अर्थ लिहा.

प्रश्न 1.
‘तुमच्या इच्छा तीव्र असतील तर साधनांशिवाय साधना करता येते’ या विधानाचा तुम्हाला समजलेला अर्थ लिहा.
उत्तरः
इच्छाशक्तीच्या जोरावर माणूस अशक्य ते शक्य करू शकतो, फक्त त्याच्या आतील इच्छाशक्ती प्रबळ असली पाहिजे. उदाहरणार्थ : परीक्षेत चांगले गुण मिळावेत म्हणून काही ट्युशन व क्लास लावण्याची गरज नाही. कोणत्याही विद्यार्थ्याने वर्गात शिकवतानाच लक्ष देऊन जर तो भाग, विषय समजून घेतला आणि स्वत: अभ्यास करून परीक्षेची तयारी केली तर त्यास चांगले गुण मिळू शकतात. फक्त त्याच्या मनात अभ्यास, सराव, पाठांतर करण्याची प्रबळ इच्छा हवी.

एखादया मातीच्या गोळ्यापासून मूर्ती बनवण्यासाठी काही प्रशिक्षण घेण्याचीच गरज नसते. ती कला आपल्या बोटात उपजतच असते फक्त तिला ओळखून प्रयत्न करणे महत्त्वाचे असते. अशी कितीतरी उदाहरणे आहेत की थोर मूर्तीकार कोणत्याही मूर्तीकलेच्या शाळेत न जाता त्यांच्या हातून चांगल्या प्रतीच्या मूर्ती घडल्या गेल्या आहेत. म्हणून मनात तीव्र इच्छा असेल तर कोणत्याही साधनांशिवाय कलेची साधना आपणांस करता येते असे म्हणता येईल.

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खेळ्या शब्दांशी.

खाली दिलेल्या शब्दांतून नाम व विशेषणे ओळखून त्यांच्या योग्य जोड्या लावा.

प्रश्न 1.
खाली दिलेल्या शब्दांतून नाम व विशेषणे ओळखून त्यांच्या योग्य जोड्या लावा.
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उत्तर:
निळे – डोंगर, दाट – सावली, हिरवी – राने

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शोध घेऊया.

विविध झाडांपासून रंग तयार केले जातात त्याची आंतरजालाच्या मदतीने माहिती मिळवा.

प्रश्न 1.
विविध झाडांपासून रंग तयार केले जातात त्याची आंतरजालाच्या मदतीने माहिती मिळवा.

चर्चा करूया.

प्रत्येकाच्या अंगी काही ना काही कला असते. तुमच्या मित्र-मैत्रिणींसमवेत त्यांना आवडणाऱ्या गोष्टींविषयी (कला) चर्चा करा. ती गोष्ट त्यांना करायला का आवडते? यामागील कारणे समजून घ्या.
उपक्रम : तुमच्या परिसराचे निरीक्षण करा. परिसरातील विविध घटकांपासून तुम्हाला काय काय शिकायला मिळते, त्याची
नोंद करा.

आपण समजून घेऊया.

वाक्य म्हणजे काय?
संपूर्ण अर्थ व्यक्त करणाऱ्या शब्दसमूहाला वाक्य म्हणतात. वाक्याचे दोन भाग असतात. ज्याच्याविषयी सांगायचे ते उद्देश्य आणि जे सांगायचे ते म्हणजे विधेय.
‘त्याचा मोठा मुलगा दररोज आगगाडीने मुंबईला जातो.’
या वाक्यात मुलाविषयी सांगायचे आहे, म्हणून ‘मुलगा’ हे उद्देश्य, तर ‘जातो’ हे विधेय आहे. या वाक्यातील ‘त्याचा’, ‘मोठा’ हे शब्द उद्देश्याचा विस्तार आहेत, तर ‘दररोज’, ‘आगगाडीने’ हे शब्द विधेयाचा विस्तार आहेत.

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वाक्यांचे विविध प्रकार आहेत. त्यातील काही वाक्य प्रकारांची माहिती आपण करून घेणार आहोत.

1. विधानार्थी वाक्य
ही वाक्ये वाचा.
(अ) माझे घर दवाखान्याजवळ आहे.
(आ) तो रोज व्यायाम करत नाही.
या प्रकारच्या वाक्यांत केवळ विधान केलेले असते.

2. प्रश्नार्थी वाक्य
ही वाक्ये वाचा.
(अ) तुला लाडू आवडतो का?
(आ) तुम्ही सकाळी कधी उठता?
या प्रकारच्या वाक्यांत प्रश्न विचारलेला असतो.

3. उद्गारार्थी वाक्य
ही वाक्ये वाचा.
(अ) अरेरे ! फार वाईट झाले.
(आ) शाबास ! चांगले काम केलेस. या प्रकारच्या वाक्यांत भावनेचा उद्गार काढलेला असतो.

4. आज्ञार्थी वाक्य
ही वाक्ये वाचा.
(अ) मुलांनो, रांगेत चला.
(आ) उत्तम आरोग्यासाठी व्यायाम करा. या प्रकारच्या वाक्यांत आज्ञा किंवा आदेश असतो.

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वर दिलेल्या चारही प्रकारांतील वाक्यांचे नमुने तयार करा.

प्रश्न 1.
वर दिलेल्या चारही प्रकारांतील वाक्यांचे नमुने तयार करा.

Marathi Sulabhbharti Class 8 Solutions Chapter 2 मी चित्रकार कसा झालो! Important Additional Questions and Answers

पुढील उताऱ्याच्या आधारे दिलेल्या सूचनेनुसार कृती करा.

कृती 1: आकलन कृती

1. कोण ते लिहा.

  • जे अनुभवलं, पाहिलं ते तुम्हाला सांगणारे – [ल. म. कडू]
  • आपल्याला नाना कला शिकवतो – [निसर्ग]

2.कृती पूर्ण करा.

  • विरोधात न जाता मर्जीत राहणं केव्हाही फायद्याचे असणारा – [निसर्ग]
  • निसर्गातून आपलं होतं – [पालनपोषण]
  • सर्जनाच्या वाटा आपसूक सापडतील – [निसर्ग धुंडाळत राहिल्याने]

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3. वेब पूर्ण करा.
(i)
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(ii)
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 2 मी चित्रकार कसा झालो! 6

एका वाक्यात उत्तरे लिहा.

प्रश्न 1.
लेखकाने कोणाची गोष्ट सांगितली?
उत्तरः
लेखकाने स्वत:चीच गोष्ट सांगितली.

प्रश्न 2.
लेखकाचे प्राथमिक शिक्षण कोठे झाले?
उत्तर:
लेखकाचे प्राथमिक शिक्षण लहानशा खेड्यात झाले.

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कृती 2 : आकलन कृती

प्रश्न 1.
विशेषण व विशेष्य यांच्या जोड्या जुळवा.

‘अ’ विशेषण ‘ब’ विशेष्य
1. घनदाट (अ) डोंगर
2. दुथडी (आ) रानं
3. निळे (इ) जंगलं
4. हिरवी (ई) नदी

उत्तर:

‘अ’ विशेषण ‘ब’ विशेष्य
1. घनदाट (इ) जंगलं
2. दुथडी (ई) नदी
3. निळे (अ) डोंगर
4. हिरवी  (आ) रानं

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प्रश्न 2.
कृती पूर्ण करा.

(i)
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 2 मी चित्रकार कसा झालो! 7

(ii)
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 2 मी चित्रकार कसा झालो! 8

(iii)
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 2 मी चित्रकार कसा झालो! 9

3. आकृतिबंध पूर्ण करा.
(i)
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 2 मी चित्रकार कसा झालो! 10

(ii)
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 2 मी चित्रकार कसा झालो! 11

4. चौकटी पूर्ण करा.
(i)
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 2 मी चित्रकार कसा झालो! 12

(ii)
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 2 मी चित्रकार कसा झालो! 13

कृती 3: व्याकरण कृती

प्रश्न 1.
खालील शब्दांचे वचन बदलून लिहा.

  1. वाटा
  2. खेडं
  3. गोष्ट
  4. नदी
  5. डोंगर
  6. रानं
  7. साधन
  8. पेन्सिल
  9. वही
  10. चित्र

उत्तर:

  1. वाट
  2. खेडी
  3. गोष्टी
  4. नदया
  5. डोंगर
  6. रान
  7. साधने
  8. पेन्सिली
  9. वया
  10. चित्रे

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प्रश्न 2.
खालील शब्दांचे लिंग ओळखून लिहा.

  1. निसर्ग
  2. कला
  3. वाट
  4. गोष्ट
  5. खेडे
  6. नदी
  7. डोंगर
  8. रान
  9. ब्रश
  10. कागद

उत्तर:

  1. पुल्लिंग
  2. स्त्रीलिंग
  3. स्त्रीलिंग
  4. स्त्रीलिंग
  5. नपुसकलिंग
  6. स्त्रीलिंग
  7. पुल्लिंग
  8. नपुसकलिंग
  9. पुल्लिंग
  10. पुल्लिंग।

प्रश्न 3.
खालील शब्दांचे समानार्थी शब्द लिहा.

  1. वाट
  2. गोष्ट
  3. खेडे
  4. नदी
  5. नवल
  6. साधन
  7. धाक
  8. वात्रटपणा

उत्तर:

  1. रस्ता, मार्ग
  2. कथा, कहाणी
  3. गाव
  4. सरिता
  5. आश्चर्य
  6. सामग्री
  7. जरब, वचक
  8. खोडकरपणा

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प्रश्न 4.
खालील वाक्यातील विरामचिन्हे ओळखून त्यांची नावे लिहा. माझा एक मित्र होता.
आम्हाला खूप वाटायचं, की आपण चित्रं काढावीत; पण काय करणार? आमच्याकडे कसलीच साधनं नव्हती.
उत्तर:

विरामचिन्हे विरामचिन्हांचे नाव
(.) पूर्णविराम
(,) स्वल्पविराम
(;) अर्धविराम
(?) प्रश्नचिन्ह

प्रश्न 5.
खालील वाक्यांतील अधोरेखित शब्दांची जात ओळखून लिहा.

प्रश्न i.
आता तुम्हांला माझीच गोष्ट सांगतो.
उत्तर:

  • तुम्हांला – सर्वनाम
  • गोष्ट – सामान्य नाम

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प्रश्न ii.
माझा एक मित्र होता.
उत्तर:

  • एक – विशेषण
  • होता – क्रियापद

कृती 4: स्वमत

प्रश्न 1.
चित्र काढण्याबाबत लेखक व मित्र यांना आलेल्या अडचणी तुमच्या शब्दांत लिहा.
उत्तर:
लेखकांचा एक मित्र होता. दोघांनाही खूप वाटायचे, की आपण चित्रं काढावीत; पण चित्र काढण्यात त्यांना खूप अडचणी यायच्या. त्यांच्याकडे चित्रं काढण्यासाठी लागणारी कसलीच साधनं नव्हती. पेन्सिल, रंग, ब्रश हे तर सोडाच साधा कागदही नव्हता. अभ्यासाची एकच वही व पाटीवर लिहिण्याची एकच पेन्सिल, त्यातही तिचे तुकडे झाले, तरी सांभाळून वापरावी लागायची, कारण दुसरी मिळण्याची शक्यता नव्हती. शिवाय सगळ्यात मोठी अडचण किंवा धाक असा होता, की चित्रंबित्रं काढलेली ना मास्तरांना आवडायची ना घरातल्यांना आवडायची. त्यांना तो वात्रटपणा वाटायचा. इत्यादी अडचणी त्यांना येत.

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पुढील उताऱ्याच्या आधारे दिलेल्या सूचनेनुसार कृती करा.

कृती 1: आकलन कृती

प्रश्न 1.
खालील कृती पूर्ण करा.
(i)
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(ii)
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 2 मी चित्रकार कसा झालो! 15

प्रश्न 2.
परिणाम लिहा.

प्रश्न i.
वैशाख महिन्यातलं ऊन करपवून टाकणारं असायचं
उत्तर:
गावातली सगळी मुलं नदीच्या डोहात जाऊन पडायची.

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 2 मी चित्रकार कसा झालो!

प्रश्न ii.
नदी वाहायला लागायची
उत्तर:
खडकावर काढलेली चित्रं नदीच्या पोटात गडप व्हायची.

प्रश्न 3.
आकृतिबंध पूर्ण करा.
(i)
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 2 मी चित्रकार कसा झालो! 16

(ii)
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 2 मी चित्रकार कसा झालो! 17

प्रश्न 4.
कंसातील योग्य शब्द निवडून रिकाम्या जागा भरा.

  1. काठालगत खूप ………………. होते. (दगड, खडे, खडक, शिंपले)
  2. गुडघ्यावर टेकून रेष काढण्यात ………………… व्हायचो. (दंग, मग्न, लीन, नम्र)
  3. आमची चित्रं नदीच्या पोटात ………………. व्हायची. (गायब, गडप, नाहिशी, बेभान)

उत्तर:

  1. खडक
  2. दंग
  3. गडप

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प्रश्न 5.
चौकटी पूर्ण करा.

  1. लेखकानं खडकासाठी वापरलेला शब्द → [कॅनव्हास]
  2. मरुमाचा रंग → [तांबूस]
  3. पिवळट रंगाचे → [दगड]

कृती 2 : आकलन कृती

1. काय होते ते लिहा.
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2. पुढील कृती पूर्ण करा.
(i)
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 2 मी चित्रकार कसा झालो! 19

(ii)
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 2 मी चित्रकार कसा झालो! 20

(iii)
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 2 मी चित्रकार कसा झालो! 21

3. फक्त नावे लिहा.
i. उताऱ्यात आलेल्या दोन वनस्पती → [काटेसावर, शेंदरी]
ii. तापलेल्या खडकावर टेकून टेकून गुडघ्यांची जातात → [सालों]

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 2 मी चित्रकार कसा झालो!

4. आकृतिबंध पूर्ण करा.
i. लेखकाच्या लक्षात न येणारी गोष्ट → खडकावर टेकून टेकून गुडघ्याची सालटं गेलेली.
ii. लेखक तहानभूक हरपून ही गोष्ट करीत → चित्र रंगवत बसायचे.

कृती 3 : व्याकरण कृती

प्रश्न 1.
विरोधी अर्थाचे शब्द लिहा.

  1. ऊन × [ ]
  2. गार × [ ]
  3. गुळगुळीत × [ ]
  4. लांब × [ ]
  5. सापडणे × [ ]
  6. थोरला × [ ]
  7. ओला × [ ]
  8. मागे × [ ]
  9. लक्ष × [ ]
  10. दिवस × [ ]
  11. कोवळा × [ ]
  12. थोडे × [ ]

उत्तर:

  1. सावली
  2. गरम
  3. ओबडधोबड़
  4. रुंद, जवळ
  5. हरवणे
  6. धाकटा
  7. सुका
  8. पुढे
  9. दुर्लक्ष
  10. रात्र
  11. जुन
  12. जास्त

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 2 मी चित्रकार कसा झालो!

प्रश्न 2.
परिच्छेदात आलेले जोडशब्द लिहा.
उत्तर:

  1. गुळगुळीत
  2. लांबलंद
  3. भल्याथोरल्या
  4. तहानभूक
  5. लालभडक

प्रश्न 3.
खालील वाक्यांचे प्रकार ओळखा.

  1. काठालगत खूप खडक होते.
  2. काही दिवसांनी वाटायला लागलं, की यात रंग भरावेत; पण ते कुठून आणणार?

उत्तर:

  1. विधानार्थी वाक्य
  2. प्रश्नार्थी वाक्य

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 2 मी चित्रकार कसा झालो!

प्रश्न 4.
खालील वाक्यांचा काळ ओळखा.

  1. आम्हांला तिथंच आमचा कॅनव्हास’ सापडला.
  2. या भल्या थोरल्या खडकावर मनसोक्त चित्रं काढता येणार होती.

उत्तर:

  1. भूतकाळ
  2. भविष्यकाळ

प्रश्न 5.
अधोरेखित शब्दांचे समानार्थी शब्द वापरून वाक्य पुन्हा लिहा.

  1. गुडघ्यावर टेकून रेष काढण्यात दंग व्हायचो.
  2. आमची चित्रं नदीच्या पोटात गडप व्हायची.

उत्तर:

  1. गुडघ्यावर टेकून रेष काढण्यात मग्न व्हायचो.
  2. आमची चित्रं नदीच्या पोटात गायब व्हायची.

कृती 4 : स्वमत

प्रश्न 1.
खडकावर काढलेल्या चित्रांना रंग देण्यासाठी लेखकांनी कोणत्या गोष्टींचा व कसा वापर केला ते सांगा.
उत्तरः
वैशाख महिन्यात काटेसावर ही वनस्पती फुलते, लालभडक होते. तिच्या फुलातले पराग पाण्यात चुरगळले की जांभळा रंग मिळतो. शेंदरी नावाच्या वनस्पतीच्या बोंडातल्या बिया भगवा रंग देतात. हे लेखकांना माहीत होते. मग लेखकांनी या रंगांचा उपयोग खडकातील चित्रं रंगवण्यासाठी केला. त्याचप्रमाणे काही पानांपासून हिरवा रंग, चुन्याचा पांढरा रंग, कुंकवाचा लाल रंग आणि दगडाचा पिवळा रंग तयार करून, बांबूची कोवळी काडी घेऊन त्याचं पुढचं टोक ठेचून त्याचा ब्रश सारखा वापर करून चित्रे रंगवली.

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पुढील उताऱ्याच्या आधारे दिलेल्या सूचनेनुसार कृती करा.

कृती 1 : आकलन कृती

प्रश्न 1.
पुढील कृती पूर्ण करा.
उत्तरः

  1. लेखकाने सांगितलेले व्यक्तिगत ते → [उदाहरण]
  2. किती परीनं आपल्याला देत असतो तो → [निसर्ग]
  3. लेखकाचं सांगणं → [साधनं नाहीत म्हणून अडून बसण्याचं कारण नाही].
  4. तुमच्या इच्छा तीव्र असतील तर → [साधनांशिवाय साधना करता येते.]
  5. उताऱ्यात आलेले दोन महिने – [चैत्र, श्रावण]

खालील प्रश्नांचे एका शब्दात उत्तर लिहा.

प्रश्न i.
पाऊस कधी कमी व्हायचा?
उत्तर:
श्रावण सरता सरता.

प्रश्न ii.
लेखकासाठी ‘कॅनव्हास’ म्हणजे काय?
उत्तर:
खडक

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वेब पूर्ण करा.
(i)
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(ii)
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 2 मी चित्रकार कसा झालो! 24

कृती 2 : आकलन कृती

प्रश्न 1.
फक्त नावे लिहा.
उत्तर:

  1. लेखकाला मातीचा लागलेला → [नाद]
  2. लेखकाने मातीच्या कराव्यात असं ठरवलं ते → [मूर्ती]
  3. मातीचा लपून छपून करावा लागणारा → [खेळ]

प्रश्न 2.
खालील गोष्टींचा होणारा परिणाम लिहा.

  1. मूर्ती करून वाळत ठेवल्या, की
  2. शेण मातीत मळून घेतलं, की

उत्तर:

  1. काही काळानं त्यांना तडे जाऊन ढासळायच्या.
  2. आता मूर्ती थोड्या टिकायला लागल्या.

प्रश्न 3.
उताऱ्याच्या आधारे वाक्ये पूर्ण करून लिहा.

  1. श्रावण सरता सरता पाऊस कमी व्हायचा;
  2. पण हा मातीचा खेळही

उत्तर:

  1. श्रावण सरता सरता पाऊस कमी व्हायचा; पण नदी वाहतच असायची.
  2. पण हा मातीचा खेळही लपून छपून करावा लागे.

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प्रश्न 4.
खालील कृती पूर्ण करा.
उत्तर:
1. गाईचं शेण ओलं व → [जसं असतं तसंच राहतं वाळल्यावरही]
2. चैत्र महिना उजाडायचा  → [कॅनव्हास’ म्हणजे खडक मोकळा व्हायला.]

कृती 3 : व्याकरण कृती

खालील वाक्ये शुद्ध करून लिहा.

प्रश्न i.
आम्ही शेन मातीत मळुन घेलतं.
उत्तरः
आम्ही शेण मातीत मळून घेतलं.

प्रश्न ii.
आता हेच पहा, सरावण सरता सरता पावूस कमी व्हायचा.
उत्तर:
आता हेच पहा, श्रावण सरता सरता पाऊस कमी व्हायचा.

अधोरेखित शब्दांचे विरोधी शब्द वापरून वाक्ये पुन्हा लिहा.

प्रश्न i.
मी जे काही व्यक्तिगत सांगतो आहे, ते एक उदाहरण आहे.
उत्तरः
मी जे काही सार्वजनिक सांगतो आहे, ते एक उदाहरण आहे.

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प्रश्न ii.
पण हा मातीचा खेळही लपून छपून करावा लागे.
उत्तरः
पण हा मातीचा खेळही उघड-उघड करावा लागे.

खालील वाक्प्रचारांचा अर्थ सांगून वाक्यात उपयोग करा.

प्रश्न 1.
1. नाद लागणे
2. उपाय शोधणे
उत्तर:
1. नाद लागणे – छंद जडणे, आवड निर्माण होणे
वाक्य: त्यातूनच आम्हांला मातीचे बैल बनवण्याचा नाद लागला.

2. उपाय शोधणे – पर्याय शोधणे
वाक्यः आजारातून बरे होण्यासाठी योग्य उपया शोधणे गरजेचे असते.

खालील वाक्यांतील अव्यय ओळखून त्याचा प्रकार लिहा.

प्रश्न 1.

  1. मला इतकचं म्हणायचं आहे, की साधनं नाहीत म्हणून अडून बसण्याचं कारण नाही.
  2. मूर्ती कराव्यात असं ठरलं; पण हा मातीचा खेळही लपून छपून करावा लागे,

उत्तर:

  1. की – उभयान्वयी अव्यय
  2. पण – उभयान्वयी अव्यय

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खालील वाक्यांचे प्रकार ओळखून लिहा.

प्रश्न 1.

  1. तोवर काय करायचं?
  2. तुमच्या इच्छा तीव्र असतील तर साधनांशिवाय साधना करता येते.

उत्तर:

  1. प्रश्नार्थी वाक्य
  2. विधानार्थी वाक्य

पुढील उताऱ्याच्या आधारे दिलेल्या सूचनेनुसार कृती करा.

कृती 1: आकलन कृती

प्रश्न 1.
खालील कृती पूर्ण करा.
उत्तर:

  1. गावातील बाजार → [आठवडे बाजार]
  2. आयते कपडे विकायला यायचा → [म्हादु]
  3. या झाडाची दाट सावली पडायची → [नांदुकीच्या]

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प्रश्न 1.
खालील वेब पूर्ण करा.
(i)
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(ii)
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 2 मी चित्रकार कसा झालो! 26

(iii)
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प्रश्न 2.
खालील वाक्यांतील रिकाम्या जागी योग्य शब्द लिहून वाक्य पूर्ण करा.

  1. तो झाडाच्या …………….. घोडा बांधून ठेवायचा.
  2. मी ………………. शाळेत असताना आर्किमीडिज या शास्त्रज्ञाचा धडा वाचला.

उत्तर:

  1. मुळीला
  2. माध्यमिक

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प्रश्न 3.
दिलेल्या पर्यायांपैकी योग्य पर्याय निवडून वाक्य पूर्ण करा.
i. लीद म्हणजे ……………..
(अ) बैलाचे शेण
(आ) गाईचे शेण
(इ) घोड्याचे शेण
(ई) म्हशीचे शेण

ii. केवढा आनंद झाला हे मला …………………..
(अ) गक्यात सांगता येणार नाही.
(आ) पक्यात सांगता येणार नाही.
(इ) वाक्यात सांगता येणार नाही.
(ई) शब्दांत सांगता येणार नाही.
उत्तर:
i. लीद म्हणजे घोड्याचे शेण.
ii. केवढा आनंद झाला हे मला शब्दांत सांगता येणार नाही.

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कृती 2 : आकलन कृती

प्रश्न 1.
खालील कृती पूर्ण करा.
उत्तरः

  1. लेखक माध्यमिक शाळेत असताना या शास्त्रज्ञाचा धडा वाचला – [आर्किमीडिज]
  2. लेखकांनाशब्दांत सांगतानयेणारा → [झालेला आनंद]

प्रश्न 2.
कारण लिहा.
आता लेखकांच्या मूर्तीना बिलकुल तडे जात नव्हते, कारण………….
उत्तरः
मातीत घोड्याची लीद मिसळली होती. घोड्याच्या लीद मधले धागे माती धरून ठेवत होते.

प्रश्न 3.
एका वाक्यात उत्तर लिहा. आर्किमीडिजला हवं होतं ते तत्व शोधण्यासाठी तो कोणती गोष्ट करत असे?
उत्तर:
आर्किमीडिजला हवं होतं ते तत्त्व शोधण्यासाठी तो साध्या वाटणाऱ्या गोष्टीतही ते शोधत राहायचा.

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प्रश्न 4.
पुढील कृती लिहा.
उत्तर:
1. आर्किमीडिजला हवं होतं ते तत्त्व सापडल्यावर → [तो न्हाणीघरातून ‘युरेका युरेका’ करत धावत सुटला.]
2. जेव्हा मूर्तीना तडे जाण्याचं थांबलं होतं → [तेव्हा लेखकांनाही तेवढाच आनंद झाला होता.]

कृती 3: व्याकरण कृती

प्रश्न 1.
खालील शब्दांचे समानार्थी शब्द लिहा.

  1. गाव – [ ]
  2. घोडा – [ ]
  3. दाट – [ ]
  4. सावली – [ ]
  5. धागा – [ ]
  6. धडा – [ ]
  7. आभाळ – [ ]
  8. तडा – [ ]

उत्तर:

  1. खेडे
  2. अश्व
  3. घन
  4. छाया
  5. दोरा
  6. पाठ
  7. नभ, आकाश
  8. भेग

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प्रश्न 2.
खालील वाक्यांतील अव्यय शोधून त्याचा प्रकार लिहा.

  1. तो आपला माल घोड्यावर लादून आणायचा.
  2. आपल्यापुरता का होईना; पण तो एक शोध होता.

उत्तर:

  1. वर – शब्दयोगी अव्यय
  2. पण – उभयान्वयी अव्यय

प्रश्न 3.
खालील शब्दांचे एकवचन व अनेकवचन असे वर्गीकरण करा. (कपडे, आठवडे, पायवाटा, सावली, घोडा, धागे, मूर्ती, तडे, धडा, गोष्टी)
उत्तरः

एकवचन अनेकवचन
सावली, घोडा, मूर्ती, धडा कपडे, आठवडे, पायवाटा, धागे, तडे, गोष्टी

प्रश्न 4.
अधोरेखित शब्दाचे लिंग बदलून वाक्य पून्हा लिहा.

प्रश्न i.
तो आपला माल घोड्यावर लादून आणायचा.
उत्तर:
तो आपला माल घोडीवर लादून आणायचा.

प्रश्न ii.
मुलांनो, मी तुम्हाला एवढंच सांगीन.
उत्तरः
मुलींनो, मी तुम्हाला एवढंच सांगीन.

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प्रश्न 5.
खालील वाक्यांतील नाम व सर्वनामे शोधून लिहा.
(i) म्हादू आयते कपडे विकायला यायचा.
(ii) तो झाडाच्या मुळीला घोडा बांधून ठेवायचा.
उत्तर:

  • नाम – (i) म्हादू, कपडे (ii) झाड, मुळी, घोडा
  • सर्वनाम – (ii) तो

कृती 4 : स्वमत

प्रश्न 1.
आर्किमीडिज या शास्त्रज्ञाबद्दल ज्ञात असलेली माहिती लिहा.
उत्तर:
आर्किमीडिज यांचा कार्यकाल इ.स. पूर्व 287 ते इ.स. पूर्व 212 पर्यंत मानला जातो. आर्किमीडिज यांचा जन्म सिसिलीमधील ‘सेरॅक्यूज’ येथे झाला, सेरॅक्यूजचा राजा दुसरा हीरो व त्यांचा मुलगा ‘गेलो’ यांच्याशी त्यांची दाट मैत्री होती. त्याचे सर्व शिक्षण ‘अलेक्झांड्रिया’ येथे झाले. तेथे ‘कॉनन’ नावाच्या गणितज्ज्ञांशी त्याचा परिचय झाला. शिक्षण संपल्यावर आपल्या जन्मगावी येऊन त्यांनी गणिताचा अभ्यास पुढे चालू ठेवला.

ते भौतिकशास्त्रज्ञ, अभियंता, संशोधक व खगोलशास्त्रज्ञ होते. भौतिकशास्त्रातील स्थितिकी या उपशाखेत व तरफेच्या यंत्रणेवर, तसेच गणितातील घनफळ, पैराबोला इ. विषयांवर त्यांनी मूलभूत संशोधन केले. भूमिती, यांत्रिकी व अभियांत्रिकी या विविध क्षेत्रात त्यांनी महत्त्वाची कामगिरी केली आहे.

स्वाध्याय कृती

प्रश्न 1.
पुढील वाक्यांत योग्य विरामचिन्हे वापरून वाक्ये पुन्हा लिहा.

  1. तोवर काय करायचं त्यातून आम्हाला मातीचा नाद लागला
  2. अंगात गारवा भरला की पुन्हा काठावर येऊन बसायचं
  3. हवं तसं पाणी घातलं की पिवळा रंग तयार

उत्तर:

  1. तोवर काय करायचं? त्यातून आम्हांला मातीचा नाद लागला.
  2. अंगात गारवा भरला, की पुन्हा काठावर येऊन बसायचं.
  3. हवं तसं पाणी घातलं, की पिवळा रंग तयार!

मी चित्रकार कसा झालो! Summary in Marathi

पाठपरिचय :
लेखक ल. म. कडू यांनी या पाठातून आपणास, निसर्गाच्या सान्निध्यात आपल्याला आपल्यातील उपजत कला शोधण्याचे अनेक मार्ग कसे सापडतात हे स्वत:च्या अनुभवातून वेगवेगळ्या उदाहरणांनी पटवून दिले आहे.

In this lesson the writer L. M. Kadu has proven that we can find various ways to find our inner skills if we stay in the nature. The writer has mentioned his own experience to prove his point.

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 2 मी चित्रकार कसा झालो!

शब्दार्थ :

  1. नाना – वेगवेगळ्या प्रकारचे – various
  2. कला – कौशल्य – art/skill
  3. धुंडाळात – शोधत – searching
  4. सर्जन – निर्माणक्षम – creativity
  5. सुसंस्कृत – संस्काराने युक्त – virtuous
  6. घनदाट – दाट – dense
  7. दुथडी – दोन्ही थडी (किनारे) – on both sides
  8. नवल – आश्चर्य – wonder
  9. साधनं – सामग्री – equipment
  10. धाक – जरब, दरारा – threat, dread
  11. वात्रटपणा – चावटपणा – frivolity
  12. डोह – नदीच्या प्रवाहातील खोल खळगा – a very deep part in a river
  13. प्रवाह – ओघ – stream
  14. मनसोक्त – मन तृप्त होईल एवढे, यथेच्छ – to one’s heart’s content
  15. तांबूस – लालसर – reddish
  16. फक्की – पावडर (चूर्ण) – powder
  17. रेखाटणं – चित्र, आकृती इत्यादी काढणे – to draw lines and figures
  18. लालजर्द – लालभडक – bright red
  19. सुरसुरी – उत्साह, प्रबळ इच्छा – powerful urge
  20. पराग – फुलातील पुंकेसराचे – the pollen
  21. परीनं – वेगवेगळ्या पद्धतीने – by various ways
  22. नाद – आवड, छंद – hobby
  23. लपून छपून – चोरून, गुप्तपणे – stealthily
  24. ढासळणे – कोसळून पडणे – to collapse
  25. हिरमोड – नाराजी, निराशा – disappointment
  26. ढलप्या – लाकडाचा पातळ तुकडा – small part of wood
  27. आयते – शिवलेले – ready-made
  28. बिलकूल – पूर्णपणे, सर्वस्वी – totally, entirely

टिपा :

  1. वैशाख – मराठी महिन्यातील एक महिना
  2. कॅनव्हास – चित्र रेखाटण्यासाठी / काढण्यासाठी वापरावयाचे एक प्रकारचे कापड
  3. काटेसावर – एक प्रकारची काटेरी वनस्पती
  4. श्रावण, चैत्र – मराठी महिने
  5. बकुळी – एक प्रकारचे सुगंधी फुलाचे झाड
  6. लीद – घोड्याचे शेण
  7. आर्किमीडिज – एक भौतिक शास्त्रज्ञ
  8. शेंदरी – एक प्रकारची वनस्पती
  9. गोठा – गायी, गुरांना बांधण्याची जागा
  10. नांद्रुक – पिंपरण आणि पिंपळवर्गीय झाड

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 2 मी चित्रकार कसा झालो!

वाक्प्रचार :

  1. मर्जीत राहणे – आज्ञेत राहणे
  2. उफाळून येणे – मनातील भावनांचा उद्रेक होणे
  3. करपवून टाकणे – जाळून टाकणे
  4. तहानभूक हरपणे – स्वतःला विसरून जाणे, मुग्ध होऊन जाणे, कामात मग्न होणे.
  5. हिरमोड होणे – नाराज होणे.
  6. दुथडी भरून वाहणे – ओसंडून वाहणे.

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 9 झुळूक

Balbharti Maharashtra State Board Class 8 Marathi Solutions Sulabhbharati Chapter 9 झुळूक Notes, Textbook Exercise Important Questions and Answers.

Maharashtra State Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 9 झुळूक (कविता)

Marathi Sulabhbharti Class 8 Solutions Chapter 9 झुळूक Textbook Questions and Answers

1. आकृत्या पूर्ण करा.

प्रश्न 1.
आकृत्या पूर्ण करा.
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 9 झुळूक 1.1
उत्तरः
अ.
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 9 झुळूक 2.1

आ.
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 9 झुळूक 2.2

इ.
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 9 झुळूक 2.3

2. योग्य पर्याय निवडून वाक्य पूर्ण करा.

प्रश्न अ.
झुळकेला स्वैर झुकावे वाटते, कारण …………….

  1. तिला स्वातंत्र्य हवे असते.
  2. तिला सर्वत्र हिंडायचे असते.
  3. तिचे मन तिकडे ओढ घेते.
  4. तिला लोक आमंत्रण देतात.

उत्तरः
झुळकेला स्वैर झुकावे वाटते, कारण तिचे मन तिकडे ओढ घेते.

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 9 झुळूक

प्रश्न आ.
वेळूच्या वनात अलगूज वाजते, कारण …………………

  1. झुळूक स्वत:च गाणे गाते.
  2. तिथे गुराखी अलगूज वाजवतो.
  3. तिथे ध्वनिफित लावलेली असते.
  4. झुळूकेच्या स्पर्शामुळे वेळूतून अलगूजाचा आवाज निघतो.

उत्तरः
वेळूच्या वनात अलगूज वाजते, कारण झुळूकेच्या स्पर्शामुळे वेळूतून अलगूजाचा आवाज निघतो.

3. परिणाम लिहा.

प्रश्न 1.
परिणाम लिहा.
उत्तरः
अ. झुलकेने कलिकेला स्पर्श केला – [का कळी फुलून सुगंध पसरतो]
आ. बकुळीच्या फुलांना स्पर्श केला – [डाहामध्य बकुळीची फुले शिंपतात]

4. खालील शब्दसमूहांचा तुम्हांला समजलेला अर्थ लिहा.

प्रश्न 1.
खालील शब्दसमूहांचा तुम्हांला समजलेला अर्थ लिहा.
उत्तरः
अ. चुकलीमुकली लकेर – झुळझुळ झऱ्यावर झुळूक येते व झऱ्याच्या ओघाने झुळूकेचे गाणे ही चौफेर पसरते.
आ. पाचूचे मखमली शेत – पाचू या रत्नासारखे हिरवेगार असलेले मऊशार शेत.

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 9 झुळूक

5. एक ते दोन शब्दांत उत्तरे लिहा.

प्रश्न 1.
एक ते दोन शब्दांत उत्तरे लिहा.
उत्तरः
अ. झुळूकेने भेट दिलेली नैसर्गिक ठिकाणे – [नदी, झरा]
आ. कवितेतील वर्णनावरून कवीने वर्णन केलेला ऋतु – [उन्हाळा]
इ. झुळूकेचा विश्रांतीचा प्रहर – [तिन्हीसांजा]

खेळूया शब्दांशी

प्रश्न अ.
कवितेतील यमक जुळणाऱ्या शब्दांच्या जोड्या शोधून लिहा.
उत्तरः

  1. व्हावे – झुकावे
  2. काठी – पाठी
  3. हळूवार – पसार
  4. अलगूज – हितगूज

प्रश्न आ.
खालील शब्दांना कवितेतील शब्द शोधा.
उत्तरः

  1. छोटी – सानुली
  2. बोट – अंगुली
  3. ताजेपणा – टवटवी
  4. पावा – अलगूज

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 9 झुळूक

इ. तुमच्या शब्दांत उत्तरे लिहा.

प्रश्न अ.
झुळूकेची परोपकरारी वृत्ती तुमच्या शब्दांत लिहा.
उत्तरः
‘झुळूक’ या कवितेत कवीला वाऱ्याची झुळूक होऊन विविध गमती जमती करायच्या आहेत. परोपकारी वृत्तीने फिरता फिरता सर्वांना मदत करायची आहे. कळीला हळूच फुलवायचे आहे. फुलाचा सुगंध सर्वत्र पसरवायचा आहे. झऱ्याची गोड लकेर चौफेर पसरवायची आहे. वेळूच्या वनात जाऊन अलगद बासरीचे मधुर स्वर काढून आनंदाचे वातावरण निर्माण करायचे आहे. कणसांना फुलवायचे आहे. बकुळीचे पखरण करायची आहे. जांभळे गाळायची आहे. दमलेल्या, थकलेल्या चेहऱ्यावर गार वाऱ्याचा स्पर्श करून टवटवी आणायची आहे.

प्रश्न आ.
प्रस्तुत कविता आवडण्याचे वा न आवडण्याचे कारण सांगा.
उत्तरः
प्रस्तुत कविता ‘दामोदर कारे’ यांनी लिहिली असून, ती मला खूप आवडली. कविता आवडण्याची प्रमुख कारणे अशी की, कवितेची शब्दरचना अत्यंत साधी आहे. समर्पक शब्दमांडणी असल्याने कवितेत गेयता आहे. कवितेला आशयसौंदर्य प्राप्त झाले आहे. कवीची ‘झुळूक’ होऊन गमती जमती करण्याची कल्पना, परोपकारी वृत्ती यामुळे कविता अर्थपूर्ण झाली आहे. कवितेत चुकलीमुकली, झुळझुळ व यमक साधणाऱ्या शब्दांमुळे नादमाधुर्य निर्माण झाले आहे. कवितेतील स्वच्छंदपणा, स्वैरपणा मनाला भावतो.

कल्पक होऊया.

प्रश्न 1.
‘तुम्ही पक्षी आहात’ अशी कल्पना करून तुम्हांला स्वच्छंदीपणे कोणकोणत्या गोष्टी करायला आवडतील, ते लिहा.
उत्तरः
पक्षी होऊन मी घराघरांवरून उडेन. आकाशाशी मैत्री करेन स्वच्छंद विहार करेन. झाडांवरील पिकलेली गोड फळे खाईन. उंच उंच झाडावर झोके घेईन. घरांच्या कौलावर, मनोऱ्यांवर, उंच उंच डोंगरांवरील झाडांवर बसेन. मुक्तपणे सर्वत्र फिरून परीसर पाहीन. सर्वत्र बिया टाकून झाडे निर्माण करीन. रानावनात हिंडेन व गोड गाणी गाईन.

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 9 झुळूक

चला संवाद लिहूया.

प्रश्न 1.
नदी व झाड या दोघांमधील संवादाची कल्पना करून संवादलेखन करा.
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 9 झुळूक 3
नदी: ……………………………………………………………………
झाड: …………………………………………………………………..
नदी: ……………………………………………………………………
झाड: ……………………………………………………………………
नदी: ……………………………………………………………………
झाड: ……………………………………………………………………

Class 8 Marathi Chapter 9 झुळूक Additional Important Questions and Answers

पुढील कवितेच्या आधारे दिलेल्या सूचनेनुसार कृती करा.

कृती 1: आकलन कृती

प्रश्न 1.
आकृतिबंध पूर्ण करा.
उत्तरः
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 9 झुळूक 4

प्रश्न 2.
रिकाम्या जागा भरा.
1. हळु थबकत जावे कधी ……………. घेत. (आडोसा, आधार, कानोसा)
2. कधी ………………. वा कधी भरारी थेट. (चालत फिरत, रमत गमत, हसत हसत)
उत्तरः
1. कानोसा
2. रमत गमत

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 9 झुळूक

प्रश्न 3.
रिकाम्या जागेत योग्य शब्दांचा पर्याय निवडा व पंक्ती पूर्ण करा.
1. वाटते सानुली …………… झुळूक मी व्हावे. (मंद/गार)
2. घेईल ओढ मन तिकडे …………… झुकावे. (खोल/स्वैर)
उत्तर:
1. मंद
2. स्वैर

प्रश्न 4.
घटना क्रम लिहा.
उत्तर:

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 9 झुळूक 5

कृती 2: आकलन कृती

प्रश्न 1.
आकृतिबंध पूर्ण करा.
उत्तर:
Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 9 झुळूक 6

एका वाक्यात उत्तरे लिहा.

प्रश्न 1.
झुळूक कोणाच्या मुखावर टवटवी आणणार आहे?
उत्तरः
दिवसभर जो राबून दमला असेल, त्याच्या मुखावर झुळूक टवटवी आणणार आहे.

प्रश्न 2.
झुळूक विसावा केंव्हा घेईल?
उत्तरः
झुळूक विसावा तिन्हीसांजेला घेईल.

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प्रश्न 3.
जोड्या जुळवा.

‘अ’ गट ‘ब’ गट
1. टवटवी अ. तीरी
2. भुळभुळ आ. झरा
3. झुळझुळ इ. तरंग
4. मखमली ई. मुखावर

उत्तरः

‘अ’ गट ‘ब’ गट
1. टवटवी ई. मुखावर
2. भुळभुळ अ. तीरी
3. झुळझुळ आ. झरा
4. मखमली इ. तरंग

कृती 3: काव्यसौंदर्य.

प्रश्न 1.
खालील काव्यपंक्तींचे भावसौंदर्य स्पष्ट करा.
वाटते सानुली मंद झुळूक मी व्हावे
घेईल ओढ मन तिकडे स्वैर झुकावे
उत्तरः
‘झुळूक’ या कवितेत कवी ‘दामोदर कारे’ यांनी आपण वाऱ्याची झुळूक झालो तर कोठे कोठे जाता येईल याचे वर्णन केले आहे. कवीला वाटते की आपण एक लहानशी, मंद झुळूक होऊन जेथे मन ओढ घेईल तेथे जावे. कधी बाजारात, कधी नदीकाठी, कधी बागेत, पडक्या वाड्याच्या मागे कानोसा घेत घेत जावे. रमत गमत किंवा भरारी मारून सर्वत्र फिरावे.

विविध ठिकाणी रमत गमत जाण्याचा भाव, मौजमजा करण्याची भरारी घेण्याची कल्पना कवितेचे भावसौंदर्य वाढविते. काठी-पाठी, घेत-थेट, व्हावे-झुकावे या शब्दांचे यमक साधले आहे.

प्रश्न 2.
खालील पंक्तीतील आशय स्पष्ट करा.
वेळूच्या कुंजी वाजवुनी अलगूज
कणसांच्या कानी सांगावे हितगुज
शिंपावी डोही फुले बकुळीची सारी
गाळुनी जांभळे पिकली भुळभुळ तीरी
उत्तर:
‘दामोदर कारे’ यांना झुळूक होऊन विविध गमती जमती करायच्या आहेत. वेळूच्या वनात जाऊन झुळूक होऊन हलकीच बासरी वाजवायची आहे. खरे तर बांबुच्या या वनात झुळूकेचा स्पर्श होताच बासरीचे सूर निघणार आहेत. कणसाच्या कानात गुजगोष्टी करायच्या आहेत. हलकाच स्पर्श करून बकुळीची सर्व फुले शिंपायची आहेत. झुळूकीने पिकलेल्या जांभळांचा वर्षाव करायचा आहे.

वेळूच्या वनातील अलगूज या शब्दरचनेने कवितेचे अर्थ सौंदर्य वाढले आहे. कवीची कल्पना रंजक असल्याने कविता रसपूर्ण झाली आहे. अलगुज-हितगुज, सारी-तीरी या शब्दांचे यमक साधले आहे.

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प्रश्न 3.
तुम्ही झुळूक झालात तर …………… काय काय कराल? तुमच्या शब्दांत अभिव्यक्त व्हा.
उत्तरः
झुळूक होणे मला आवडेल. मी झुळूक झालो तर ‘व्हॅली ऑफ फ्लॉवर’ ला भेट देईन व सगळा सुगंध पसरवीन रानावनात एकटे फिरून येईन व गाभुळलेल्या चिंचा पाडीन. त्या चिंचा मुलांसाठी भेट असतील. प्रातः सकाळी पारिजातकाचा सडा शिंपडीन. रखरखत्या उन्हात सर्व जीवांना गारवा देऊन त्यांचे मन प्रसन्न करीन.

दिलेल्या मुद्यांच्या आधारे कवितेसंबंधी पुढील कृती सोडवा.

1. कवी/कवयित्री – दामोदर कारे
2. कवितेचा रचनाप्रकार – कल्पनारंजक कविता
3. कवितेचा विषय – आपण वाऱ्याची झुळूक झाले तर निरनिराळ्या ठिकाणी फिरू, मौजमजा करू अशी कवी कल्पना आहे.
4. कवितेतून व्यक्त होणारा भाव (स्थायी भाव) – कल्पनारंजनाद्वारे ‘झुळूक’ या कवितेत परोपकार भाव निदर्शित होतो.

5. कवी/कवयित्री लेखन वैशिष्ट्ये – अत्यंत साधी, सोपी, सरळ शब्दरचना आहे. कवितेत स्वच्छंदीपणा, स्वैरपणा असूनही परोपकारी वृत्ती जोपासली आहे. निसर्गाशी नाते बांधण्याची कल्पना अप्रतिम आहे. कल्पनारंजन रंजक आहे.

6. कवितेतून व्यक्त होणारा विचार – वाऱ्याची झुळूक होऊन नदीच्या काठी फिरावे, फुलांचा सुगंध दिशादिशांतून उधळावा. निसर्गात रममाण व्हावे, शेतात जावे व बकुळाची पखरण करावी. जांभळे गाळावी व स्वच्छंदपणे बागडावे. तिन्हीसांजेला विश्रांती घ्यावी असे सुंदर विचार कवितेतून मांडले आहेत. परोपकार वृत्तीने सर्वांना आनंद दयावा हा ही विचार सुंदर आहे. कवितेतील आवडलेली ओळ – दिनभरी राबुनी दमला दिसता कोणी टवटवी मुखावर आणावी बिलगोनी.

7. कविता आवडण्याची वा न आवडण्याची कारणे – कवितेची शब्दरचना अत्यंत साधी असून समर्पक शब्दमांडणी आहे. झुळूक होऊन गमती जमती करण्याची कल्पना, परोपकारी वृत्ती यामुळे कविता अर्थपूर्ण झाली आहे. कवितेतील स्वच्छंदपणा, स्वैरपणा मनाला भावतो.

8. कवितेतून मिळणारा संदेश – झूळूक होऊन परोपकारी वृत्तीने फिरून सर्वांना मदत करणे, बासरीचे मधूर स्वर काढून आनंदाचे वातावरण निर्माण करणे व श्रमलेल्यांच्या चेहऱ्यावर टवटवी आणणे ईत्यादी गोष्टी आपल्याला वास्तव जीवनात करता येतील असा संदेश कवितेतून मिळतो.

खालील काव्यपंक्तीचे रसग्रहण करा.

प्रश्न 1.
वाटते सानुली मंद झुळूक मी व्हावे
घेईल ओढ मन तिकडे स्वैर झुकावे
कधी बाजारी कधी नदीच्या काठी
राईत कधी वा पडक्या वाड्यापाठी
हळु थबकत जावे कधी कानोसा घेत
कधी रमत गमत वा कधी भरारी थेट
उत्तरः
‘झुळूक’ या कवितेत कवी ‘दामोदर कारे’ यांनी आपण वाऱ्याची झुळूक झालो तर कोठे कोठे जाता येईल, काय काय पाहता येईल आणि कोणकोणत्या गमती जमती करता येतील याचे मजेदार वर्णन केले आहे. कवीला वाटते की आपण एक लहानशी मंद झुळूक होऊन जेथे मन ओढ घेईल तेथे जावे. कधी बाजारात, कधी नदीकाठी, कधी बागेत, पडक्या वाड्याच्या मागे कानोसा घेत घेत जावे. रमत गमत किंवा भरारी मारून सर्वत्र स्वच्छंदपणे हिंडावे. विविध ठिकाणी रमत गमत जाणे, भरारी घेणे या कल्पनेनेच कवितेचे भावसौंदर्य वाढले आहे. काठी-पाठी, घेत-थेट, व्हावे-झुकावे या शब्दांनी यमक साधले आहे.

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प्रश्न 2.
लावूनी अंगुली कलिकेला हळुवार
ती फुलून बघे तो व्हावे पार पसार
परि जाता जाता सुगंध संगे न्यावा
तो दिशादिशांतुनी फिरता उधळुनी दयावा.
उत्तर:
‘झुळूक’ या कवितेत कवी ‘दामोदर कारे’ यांनी आपण वाऱ्याची झुळूक झालो तर कोठे कोठे जाता येईल, काय काय पाहता येईल आणि कोणकोणत्या गमती जमती करता येतील याचे मजेदार वर्णन केले आहे.

प्रसिद्ध कवी दामोदर कारे यांची कल्पनाशक्ती अप्रतिम आहे. झुळूक होऊन कवीला कळीला बोट लावायचे आहे. ती फुलायला लागताच तेथून पसार व्हायचे आहे. पण जाता जाता मात्र सुगंध बरोबर न्यावा व चारही दिशांना उधळावा असे त्याला वाटते. कळीला फुलवणे, त्याचा सुगंध दरवळणे या नैसर्गिक घटना दर्शवून काव्यसौंदर्य वाढविले आहे. हळुवार-पसार, न्यावा – दयावा शब्दांचे यमक साधले आहे.

प्रश्न 3.
गाण्याची चुकलीमुकली गोड लकेर
झुळझुळ झऱ्याची पसरावी चौफेर
शेतात पाचुच्या, निळ्या नदीवर शांत
खुलवीत मखमली तरंग जावे गात
उत्तरः
‘झुळूक’ या कवितेत कवी ‘दामोदर कारे’ यांनी आपण वाऱ्याची झुळूक झालो तर कोठे कोठे जाता येईल, काय काय पाहता येईल आणि कोणकोणत्या गमती जमती करता येतील याचे मजेदार वर्णन केले आहे.

‘झुळूक’ कवितेत दामोदर कारे यांना झुळूक होऊन ठिकठिकाणी जायचे आहे. झुळूकीने झऱ्याच्या गाण्याची लकेर चौफेर पसरवायची आहे. पाचूच्या शेतात जायचे आहे. हिरव्यागार शेतातून फिरायचे आहे. निळ्याशांत नदीवर झुळूकीने मखमली तरंग खुलवायचे आहेत. गात गात सर्वत्र हिंडायचे आहे. पाचुचे शेत या रूपकाने कवितेचे सौंदर्य वाढले आहे. निळे, गोड, मखमली या विशेषणांनी कवितेचे भावसौंदर्य वाढले आहे. लकेर-चौफेर हे यमक साधले आहे.

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प्रश्न 4.
वेळूच्या कुंजी वाजवुनी अलगूज
कणसांच्या कानी सांगावे हितगूज
शिंपावी डोही फुले बकुळीची सारी
गाळुनी जांभळे पिकली भुळभुळ तीरी
उत्तरः
‘झुळूक’ या कवितेत कवी ‘दामोदर कारे’ यांनी आपण वाऱ्याची झुळूक झालो तर कोठे कोठे जाता येईल, काय काय पाहता येईल आणि कोणकोणत्या गमती जमती करता येतील याचे मजेदार वर्णन केले आहे. वेळूच्या वनात जाऊन हलकीच बासरी वाजवायची, कणसाच्या कानात गुजगोष्टी करायच्या, बकुळीची फुले डोहात शिंपायची व पिकलेली जांभळे झुळूकीने खाली पाडायची. बांबूच्या बनात झुळूकीचा प्रवेश होताच बासरीचे हलके सूर निघतील, ही कल्पनाच किती सुंदर आहे. निसर्गातल्या घटकांचे वर्णन सांगून कवितेच्या अर्थसौंदर्यात भर घातली आहे. अलगूज-हितगूज, सारी-तीरी या शब्दांचे यमक साधले आहे.

प्रश्न 5.
दिनभरी राबुनी दमला दिसता कोणी
टवटवी मुखावर आणावी बिलगोनी
स्वच्छंद अशा या करुनी नाना मौजा
घ्यावया विसावा यावे मी तिन्हीसांजा
उत्तरः
‘झुळूक’ या कवितेत कवी ‘दामोदर कारे’ यांनी आपण वाऱ्याची झुळूक झालो तर कोठे कोठे जाता येईल, काय काय पाहता येईल आणि कोणकोणत्या गमती जमती करता येतील याचे मजेदार वर्णन केले आहे.

दिवसभर कष्ट करून दमलेल्यांच्या मुखावर टवटवी आणण्यासाठी कविला वाटते आपण झुळूक होऊन त्यांना गार वारा दयावा. त्यांचा थकवा घालवावा, त्यांच्यात नवे चैतन्य फुलवावे, विविध ठिकाणी स्वच्छंदपणे फिरून मौजमजा करावी व तिन्हीसांजेला मात्र झुळूकीने विश्रांती घ्यावी. मदतीच्या भावनेने कवितेचे भावसौंदर्य खुलले आहे. कोणी-बिलगोनी, मौजा-तिन्हीसांजा या शब्दांचे यमक साधले आहे.

झुळूक Summary in Marathi

काव्यपरिचय:

आपण वाऱ्याची झुळूक झालो तर निरनिराळ्या ठिकाणी फिरू, मौजमजा करू, गमती जमती करू अशी कवी कल्पना आहे आणि याचे मजेदार वर्णन प्रस्तुत कवितेत कवीने केले आहे.

The poet imagines the places he would wonder to and the fun he would have if he were a gentle wind (breeze). The poet has provided these interesting descriptions in the poem.

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 9 झुळूक

भावार्थ:

वाटते सानुली मंद झुळूक मी व्हावे
घेईल ओढ मन तिकडे स्वैर झुकावे

कवीची कल्पना आहे की आपण वाऱ्याची झुळूक व्हावे.
मंद मंद झुळूक होऊन जिथे मन ओढ घेईल तेथे मुक्तपणे झुकावे.

कधी बाजारी कधी नदीच्या काठी
राईत कधी वा पडक्या वाड्यापाठी
हळु थबकत जावे कधी कानोसा घेत
कधी रमत गतम वा कधी भरारी थेट

कवीला वाटते आपण वाऱ्याची झुळूक होऊन कधी बाजारी जावे तर कधी नदीच्या काठी जावे. कधी राईत जावे किंवा कधी पडक्या वाड्याच्या मागे जावे. कधी कधी कानोसा घेत हळूच जावे, कधी थबकत जाऊन रमत गमत सर्वत्र फिरावे किंवा कधी थेट भरारी घ्यावी असे कवीला वाटते.

लावून अंगुली कलिकेला हळुवार
ती फुलून बघे तो व्हावे पार पसार
परि जाता जाता सुगंध संगे न्यावा
तो दिशादिशांतुनी फिरता उधळुनी दयावा

कवीला असेही वाटते की फुलांच्या कळीला हळूच बोट लावावे. ती जशी उमलायला लागेल तसे तेथून पसार व्हावे. पण | तेथून जाताना बरोबर सुगंध घेऊन जावा व सर्व दिशादिशांतून तो उधळावा. सर्व परिसर सुगंधित करावा.

गाण्याची चुकलीमुकली गोड लकेर
झुळझुळ झऱ्याची पसरावी चौफेर
शेतात पाचुच्या, निळ्या नदीवर शांत
खुलवीत मखमली तरंग जावे गात

गाण्याची लकेर जशी सर्वत्र पसरते तशीच झुळझुळ झऱ्याच्या गाण्याची लकेर चौफेर, चारीदिशांना पसरावी. पाचुप्रमाणे हिरव्यागार डोलणाऱ्या शेतात, निळ्या शांत नदीवर ही झुळूक पसरावी. पाण्यावरचे मखमली तरंग खुलवीत जावे असे कवीला वाटते.

वेळूच्या कुंजी वाजवुनी अलगूज
कणसांच्या कानी सांगावे हितगुज
शिंपावी डोही फुले बकुळीची सारी
गाळुनी जांभळे पिकली भुळभुळ तीरी

वेळूच्या वनात मनसोक्त हिंडावे. हळूवार बासरीचे सूर काढावेत, कणसांच्या कानात मनातील गोष्टी सांगाव्या. बकुळीच्या फुलांना झुळूकीने डोहांत शिंपावे. जांभळाच्या झाडांवरून झुळूकीने जाऊन पिकलेली जांभळे गाळावीत (पाडावीत).

दिनभरी राबुनी दमला दिसता कोणी
टवटवी मुखावर आणावी बिलगोनी
स्वच्छंद अशा या करुनी नाना मौजा
घ्यावया विसावा यावे मी तिन्हीसांजा

दिवसभर काम करून जो दमला असेल, अशा थकलेल्या जीवाला झुळूक होऊन बिलगावे. त्याला कवटाळून त्याच्या चेहऱ्यावर टवटवी आणावी. अशाप्रकारे दुसऱ्याला सुख दयावे असे कवी म्हणतो. दिवसभर अशा विविध मौजा करून मुक्तपणे, स्वच्छंद असे बागडावे व तिन्हीसांजेला शांतपणे विश्रांती घ्यावी असे कवी म्हणतो.

शब्दार्थ:

  1. सानुली – लहान – tiny, small
  2. स्वैर – मुक्त – free
  3. मंद – हळुवार, सौम्य – mild, gentle
  4. झुळूक – वाऱ्याची मंद लाट – a gentle puff of breeze
  5. नदीकाठ – नदीचा किनारा – the bank of river
  6. राई – बाग – a thick grove
  7. पडका – मोडकळीस आलेला, – dilapidated
  8. वाडा – भव्य मोठी इमारत – mansion
  9. रमतगमत – मजेत, आनंदात – playfully, merrily
  10. भरारी – अत्यंत वेगाने केलेले उड्डाण – quick flight
  11. थेट – तडक, लगेच – directly
  12. कलिका – कळी – a bud
  13. अंगुली – बोट – finger
  14. पसार – पळून गेलेला – escaped, fled
  15. सुगंध – सुवास – fragrance
  16. संगे – सोबत – along with
  17. लकेर – आलाप, तान – tune
  18. पाचू – एक हिरवे रत्न – an emerald
  19. मखमल – एक अतिशय तलम मऊ वस्त्र – velvet
  20. तरंग – लाट, लहर – wave
  21. वेळू – बांबू – bamboo
  22. कुज – वन – forest
  23. अलगूज – बासरी, पावा – flute
  24. हितगुज – मनातल्या गोष्टी – intimate talk
  25. राबणे – भरपूर कष्ट करणे – to work hard
  26. जांभुळ – एक फळ – jamun
  27. स्वच्छंद – मनोसक्त, स्वैर, मन मानेल तसे – freely
  28. विसावा – विश्रांती – rest
  29. तिन्हीसांज – संध्याकाळची वेळ – the time of evening twilight

Maharashtra Board Class 8 Marathi Solutions Chapter 9 झुळूक

वाक्प्रचार:

  1. कानोसा घेणे – अंदाज घेणे
  2. थबकत जाणे – हळूहळू जाणे